शराबबंदी से लेकर भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बिफरे शाह…. पढ़े शाह के भाषण की दस अहम् बातें
रायपुर : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह एक दिन के दौरे पर छत्तीसगढ़ पहुंचे हुए है। वे कल रात साढ़े नौ बजे माना एयरपोर्ट पहुंचे और फिर वहां से सीधे बोरियाकला स्थित भाजपा क प्रदेश कार्यालय पहुंचे। (Amit Shah Full Speech In Chhattisgarh) शाह ने यहाँ भाजपा के बड़े नेताओ के साथ देर रात मीटिंग की। इसके बाद डिनर हुआ और फिर रात्रि विश्राम कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में ही हुआ।
दौरे के दुसरे दिन केंद्रीय अमित शाह हेलीकॉप्टर के माध्यम से सराईपाली पहुंचे। यहाँ उन्होंने एक जनजातीय सम्मलेन को सम्बोधित किया साथ ही कांग्रेस सरकार के खिलाफ आरोप पत्र भी लांच किया। शाह ने इस रैली के माध्यम से जहाँ भाजपा सरकार के नौ सालों के उपलब्धियों को सामने रखा तो दूसरी तरफ पूर्ववर्ती यूपीए सरकार समेत राज्य की भूपेश सरकार के कामकाज पर गंभीर सवाल खड़े किये। अमित शाह ने डॉ रमन सिंह की सरकार में लिए गये फैसलों को भी याद किया। आइये इन दस बिंदुओं में जानते है अमित शाह के भाषण की अहम् बातें।
01. अमित शाह ने अपने भाषण की शुरुआत भारत माता के जयकारे से की। उन्होंने मंचासीन नेताओं का अभिवादन किया। अमित शाह ने आदिवासी जनों को राम-राम के साथ उन्हें जय जोहर कहकर उनका अभिवादन स्वीकार किया। इसके साथ ही अमित शाह ने माता दंतेश्वरी, बड़ादेव, बूढ़ादेव को प्रणाम किया। उन्होंने शहीद वीरनारायण और वीर गुण्डाधूर को भी याद किया।
02. अमित शाह ने कहा कि आज का दिन काफी बड़ा है। क्योंकि आज उनका आदित्य अंतरिक्ष यान सूर्य के लिए रवाना हो चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ दिन पहले भी उन्हें सफलता मिली है जब उनका चंद्रयान-3 चाँद की धरती पर सफलतापूर्वक उतरा था। यह पूरे देशवासियों की सफलता है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सफलता है।
03. अमित शाह ने अपनी बात की शुरुआत आरक्षण के मुद्दे से की। उन्होंने याद दिलाया कि छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना भाजपा ने किया था। उससे पहले यह मध्यप्रदेश का हिस्सा था। तब आदिवासियों को 20 प्रतिशत आरक्षण हासिल था जिसे डॉ रमन की सरकार ने 32 फ़ीसदी किया। अमित शाह ने कांग्रेस की सरकार को भ्रष्टाचारी, परिवारवादी, जातिवादी सरकार बताया।
04 . अमित शाह ने कहा कि आज राहुल गाँधी भी छत्तीसगढ़ आये हुए है। कुछ न कुछ बोलकर जायेंगे। अमित शाह ने कहा कि जब राहुल गांधी छत्तीसगढ़ आये है तो आदिवासियों के लिए उन्होंने क्या कुछ किया है इसका हिसाब देकर जाइयेगा।
05 . अमित शाह ने कहा की किसानों को 14 प्रतिशत ब्याज लगता है। आज उन्होंने 2 फीसदी ब्याज पर ऋण देने की शुरुआत की। पहले आदिवासियों के यहाँ चावल नहीं पहुंचता था। धान नहीं खरीदा जाता था। ये सब संभव किया हमारे चाउर वाले बाबा डॉ रमन सिंह ने। कोरोना के दौरान प्रधानमंत्री ने सबसे पहले आदिवासी भाई-बहनो की चिंता की। उन्होंने पूछा कि क्या सभी को कोरोना के दोनों टीके लगे गए है? साथ ही सभी को पांच-पांच किलो चावल मोदी जी भेज रहे है। जो गरीबों के चावल खा जाए क्या उन्हें वोट देना चाहिए।
06. अमित शाह ने जनजातीय मामलों को लेकर भूपेश सरकार की जमकर खिंचाई की। उन्होंने कहा कि जब छत्तीसगढ़ की 12 जातियों को अनुसूचित जनजाति में शामिल किया जा रहा था तब छत्तीसगढ़ के कांग्रेस के राज्यसभा सांसदों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया था। यह कांग्रेस की आदिवासी विरोधी सोच को दर्शाता है।
07. अमित शाह ने सीएम भूपेश बघेल को चुनौती दी। उन्होंने कहा की सीएम बघेल भ्रष्टाचार से छत्तीसगढ़ को दिल्ली का एटीएम बनाना चाहते है। लेकिन यह भगवान् राम का ननिहाल है और भाजपा छत्तीसगढ़ को कांग्रेस का एटीएम नहीं बनने देगी।
08. जनजातीय समाज को आज मोदी सरकार सम्मान दे रही है। पास वाले राज्य ओडिसा की एक जनजातीय महिला द्रौपदी मुर्मू को महामहिम द्रौपदी मुर्मू बनाया। आजादी के बाद कभी भी आदिवासियों को सम्मान नहीं दिया। इसी तरह से छत्तीसगढ़ के जनजातीय समाज से आने वाली रेणुका सिंह को मोदी सरकार में मंत्री बनाया और सम्मान दिया।
09. अमित शाह ने बताया की तेंदूपत्ता तोड़ने वाले भाई-बहनो के पैरों में चरण पादुका पहुंचाने का काम उनकी डॉ रमन सिंह की सरकार ने किया। शाह ने याद दिलाया कि पहले की सरकार ने तेंदूपत्ता संग्राहको को बोनस और बढ़ा हुआ दाम दिया था लेकिन मौजूदा सरकार ने आदिवासियों के पेट पर लात मारने का काम किया है।
10. अमित शाह ने पूछा कि आज आदिवासियों के घर पर शौचालय, बिजली, सस्ता रसोई गैस, पांच किलो चावल, स्वास्थय सुविधाएँ किसने पहुंचाई? सिर्फ आदिवासी इलाके में आकर उनके साथ नृत्य करने से उनका भला नहीं होता है। कांग्रेस ने वामपंथी उग्रवाद यानी नक्सलवाद को बढ़ाने का काम किया जबकि भाजपा ने इसे पीछे धकेलने का काम किया।