May 17, 2024

रामकृष्ण मिशन का स्थापना दिवस एवं रामकृष्ण मिशन आश्रम, नारायणपुर का वार्षिक उत्सव हर्षोल्लास के साथ संपन्न*

 

रामकृष्ण मिशन आश्रम, नारायणपुर में रामकृष्ण मिशन का स्थापना दिवस एवं रामकृष्ण मिशन आश्रम, नारायणपुर का वार्षिक उत्सव 1 मई 2024 दिन बुधवार को बड़ी धूमधाम से मनाया गया। उक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमत स्वामी अव्ययात्मानन्द जी महाराज, सचिव, रामकृष्ण मिशन विवेकानन्द आश्रम, रायपुर उपस्थित थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में स्वामी राघवेंद्रानन्द महाराज, अध्यक्ष, रामकृष्ण मठ, नागपुर, स्वामी नित्यज्ञानानन्द, सचिव, रामकृष्ण मिशन, भोपाल, स्वामी सेवाव्रतानन्द, सचिव, रामकृष्ण मिशन, बिलासपुर, स्वामी योगस्थानन्द, सचिव, रामकृष्ण मिशन, अमरकंटक, स्वामी विश्वात्मानन्द, अमरकंटक, स्वामी तन्मयानन्द, अम्बिकापुर, स्वामी विरेशानन्द, होशंगाबाद, डॉ. ओमप्रकाश वर्मा जी, सचिव एवं संस्थापक, विवेकानन्द विद्यापीठ, कोटा, रायपुर, सह-सचिव स्वामी अनुभवानन्द जी उपस्थित थे।
हर साल की तरह वार्षिक उत्सव के दिन सुबह भगवान श्रीरामकृष्ण देव की रथ यात्रा आश्रम परिसर में निकाला गया, जिसमें समस्त बच्चें एवं आश्रम के सभी कर्मचारिवृन्द सपरिवार शामिल हुए। संध्या के समय धर्म सभा में रामकृष्ण मिशन आश्रम, नारायणपुर के सचिव स्वामी व्याप्तानन्द ने आश्रम के विभिन्न विभागों की गतिविधियों के बारे में एवं वार्षिक वित्तीय ब्यौरा प्रस्तुत किये। साथ ही उक्त कार्यक्रम में 3 व्यक्तियों को (दो आश्रम के कर्मचारियों को एवं एक कृषक बंधु) उनके उत्कृष्ट कार्य हेतु पुरस्कृत किया गया है।
इस वर्ष जिन व्यक्तियों को पुरस्कृत किया गया है वे निम्नलिखित है –
1) *नरेन्द्र सेवक पुरस्कार 2023-2024 – श्री सुखचंद मंडावी* प्रधान अध्यापक, रामकृष्ण मिशन विवेकानंद विद्यामन्दिर, कुतुल। ये 34 वर्षों से आश्रम में उत्कृष्ट सेवा प्रदान कर रहे हैं।
2) *निवेदिता पुरस्कार 2023-2024 – श्रीमती मालती समरथ* पिछले 16 वर्षों से आश्रम के भवन निर्माण विभाग दैनिक वेतन पर सेवा दे रही हैं। इनके अनुकरणीय एवं उत्कृष्ट सेवा के लिए पुरस्कृत किया गया।
3) *कृषक सम्मान पुरस्कार 2023 -2024 – श्री रामाधीन मरकाम, ग्राम – कुकड़ाझोर*। इन्होंने कृषिक्षेत्र में सराहनीय कार्य किया है।
प्रत्येक को शाल श्रीफल के साथ एक मानपत्र और 10 हजार रुपये नकद पुरस्कार स्वरूप दिया गया है।
कार्यक्रम में आश्रम के अध्ययनरत 1200 विद्यार्थियों के साथ आई टी आई के 200 प्रशिक्षार्थी तथा आश्रम के 500 कर्मचारिवृन्द अपने परिवार के साथ बढ़चढ़ कर भाग लिया। कुल मिलाकर 2000 लोग हर्षोल्लास के साथ कार्यक्रम में भाग लिया।