November 22, 2024

प्रदेश नर्सेस एसोसिएशन की मांगों पर विधायक का आश्वासन

प्रदेश नर्सेस एसोसिएशन की मांगों पर विधायक का आश्वासनकांकेर विधायक को देख लोगों में हर्ष
विधानसभा के विधायक आशा राम नेताम से सौजन्य भेंट कर विभागीय समस्याओं की ओर ध्यान आकृष्ट किया। छत्तीसगढ़ की समस्त स्टाफ नर्सेस की वेतन विसंगति एवं अन्य गंभीर समस्याओं को लेकर की गई चर्चा में विधायक द्वारा सकारात्मक विचारों के साथ सभी जायज मांगों को पूरा करवाने का आश्वासन दिया गया है। शासकीय अस्पतालों में पदस्थ परिचारिकाओं( स्टाफ नर्सेस) की प्रमुख मांगों में वेतन विसंगति सहित अन्य मांगें भी शामिल हैं, जिन्हें लेकर पिछले दिनों हेल्थ फेडरेशन के बैनर तले स्टाफ नर्सेस 21 अगस्त से 13 नवंबर तक हड़ताल पर थे जिसके कारण लगभग 5000 कर्मचारियों पर पूर्ववर्ती सरकार द्वारा बर्खास्तगी निलंबन करते हुए वेतन भी रोक दिया गया था। यही नहीं,स्टाफ नर्सेस की मांगों को पूरा करवाने का आश्वासन देकर देकर हड़ताल रुकवाई गई, लेकिन मांगों को पूरा करना तो दूर अपितु दीपावली जैसे प्रमुख पर्व में भी स्वास्थ्य कर्मियों को कार्यवाही शून्य होने के बावजूद हड़ताल अवधि का वेतन भुगतान नहीं किया गया, जिसके कारण स्वास्थ्य कर्मियों को गंभीर आर्थिक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।प्रांताध्यक्ष सुमन शर्मा ने बताया कि नर्सेस विगत कई वर्षों से वेतन विसंगति एवं अन्य गंभीर समस्याओं से जूझ रहे हैं। विभागीय कार्यालयों में कई बार पत्राचार भी किया गया, लेकिन समस्याओं को लेकर कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की गई।संघ के प्रांतीय संयुक्त सचिव सविता सिंह ने बताया कि नर्सेस की प्रमुख मांगों में 1. छत्तीसगढ़ की समस्त स्टॉफ नर्सों को शैक्षणिक योग्यता और कार्य की प्रकृति के आधार पर वेतन ग्रेड-पे 2800 से बढ़ाकर 4800 प्रदान किया जाए। 2. साइकेट्रिक नर्सों के वेतन विसंगति को दूर करते हुए ग्रेड-पे 2400 से बढ़ाकर ग्रेड-पे 4800 प्रदान किया जाए। 3.छत्तीसगढ़ की समस्त स्टॉफ नर्सों को केन्द्र तथा अन्य राज्यों की तरह नर्सिंग भत्ता 7200 तथा ड्रेस भत्ता 1800 रूपये प्रतिमाह प्रदान किया जाए। 4. पदोन्नति नियमों में संशोधन करते हुए छत्तीसगढ़ की समस्त स्टाफ नर्सों को प्रत्येक 5 वर्ष में वरीयता के अनुसार यथा समय पदोन्नत किया जाय तथा पदोन्नति हेतु नवीन पदों का सृजन किया जाये। पदोन्नत पदों की संख्या बढ़ाई जाए। 5. समान शैक्षणिक योग्यता एवं उच्च शिक्षा के आधार पर संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं के अंतर्गत कार्यरत स्टॉफ नर्सों को भी नर्सिंग महाविद्यालयों में पदोन्नति के अवसर प्रदान किया जाए। 6.छत्तीसगढ़ के समस्त स्टाफ नर्सों का पदनाम परिवर्तित कर नर्सिंग आफिसर पदनाम दिया जाए।7.स्टॉफ नर्सों द्वारा 24-7 आपातकालीन सेवाओं को सम्पादित करने के कारण स्टॉफ नर्सों को अवकाश दिवसों का अतिरिक्त वेतन भुगतान किया जाए।
8.छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य फेडरेशन के आह्वान पर कर्मचारी 21.8.2023 से 13.9.2023 तक प्रदेशव्यापी हड़ताल पर थे, जिसके लिए उन पर कार्रवाई करते हुए वेतन रोक दिया गया था। बाद में शासन ने लिखित रूप से आंदोलनरत कर्मचारियों पर की गई कार्रवाइयाँ शून्य कर दी हैं, इसके बाद भी आंदोलनरत कर्मचारियों को इस अवधि का वेतन अभी तक नहीं मिला है जिसे शीघ्र प्रदान किया जाए।9. इस वर्ष विभागीय प्रशिक्षण के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र जारी नहीं किया गया है, जिसके कारण नर्सेस उच्च अध्ययन हेतु नर्सिंग महाविद्यालयों में प्रवेश लेने से वंचित हो रहे हैं। उच्च शिक्षा हेतु अनापत्ति प्रमाणपत्र तत्काल जारी किया जाए। जैसी मांगे शामिल है।सौजन्य भेंट के माध्यम अपनी समस्याओं से अवगत कराने वालों में प्रमुख रूप से प्रांताध्यक्ष सुमन शर्मा,प्रांतीय संयुक्त सचिव सविता सिंह,प्रांतीय कोषाध्यक्ष कीर्ति कश्यप, बस्तर संभाग अध्यक्ष डीलेश्वरी ठाकुर, जिला कोषाध्यक्ष पुष्पा सिंघारे ,ब्लॉक अध्यक्ष चारामा गीता नाग, खोमेश्वर जैन, आरती नेवला, युवराज एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।..