आज नवीन संघर्ष समिति, अंजरेल माइंस रावघाट परियोजना के
*आज नवीन संघर्ष समिति, अंजरेल माइंस रावघाट परियोजना के 11 गोद ग्रामों के (करलखा, सुलेंगा, हुचाकोट, पालकी, मरदेल, पालकी, सुपगाँव, पुसागांव, पीढ़ाबेड़ा, चिलपरस, ब्रहबेड़ा)सदस्यों ने कलेक्टर और SDM नारायणपुर से मुलाकात की और निवेदन किया कि पहले शामिल 12 ग्रामों से सैकड़ो युवाओं को प्रशिक्षण उपरांत रोजगार BSP के द्वारा प्रदान किया गया है। इस तरह नए जुड़े 11 ग्रामों से भी युवाओं को रोजगार दिया जाए इसके लिए प्रत्येक ग्रामों से 10-10 युवाओं की सूची अग्रिम कार्यवाही हेतु जमा की गई है।*
*साथ ही साथ गोद ग्राम के ग्राम वासियों के द्वारा यह कहा गया कि जिला प्रशासन और बीएसपी प्रबंधन ग्रामों में जाकर गांव के बीच में सब की उपस्थिति में उनकी समस्याओं को सुनकर कार्य योजना तैयार करें और उसका सफल क्रियान्वयन हो जिससे गांव में खुशहाली आएगी।*
*ग्राम वासियों का कहना है कि पहले जुड़े ग्रामों में मूलभूत सुविधा सड़क शिक्षा स्वास्थ्य बिजली पानी के लिए लगभग 36 करोड रुपए खर्च किए गए किंतु उसका आज पर्यंत वास्तविकता की धरातल पर सफल क्रियान्वयन नजर नहीं आता है।*
*जबकि नए जुड़े 11 ग्रामों को DMF और CSR के अंतर्गत होने वाले मूलभूत कार्यों के लिए उपेक्षित कर दिया गया है। यह इन गांवों के साथ अन्याय है।*
*एसडीएम नारायणपुर के द्वारा आश्वासन मिला है कि 20 अगस्त के बाद BSP प्रबंधन और नवीन संघर्ष समिति की एक संयुक्त बैठक जिला प्रशासन की समक्ष आयोजित की जावेगी और उक्त 11 गांवों को मूलभुत सुविधा तथा रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयास किया जायेगा। ये सभी 11गोद ग्राम कतई उपेक्षित नहीं होंगे।*
*उक्त कार्यक्रम में सरपंच करलखा अधारी राम सलाम, घससू मानकर, अध्यक्ष प्रशान्त यदु, सुकमन कोर्राम, प्रेमलाल नाग, मंटू चंदेल, दिलीप बघेल, प्रदीप बेसरा, कुश नाग तथा सैकड़ों की संख्या सभी 11 ग्रामों के ग्रामवासी उपस्थित थे।*