बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए वोटिंग शुरू, मुर्शिदाबाद में टीएमसी-कांग्रेस कार्यकर्ता भिड़े
पश्चिम बंगाल में हिंसा के बीच पंचायत चुनाव में 73 हजार से अधिक सीटों पर मतदान शुरू हो गया है। मतदान को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के बाद पंचायत चुनाव के दौरान राज्य में केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है। केंद्रीय बलों के करीब 83 हजार जवानों की मतदान केंद्रों पर तैनाती की गई है। केंद्रीय बलों के साथ 19 राज्यों की सशस्त्र पुलिस भी बंगाल में तैनात है, जिन्हें चुनाव के दौरान सुरक्षा का जिम्मा दिया गया है।
इस बीच, राज्य के सभी जिलों में विभिन्न पोलिंग बूथ पर शुक्रवार रात मतदान कर्मी पहुंच चुके हैं। हालांकि, कुछ जिले में सभी जगह केंद्रीय बल नहीं पहुंच सके हैं। नतीजतन मतदान कर्मी असुरक्षित महसूस रहे हैं और हिंसा तथा आशांति को लेकर आशंकित हैं। राज्य चुनाव आयोग ने बैलेट पेपर की सुरक्षा सुनिश्चित की है।
5.67 करोड़ मतदाता करेंगे मताधिकार का इस्तेमाल
22 जिला परिषदों, 9730 पंचायत समितियों और 63229 ग्राम पंचायतों की सीटों के लिए मतदान होना है। करीब 5.67 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इस बीच, राज्यभर से हिंसा की खबरें आ रही हैं। अब तक एक किशोर सहित 20 लोगों की मौत हो चुकी है। पहली बार पंचायत चुनाव में राज भवन बड़ी भूमिका निभा रहा है। राज्यपाल खुद लोगों तक पहुंच रहे हैं और उनकी पीढ़ा को सुन रहे हैं। बंगाल चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि चुनाव के लिए लगभग 65,000 केंद्रीय बलों और 70,000 राज्य पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं।
साल 2013 के पंचायत चुनाव में केंद्रीय बलों की भारी तैनाती के बावजूद टीएमसी ने 85 प्रतिशत से अधिक सीटें जीती थीं। 2018 के पंचायत चुनावों में टीएमसी ने 90 प्रतिशत पंचायत सीटें और सभी 22 जिला परिषद सीटों पर कब्जा जमाया था। लेकिन चुनाव के दौरान बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी।