युवा सोच व जोश से भरपूर पारस प्रभु की भक्ति*
भिलाई। अतिशयकारी भगवान पार्श्वनाथ जी का मोक्ष कल्याणक महोत्सव पूरे विश्व भर में बड़ी ही धूमधाम से श्रावण शुक्ल सप्तमी के दिन मनाया जाता है। इसकी पूर्व बेला में जैन युवा संघ की जिनसेवा इकाई द्वारा “चलो पारस के दरबार” कार्यक्रम का भव्य आयोजन चार श्रृंखला में आयोजित किया गया।
जिसकी प्रथम श्रृंखला में रुआबांधा, सेक्टर 6, नेहरू नगर जैन मंदिर समेत अंतिम कड़ी के रूप में पारस धाम रिसाली में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। पूरे भिलाई-दुर्ग के विभिन्न मंदिरों के जैन श्रद्धालुओं द्वारा पारस धाम रिसाली में अभिषेक, पूजन व विश्वशांति की कामना से शांति धारा एवं विघ्नहर्ता पारसनाथ विधान किया गया।
कार्यक्रम में प्रथम अभिषेक करने का अवसर श्री अजय बोहरा, श्री आनंद अनंत जैन, श्री महावीरप्रसाद सोमेश बाकलीवाल व श्री विनोद क्षितिज जैन परिवार को प्राप्त हुआ तथा शांति धारा करने का सौभाग्य
श्री नवीन निशांत जैन सेक्टर 10, श्री पवन मनीष जैन वैशाली नगर, श्री दीपचंद भरत गोधा नेहरू नगर, श्री सुनील जैन व श्री संतोष जैन मैत्री नगर, श्री सुलभ जैन, श्री मनोज जैन दल्लीराजहरा, श्री राकेश कासलीवाल परिवार को प्राप्त हुआ।
पारसनाथ भगवान की सभी प्रतिमाओं का अभिषेक व शांति धारा उपरांत व विधान के माध्यम से भगवान की श्री चरणों में 100 से अधिक अर्घ्य समर्पित किए गए तथा उपस्थिति जनसमूह ने झूम झूमकर भगवान की भक्ति की। विधान में सौधर्म इंद्र के रूप में श्री मुकेश राशि बाक़लीवाल व मंगल कलश स्थापित करने का सौभाग्य नाहर परिवार को प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर छोटे बच्चों से लेकर के कॉलेज के छात्रों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता में लगभग 30 बच्चों ने भगवान् पार्श्वनाथ के जीवन पर आधारित चित्र तैयार किये व सभी श्रद्धालुओं के लिए धार्मिक तंबोला का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर जैन युवा संघ की परमार्थ इकाई द्वारा वृक्षारोपण कार्य संपन्न कराया, जिसमें विभिन्न जैन समाज के वरिष्ठ पदाधिकारियों अरविन्द जैन, ज्ञानचंद बाक़लीवाल, विनोद जैन, प्रशांत जैन, डॉ जिनेन्द्र जैन, जितेन्द्र जैन, सचिन जैन, गौरव जैन आदि ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
कार्यक्रम के अंत में पारस धाम के स्वप्नदृष्टा प्रभात-छाया जैन जी द्वारा श्रद्धालुओं को वात्सल्य भोज कराया गया । उपरोक्त सभी आयोजन व व्यवस्था हेतु जैन युवा संघ के प्रत्येक सदस्य ने अपना तन मन धन से पूर्ण समर्पण देकर जैन सामाजिक एकता का उदाहरण प्रस्तुत किया तथा सभी सदस्यों के सहयोग हेतु आभार व्यक्त किया। उपरोक्त जानकारी जैन युवा संघ के क्षितिज जैन व अनेकांत जैन ने प्रदान की।