स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मोहनलाल बाकलीवाल जी के 45 में पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि आयोजन में कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र के स्थापना में उनका अमूल्य योगदान था
आज श्री खंडेलवाल दिगंबर जैन सभा भवन सेक्टर 6 मोहनलाल बाकलीवाल फाउंडेशन चेंबर ऑफ कॉमर्स और जैन समाज के लोगों ने अपनी श्रद्धांजलि 🙏🏾🙏🏾💐💐💐अर्पित करते हुए फोटो चाहिए चित्र पर माल्यार्पण किया और उनके प्रतिमा पर भी आज अध्यक्ष महावीर प्रकाश निगोटिया संरक्षक प्रकाश बाकलीवाल प्रवीण छाबड़ा सुशील बाकलीवाल ज्ञानचंद जैन जैन अशोक पहाड़िया प्रवीण छाबड़ा. महासचिव प्रदीप जैन बाकलीवाल महावीर गंगवाल अनिल बाकलीवाल संतोष बाकलीवाल उपाध्यक्ष विपिन जैन आदि ने 💐श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पुष्प अर्पण किया.. महासचिव प्रदीप जैन बाकलीवाल महावीर गंगवाल अनिल बाकलीवाल उपाध्यक्ष विपिन जैन महावीर गंगवाल आदि ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पुष्प अर्पण किया. श्रद्धांजलि सभा में समिति के
अध्यक्ष महावीर प्रकाश निगोटिया जी ने कहा कि मोहनलाल बाकलीवाल जी का योगदान बहुत अमूल्य था आज उन्हीं के नाम से यहां बाकलीवाल भवन स्थापित है.
ज्ञानचंद पाटनि ने कहा कि ऐसे महापुरुष के जीवनी और उनका योगदान के लिए प्रदेश और जिला स्तर पर उनके सामाजिक रचनात्मक और जनहित कार्यों के लिए एक योजना बनाते हुए आने वाली युवा पीडिया को उनके द्वारा किए गए कार्यों का विस्तार पूर्वक आयोजन समय-समय पर किया जाना चाहिए.
अशोक पहाड़िया ने कहा कि उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य में नेताओं के लिए अपने द्वारा किए गए कर्तव्य परायणता और अपनी ईमानदार छवि की एक अमित छाप छोड़ते हुए जीवन पर्यंत गरीबों और जरूरतमंदों के लिए हर संभव अपनी सेवाएं देने का कार्य किया ही है और साथ ही भिलाई इस्पात संयंत्र में भी स्थापना में उनका अमूल्य योगदान रहा है
महावीर. गंगवाल ने बताया कि उनके सहयोग से ही मुझे शासन में सेवा देने का मौका प्राप्त हुआ था बहुत ही परोपकारी और नेक इंसान थे.
प्रकाश बाकलीवाल ने कहा कि उनके योगदान को कभी बुलाया नहीं जा सकता उन्होंने जीवन पर्यंत सामाजिक रचनात्मक और अपनी नागपुर खंडेलवाल दिगंबर पंचायत में भी अध्यक्ष की पद पर रहते हुए सामाजिक सेवा देते हुए समाज में एकता और भाईचारे का संदेश हमेशा देते हुए समाज को एकजुट रखा
महासचिव प्रदीप जैन. बाकलीवाल कहा कि मोहनलाल बाकलीवाल जी श्रमिक जगत के मसीहा थे और लोह पुरुष के नाम से प्रसिद्ध थे भिलाई टाउनशिप से नेहरू नगर गुरुद्वारा तक पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह जी और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी और यहां के जनप्रतिनिधियों के सहयोग से नेहरू नगर पुल का नामकरण किया गया है हम सभी समाज के लोग छत्तीसगढ़ शासन से यह मांग करें कि उनके नाम से भी छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के अवसर पर ₹200000 की राशि का पुरस्कार मोहनलाल बाकलीवाल स्मृति में दिया जाए इसके लिए प्रयास करें.
सुशील बाकलीवाल ने बताया कि दुर्गा नगर पालिक निगम के अध्यक्ष पद को भी सुशोभित किया है उनके नाम से दुर्ग धमधा नाका में आयुर्वेदिक औषधालय और स्कूल भी निरंतर चल रही है उनके द्वारा हमको जो शिक्षा और संस्कार दिया गया है इस मार्गदर्शन में हम और हमारा परिवार उनके बताए गए मार्गदर्शन में चल रहे हैं.