February 24, 2025

आईआईटी भिलाई इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन ने मनाया अपना 5वां स्थापना दिवस

 

24 फरवरी 2025 – आईआईटी भिलाई इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन (IBITF) ने 21 फरवरी को अपना 5वां स्थापना दिवस सफलतापूर्वक मनाया, जो नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के पांच वर्षों का प्रतीक है। यह आयोजन आईआईटी भिलाई परिसर में आयोजित किया गया, जहां प्रतिष्ठित अतिथियों, उद्योग जगत के नेताओं और अकादमिक विशेषज्ञों ने तकनीक, शिक्षा और व्यवसाय पर विचार-विमर्श किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा सचिव श्री परदेशी सिद्धार्थ कोमल ने शिक्षा और कौशल विकास के भविष्य को संवारने में तकनीकी प्रगति की भूमिका पर प्रकाश डाला।
इस आयोजन की गरिमा विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों की उपस्थिति से और भी बढ़ गई, जिनमें सीए. चरनजोत सिंह नंदा, अध्यक्ष, आईसीएआई (उत्तर क्षेत्र); सीए अजय सोमानी, सह-संस्थापक एवं मैनेजिंग पार्टनर, पीएसएसी एसोसिएट्स; सीए प्रदीप पाल, पूर्व अध्यक्ष, आईसीएआई; श्री कुमार बिस्वारंजन, सीओओ, CHiPS; डॉ. प्रदीप के. सिन्हा, निदेशक, IIIT रायपुर; डॉ. एन.वी. रामण राव, निदेशक, NIT रायपुर; डॉ. जया मिश्रा, उपाध्यक्ष, SSTC भिलाई; प्रोफेसर राम कुमार काकनी, निदेशक, IIM रायपुर; वी.के. छबलानी, सीजीएम, BSNL; और टी.के. मरकाम, पीजीएम, BSNL शामिल रहे। इन सभी गणमान्य व्यक्तियों ने शिक्षा, उद्योग और सरकार के बीच सहयोग को बढ़ावा देकर प्रभावी तकनीकी समाधान विकसित करने पर अपने विचार साझा किए।
मंच की शोभा बढ़ाने वाले विशिष्ट अतिथियों में प्रोफेसर राजीव प्रकाश, निदेशक, आईआईटी भिलाई; प्रोफेसर संतोष बिस्वास; श्री प्रशांत माथुर, सीईओ, IBITF; विंग कमांडर डॉ. जयेश चंद्र एस. पाई (सेवानिवृत्त); पद्मश्री फूल बसन बाई देवी; और भार्गव एम, आईएएस शामिल थे। कार्यक्रम के दौरान, फेलोशिप प्राप्त छात्रों और परियोजना प्रमुख अन्वेषकों को उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया।
आईबीआईटीएफ के सीईओ, श्री प्रशांत माथुर ने सभी अतिथियों और हितधारकों का आभार व्यक्त किया और आईबीआईटीएफ को नवाचार और उद्यमिता का केंद्र बनाने में उनके निरंतर सहयोग की सराहना की। उन्होंने IBITF की स्टार्टअप्स को सहयोग देने और समाज के लिए अनुसंधान-आधारित समाधान विकसित करने की प्रतिबद्धता को दोहराया। कार्यक्रम का समापन एक नेटवर्किंग सत्र के साथ हुआ, जिसने संभावित साझेदारियों को बढ़ावा दिया। इसके बाद एक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें प्रतिभागियों की विविधता और उत्कृष्ट प्रतिभा को प्रदर्शित किया गया। जैसे-जैसे IBITF अपने अगले विकास चरण में प्रवेश कर रहा है, वह उभरते स्टार्टअप्स का समर्थन करने और तकनीकी उत्कृष्टता को बढ़ावा देने में अपनी भूमिका को और अधिक मजबूत करने का लक्ष्य रखता है।

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