इंसानियत का दीया जलाने वृध्दाश्रम आश्रम पहुची श्री साँई नाथ जन सेवा समिति
इस रंग भरी दुनिया मे भगवान ने इंसान को रंगकर्मी के रूप में भेज कर दुनिया बनाई। जिसमे व्यक्ति अपने परिवार को बसाकर कई प्रकार की खुशियां बटोरता है उसके साथ हर कदम पर पूरे परिवार का सहयोग उसे मिलता रहता है और सभी तीज त्यौहार को व्यक्ति मिलजुल कर एक दूसरे के साथ खुशियां बाट कर मनाता है। किंतु इस दुनिया मे कुछ लोग ऐसे भी है जो बिरहा और तन्हा अपना जीवन गुजार रहे है जिन्हें भगवान ने इस दुनिया मे भेजा तो था रंग भरने के लिए किंतु किस्मत ने उनका साथ नही दिया और वे तन्हा ही रह गए, उनके न तो माता-पिता न कोई उनका परिवार हे जिस पर वे आश्रित हो सके। किंतु कहते है कि भगवान जब ऊपर से देखता है तो उन लोगो की मदद के लिए सामाजिक संस्थाए व समाजसेवियों को प्रेरित करता है जिनके माध्यम से वह सारी खुशियां पा लेते है। ऐसे ही एक संस्था जो भिलाई में प्रतिवर्षानुसार इसका बीड़ा उठाया श्री साँई नाथ जन सेवा समिति ने। जिसमे संस्था के सभी सदस्यो ने भिलाई के फील परमार्थ अनाथ आश्रम पंहुचकर अनाथ और निराश्रित लोगो को दीपावली के उपलक्ष्य में खुशियों की दीवाली कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमे भजनों की प्रस्तुति सुनाया। वहां उपस्थित लोग भजनों को सुनकर अपने आप को झूमने में रोक नही पाये। श्री सांई नाथ जन सेवा समिति ने फील परमार्थ वृद्धाश्रम के सभी वृद्धजनों व आश्रम के स्टॉफ को दीवाली उपहार के रूप में ब्लेंकेट(blenket) दिया गया। उसके पश्चात सभी को दीवाली की मिठाई खिलाया साथ ही उसके बाद पटाखे के रूप में फुलझड़ी,रॉकेट व अनार जलाकर जोर शोर से दीपावली मनाई। इन सभी का आनंद लेकर सभी लोग खुशी से झूम उठे, संस्था के साथ पहुचे सभी सदस्यो ने उन निराश्रित लोगो के साथ पटाखे फोड़े और मिठाई खा कर खुशियां मनाई। संस्था प्रति वर्ष प्रत्येक त्यौहार अलग अलग अनाथ आश्रम जाकर मनाकर एक अनूठी मिसाल कायम की जिसे देखकर उपस्थित सभी वृद्धजन फूले नही समा रहे थे उन्हें अपने आपको इन लोगो के बीच पाकर अपने परिवार की अनुभूति हो रही थी और वह मन ही मन खुश हो रहे थे कि कोई तो ऐसा है जो हमारे लिए बने है। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष श्री जी. माधव राव ने कहा जिस तरह से दीपावली पर हम अंधेरे मिटाने के लिए दीये जलाते है उसी तरह अपने अंदर इंसानियत का दीया जलाये, ताकि हम एक बेहतर इंसान बन जाये। संस्था के सलाहकार श्री संदीप गुप्ता जी ने कहा कि जिस दिन हम मन का अंधकार मिटादेंगे, उस दिन समाज की तमाम बुराइयां खत्म हो जायेगी, इंसानियत की जगमग रोशनी में बुराई टिक ही नही पायेगी, इस अवसर पर श्री एन. एन. राव, श्री एम. वी. राव, पी. वी. राव, संदीप गुप्ता, के. मोहन राव, के. डिल्ली राव सर,के. राजू, पी. यर्रन्ना, येसैया, के. प्रसाद राव, कृष्णा मूर्ति सर, के. गणपति, के. राम मूर्ति, जी. माधव राव, गोपाल यादव, जी. श्रीन कुमार, जी. जगन्नाथ राव, आर. बालराजू , के. मोहन, श्रीनू, वेंकट(बॉक्सर), यू. अनिल कुमार, बालकृष्णा, जगदीश कुमार, शर्मा पंडित जी, के. विजय मूर्ति, अजय गुप्ता, चिरंजीवी, एम. हर्ष कुमार, श्रीमती जी. सरिता, श्रीमती राम लक्ष्मी, श्रीमती अनिता जी आदि उपस्थित हुए।
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