November 22, 2024

 कांग्रेस और भाजपा छत्तीसगढ़ में विधायकों को तोड़ने से बचने के लिए सतर्क

 

छत्तीसगढ़ में चुनावी प्रतिद्वंद्विता बढ़ने पर विधायकों को भेजा जा रहा है बाहर
दोनों पार्टियों को बहुमत के आसपास पहुंचकर रुकने का डर

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे का मुकाबला देखने को मिल रहा है। दोनों ही पार्टियां अपने बहुमत का दावा कर रही हैं, लेकिन उन्हें इस बात का डर भी सता रहा है कि जीत का आंकड़ा अगर बहुमत के आसपास पहुंचकर अटका तो विधायकों को तोड़ने की रणनीति ना अपना ली जाए।

इस डर को दूर करने के लिए दोनों ही पार्टियों ने विधायकों को एकजुट रखने के लिए तीन चार्टर प्लेन बुक कर रखे हैं। कांग्रेस जहां अपने विधायकों को बेंगलुरु भेजने की तैयारी में है वहीं भाजपा दिल्ली भेजेगी।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि हमारे विधायकों में कोई फूट नहीं है। हम सभी एकजुट हैं और हम चुनाव जीतेंगे। लेकिन हम किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से बचने के लिए एहतियात बरत रहे हैं। इसीलिए हमने विधायकों को बेंगलुरु भेजने का फैसला किया है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि हमारे विधायक भी एकजुट हैं। हम चुनाव जीतने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। लेकिन हम किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से बचने के लिए एहतियात बरत रहे हैं। इसीलिए हमने विधायकों को दिल्ली भेजने का फैसला किया है।

विधायकों को एकजुट रखने के लिए दोनों ही पार्टियों के द्वारा यह कदम उठाया गया है। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि दोनों ही पार्टियां इस चुनाव में जीत के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।