November 22, 2024

असम में बाढ़ का कहर जारी, मरने वालों की संख्या बढ़कर 93 हुई, गृह मंत्री शाह ने सीएम से की बात

पूर्वोत्तर के राज्य असम में बाढ़ का कहर अभी थमा नहीं है. राज्य में हर दिन बारिश और बाढ़ संबंधी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) के मुताबिक, असम में बाढ़ में अब तक 93 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि पिछले 24 घंटों में करीमगंज जिले में दो लोगों की मौत हुई है. एएसडीएमए की बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को करीमगंज जिले में एक बच्चे सहित दो लोगों की मौत हो गई. इसके बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 93 हो गई. इस बीच राज्य में बाढ़ की स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ है.

इस दौरान कई इलाकों में बाढ़ का पानी कम हुआ है. लेकिन अभी भी राज्य के 18 जिलों में लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. कछार, नलबाड़ी, कामरूप, गोलाघाट, मोरीगांव, चिरांग, डिब्रूगढ़, धुबरी, गोलपारा, नागांव औ करीमगंज जिले में लगभग 5.98 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. कामरूप (एम), धेमाजी, माजुली, दरांग, शिवसागर, जोरहाट, बिश्वनाथ जिले में भी अभी भी बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है. एएसडीएमए बाढ़ रिपोर्ट में कहा गया है कि कछार जिले में 115900 लोग प्रभावित हुए हैं. इसके बाद धुबरी जिले में 81497, नागांव में 76012, गोलपारा में 58928, धेमाजी में 54577, गोलाघाट में 50966 और शिवसागर जिले में 47024 लोग प्रभावित हैं.

जानकारी के मुताबिक , 52 राजस्व मंडलों के अंतर्गत आने वाले 1342 गांव अभी भी पानी में डूबे हुए हैं. इसके साथ ही 25367.61 हेक्टेयर फसल क्षेत्र बाढ़ के पानी में डूब गया है. ब्रह्मपुत्र नदी का जल स्तर नेमाटीघाट, तेजपुर और धुबरी में अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है. वहीं बुरहिडीहिंग नदी चेनिमारी (खोवांग) में और दिसांग नदी नंगलामुराघाट में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

राहत शिविरों में रह रहे 13 जिलों के 58 हजार लोग

वहीं 13 जिलों के 58 हजार से ज्यादा लोग 172 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं. राज्य में आई बाढ़ से 283712 घरेलू जानवर भी प्रभावित हुए है. वहीं बीते 24 घंटों के  दौरान 232 जानवर बाढ़ में बह गए हैं. वहीं 161 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं और 6663 घर और 13 सड़कें आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गई हैं.

गृह मंत्री शाह ने की सीएम से बात

इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार सुबह असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा से बात की. इस दौरान उन्होंने राज्य में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया. इसके साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश और गुजरात के मुख्यमंत्रियों से भी बात की और दोनों राज्यों में बढ़े जलस्तर के बारे में जानकारी ली. उन्होंने मुख्यमंत्रियों को केंद्रीय सहायता के साथ-साथ राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की मदद दिलाने का भी आश्वासन दिया है.

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