विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ सात मैचों में कैसे जीता भारत
टी20 विश्व कप 2024 में भारत और पाकिस्तान के बीच रोमांचक मुकाबला खेला गया। इन दोनों चिर प्रतिद्वंद्वियों के बीच मैच हमेशा से बेहद खास रहा है। ये दोनों टीमें पिछले एक दशक से द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेल रही हैं। ऐसे में दोनों टीमों के बीच मैच आईसीसी या एसीसी टूर्नामेंट में ही होते हैं। इसलिए फैंस को इस महामुकाबले का बेसब्री से इंतजार रहता है।
टी20 विश्व कप में ये दोनों टीमें आठवीं बार आमने-सामने थीं। सात बार टीम इंडिया ने मैच जीता है, जबकि एक बार पाकिस्तान की टीम जीत हासिल करने में सफल रही है। वनडे और टी20 दोनों विश्व कप मिलाकर भारतीय टीम सिर्फ एक बार पाकिस्तान से हारी है। यह मैच 2021 टी20 विश्व कप में खेला गया था, जिसे पाकिस्तान ने 10 विकेट से जीता था।
1. ग्रुप स्टेज: भारत ने पाकिस्तान को बॉल आउट में हराया
प्लेयर ऑफ द मैच : रॉबिन उथप्पा
2007 में पहला टी-20 विश्व कप खेला गया था। पहले ही विश्व कप के ग्रुप स्टेज के 10वें मैच में दोनों टीमें आमने-सामने आई थीं। तब पाकिस्तान के कप्तान शोएब मलिक ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया। भारत ने पहले बैटिंग की और रॉबिन उथप्पा के अर्धशतक की बदौलत 20 ओवर में नौ विकेट पर 141 रन बनाए थे।
इसके जवाब में पाकिस्तान की टीम भी 20 ओवर में सात विकेट पर 141 रन ही बना सकी थी। मिस्बाह उल हक ने सबसे ज्यादा 53 रन बनाए थे। उस वक्त सुपर ओवर नहीं होता था, बल्कि उसकी जगह बॉल आउट खेले जाते थे। जिसमें दोनों टीमों की ओर से एक-एक करके पांच बार गेंदबाजों को विकेट पर हिट करना था।
भारत की ओर से वीरेंद्र सहवाग, रॉबिन उथप्पा और हरभजन सिंह ने विकेट पर हिट किया और वे सफल रहे। जबकि पाकिस्तान की ओर से उमर गुल, यासिर अराफात और शाहिद अफरीदी मिस कर गए और भारत ने यह मैच जीत लिया।
2007 टी20 विश्व कप
2. फाइनल : पाकिस्तान को पांच रन से हराकर भारत बना चैंपियन
प्लेयर ऑफ द मैच : इरफान पठान
ग्रुप स्टेज के बाद फाइनल में भी दोनों टीमों की भिड़ंत हुई। भारत के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला लिया। गौतम गंभीर के 54 बॉल पर 75 रन और रोहित शर्मा के 16 बॉल पर 30* रन की बदौलत भारत ने 20 ओवर में पांच विकेट गंवाकर कुल 157 रन बनाए।
जवाब में पाकिस्तान के टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज धाराशाई हो गए। रुद्र प्रताप सिंह, इरफान पठान और जोगिंदर शर्मा के आगे पाकिस्तान टीम की एक न चली। 141 रन तक पाक टीम ने नौ विकेट गंवा दिए थे। हालांकि, मिस्बाह उल हक तब भी क्रीज पर थे। आखिरी ओवर में पाकिस्तान टीम को जीत के लिए 13 रन की जरूरत थी।
धोनी ने चाल चलते हुए बॉल जोगिंदर शर्मा के हाथों में दिया। ओवर की दूसरी बॉल पर मिस्बाह ने छक्का लगाया। तीसरी बॉल पर उन्होंने फाइन लेग पर बड़ा शॉट लगाने की कोशिश की, पर बॉल में स्पीड कम होने के कारण बॉल बाउंड्री लाइन क्रॉस नहीं कर पाई और श्रीसंत के हाथों में चली गई। भारत ने यह मैच पांच रन से जीता।