November 18, 2024

बस्तर बंद का सरकारी आयोजन लोकतंत्र की हत्या और सत्ता का खुला दुरुपयोग : लता उसेंडी

बस्तर बंद का समर्थन कर भूपेश ने मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने का हक खो दिया, इस्तीफा दें

कोंडागाँव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जगदलपुर आगमन के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंच से कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज द्वारा बस्तर बंद का आह्वान किया जाना उनकी सहमति को दर्शाता है। भूपेश बघेल का यह कृत्य न केवल प्रदेश में लोकतंत्र की हत्या है बल्कि उनके तानाशाही रवैये को भी स्पष्ट करता है। उक्त बातें कहते हुए भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लता उसेंडी ने कहा कि अपने ही प्रदेश में बंद को समर्थन कर जन सुविधाओं को रोकने, व्यापार को नुकसान पहुंचाने और प्रधानमंत्री के आगमन के दौरान लॉ एंड आर्डर की स्थिति निर्मित करने का प्रयास करने वाले भूपेश बघेल को एक मिनट भी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने का अधिकार नहीं है। उन्हें तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
कांग्रेस के बस्तर बंद के आह्वान को ओछी राजनीति और सत्ता का दुरुपयोग करार देते हुए उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज प्रदेश की जनता को प्रधानमंत्री की सभा में जाने से रोक रहे हैं। यह लोकतंत्र पर कांग्रेस की तानाशाही है, जिसे बस्तर और छत्तीसगढ़ की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। हर बाधा को पार कर बस्तर भाजपामय होगा।दरअसल परिवर्तन यात्रा को पूरे प्रदेश में मिले अपार जनसमर्थन से कांग्रेस की नींद उड़ गई है। मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ही नहीं, बल्कि इनके राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े और गांधी परिवार के चेहरे पर हवाइयां उड़ रही हैं। इनकी जुबान और हरकतों से बदहवासी बरस रही है। मुख्यमंत्री बेसिरपैर की बातें कर रहे हैं तो उनके कठपुतली प्रदेश अध्यक्ष आदिवासी समाज को आपस में लड़ाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की सड़कों पर गड्ढे तक न भर पाने वाले मुख्यमंत्री नगरनार संयंत्र चलाने का दावा करने चले हैं। हजारों करोड़ के कई घोटालों से घिरी टीम भूपेश बघेल अगर चाहती है कि उन्हें घोटाला करने के लिए कोई केंद्रीय संस्थान सौंप दिया जाए तो यह संभव नहीं है। वैसे भी गांधी, खडग़े और भूपेश को समझ में आ गया है कि छत्तीसगढ़ नकाब में छिपे उनके असली चेहरे को पहचान गया है और जनता ने प्रदेश में फिर से कमल खिलाने का निर्णय ले लिया है। यही कारण है कि हड़बड़ाए, घबराए भूपेश बघेल लोगों में भ्रम पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं।