सेल शाबाश योजना के विजेता कर्मचारियों का भव्य समारोह में किया गया सम्मानित
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन हमेशा अपने कर्मचारियों के प्रतिबद्ध प्रयासों को मान्यता देता है और उन्हें उनके समर्पित कार्यों के लिए सम्मानित भी करता है। चाहे कार्यस्थल पर कर्मचारियों का सराहनीय प्रदर्शन हो या सुरक्षा प्रोटोकॉल का सचेत अनुपालन, बीएसपी में कर्मचारियों के ईमानदार प्रयासों की हमेशा सराहना की जाती है।
ऐसी ही एक पहल के तहत सेल द्वारा प्रारंभ की गई सेल शाबाश योजना के माध्यम से कर्मचारियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए भिलाई इस्पात संयत्र प्रबंधन द्वारा प्रशंसा पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जाता है। इस योजना में कर्मचारियों को श्रेणी 1 और श्रेणी 2 के तहत प्रशंसा पत्र और स्मृति चिन्ह दिया जाता है।
सेल शाबाश योजना के श्रेणी-2 के तहत वर्क्स एरिया के 364 कर्मचारियों को संबंधित विभाग के मुख्य महाप्रबंधक/विभागाध्यक्ष द्वारा उनके जीवनसाथी के साथ रॉयल क्रिस्टल गार्डन, भिलाई क्लब में आयोजित एक भव्य सम्मान समारोह में आधिकारिक रात्रिभोज के लिए आमंत्रित किया गया था। भिलाई क्लब में 08 जून, 2024 को पुरस्कार विजेताओं और उनके जीवनसाथियों तथा शीर्ष प्रबंधन हेतु एक सांस्कृतिक कार्यक्रम और रात्रिभोज का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कर्मचारियों को अभिनव प्रयास और योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
सेल भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता ने कार्यपालक निदेशकों सहित संयंत्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और विभागीय कर्मचारियों की उपस्थिति में 08 जून, 2024 को भिलाई क्लब में आयोजित भव्य समारोह में पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया। समारोह में सेल-बीएसपी के निदेशक प्रभारी, कार्यपालक निदेशकों, विभागाध्यक्षों के साथ विभिन्न विभागों के पुरस्कार विजेताओं की सामूहिक तस्वीरें ली गईं।
श्री दासगुप्ता ने अपने संबोधन में पुरस्कार विजेताओं को प्रेरित करने में उनके जीवनसाथियों की विशेष भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह योजना संगठन के दीर्घकालिक विकास के साथ इसकी क्षमता को पहचानते हुए प्रशंसा की संस्कृति को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) श्री अंजनी कुमार और कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) श्री पवन कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए पुरस्कार विजेताओं के प्रयासों की सराहना की। मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) संदीप माथुर स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया।