बेटे की याद में बनाया विशाल जीवन रक्षक संस्था
कभी किसी व्यक्ति ने सोचा भी नहीं था कि अपने बेटे की याद में कोई एक जीवन रक्षक संस्था बना सकता है,यह कार्य कर दिखाया है शरद वैष्णव ने छुईखदान और गंडई क्षेत्र के युवाओं को लेकर एक बड़ी जीवन रक्षक संस्था बनाया गया है|
;;;;; शरद वैष्णव ने यह बताया कि आज मैं जो भी कर रहा हूं उसके पीछे मेरे बच्चों का आशीर्वाद है, जिन्होंने मुझे कभी कमजोर होने नहीं दिया और इस क्षेत्र में जीवन रक्षक संस्था बनाने हेतु मुझे हर परिस्थिति से सामना करने में ताकत मिला । इस संस्था को बनाने के लिए अलग-अलग गांव में स्कूलों में जाकर और कॉलेज में जाकर युवाओं में रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाकर बनाया गया है। और प्रत्येक हाई स्कूल एवं कॉलेज के छात्र एवं छात्राओं को लेकर रक्तदान के प्रति जागरूकता रहती थी,समय-समय पर निकाली गई इसी माध्यम से लोग इस संस्था से जुड़ते गए और जीवन रक्षक कार्य को आगे बढ़ाने में मदद करते रहे यह जीवन रक्षक संस्था युवा ग्रुप संस्था के नाम से प्रचलित है,इस संस्था में साढे 600 युवा शामिल हैं, जो निरंतर रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य करते रहते हैं.
इस संस्था के माध्यम से सैकड़ो जरूरतमंद मरीजों को निशुल्क रक्त प्रदान किया जा चुका है और इस संस्था के माध्यम से कई ऐसे मरीज हूं जिन्हें रक्त की जरूरत रहती है और व्यवस्था नहीं कर पाते उन्हें इस संस्था के माध्यम से निशुल्क रखना की व्यवस्था किया जाता है इस संस्था के कार्य एवं रक्तदान के प्रति जागरूकता को देखते हुए मेडिकल कॉलेज राजनंदगांव एवं अन्य जनप्रतिनिधियों के द्वारा इस संस्था को सम्मानित ही किया जा चुका है, इस संस्था में युवाओं को शामिल करने के लिए लगातार स्कूल एवं कॉलेज में जाकर छात्र एवं छात्राओं को मोटिवेट किया जाता है और गांव में भी जाकर रक्तदान के प्रति युवाओं को समझाइए दिया जाता है और आगे भी इस संस्था के माध्यम से पूरे क्षेत्र की युवाओं को इस संस्था में शामिल करने का मुख्य उद्देश्य है।