कल है हरियाली तीज का व्रत, अखंड सौभाग्य के लिए ऐसे करें पूजा… जानें पूजा का सबसे शुभ मुहूर्त और खास उपाय
हरियाली तीज का व्रत विशेष रूप से विवाहित महिलाओं के लिए अखंड सौभाग्य और पति की लंबी उम्र के लिए मनाया जाता है। इस दिन की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त के बारे में निम्नलिखित जानकारी दी जा रही है:
पूजा विधि:
- सर्वप्रथम स्नान: पूजा से पहले अच्छे से स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
- पूजा स्थल की तैयारी: पूजा स्थल को स्वच्छ करें और वहां हरा वस्त्र बिछाएं।
- पंडितजी की पूजा: भगवान शिव, माता पार्वती और गणेश जी की पूजा करें। साथ ही, हरियाली तीज के दिन व्रति को व्रत के नियमों का पालन करना चाहिए।
- सोलह श्रृंगार: सुहागिन महिलाएं अपने सोलह श्रृंगार करें, जैसे कि मेहंदी लगाना, चूड़ी पहनना, बिंदिया लगाना, आदि।
- पानी से पूजा: पूजा के दौरान पानी का उपयोग करें और सुहाग की वस्तुएं जैसे कि सुहाग की चूड़ियां, सिंदूर, आदि रखें।
- व्रत कथा सुनें: हरियाली तीज की कथा सुनें या पढ़ें। यह कथा पार्वती माता की पूजा और उनके पति शिव के प्रति प्रेम को दर्शाती है।
- खीर और फल का भोग: पूजा के बाद भगवान को खीर, फल, और मिठाई का भोग अर्पित करें।
शुभ मुहूर्त:
हरियाली तीज का व्रत हर साल भाद्रपद मास की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस साल के लिए शुभ मुहूर्त निम्नलिखित हो सकते हैं:
- प्रदोष काल: शाम 6:30 बजे से 8:00 बजे तक
- व्रत पूजा का समय: 11:00 बजे से 1:00 बजे तक (मध्यान्हकाल)
- चंद्र दर्शन का समय: रात 8:00 बजे के बाद
खास उपाय:
- हरियाली का महत्व: पूजा के दिन हरी वस्तुएं जैसे हरी चूड़ी, हरी साड़ी पहनना शुभ माना जाता है।
- पत्तियों का प्रयोग: पूजा में नीम और पीपल की पत्तियों का प्रयोग करें।
- सपनों का ध्यान: रात को सोते समय अच्छे सपनों की कामना करें और सुबह जल्दी उठकर पूजा करें।
- सावधानी बरतें: व्रत के दौरान तामसिक आहार से बचें और केवल फल-फूल का सेवन करें।
इस दिन ध्यान रखना चाहिए कि व्रत का पालन पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ करें। हरियाली तीज का व्रत आपके जीवन में खुशियाँ और समृद्धि लाने में मददगार हो सकता है।