सेमरिया ग्रामवासियों ने बच्चों संग धूमधाम से मनाया भोजली पर्व
सेमरिया ग्रामवासियों ने बच्चों संग धूमधाम से मनाया भोजली पर्व
लोरमी
भोजली का पर्व छत्तीसगढ़ में बड़े ही हर्ष उल्लास उमंग के साथ मनाया जाता है। यह पर्व बच्चों को संस्कृति से जोड़ने का एक माध्यम है। धर्मजागरण संस्कृति आयाम प्रमुख ने कहा कि भोजली पर्व भोजली पर्व बच्चों में मित्रता प्रेम संबंधों में मधुरता मितान बनने का एकता स्थापित करने का एक उत्सव है। इस पर्व में बच्चों द्वारा अपने आसपास के हम उम्र के लोगों को भोजली देकर मितान बनाया जाता है और उसे जीवन भर निभाने की संकल्प लिया जाता है। साथ ही साथ बड़े बुजुर्गों को भोजली देकर आशीर्वाद लिया जाता है।
ग्राम सेमरिया में बच्चों के उत्साह वर्धन करने के लिए गांव के मातृशक्ति माताएं बहन और युवाओं का जमघट तालाब किनारे लग रहा। गांव के सभी लोगों ने अपने-अपने घर से निकलकर भोजली माता का पूजन अर्चन कर सुखद जीवन का आशीर्वाद लिए। गांव के राम धुन समिति द्वारा भजन कीर्तन कर गंगा विसर्जन करने हेतु ले जाया गया। भोजली में जो जो बच्चों ने भोजली टोकनी के साज सज्जा कर लाया उन बच्चों को प्रेमचंद उमेश सिंह के द्वारा महापुरुषों का फोटो देखकर सम्मानित किया गया। बाकी बच्चों को सांत्वना पुरस्कार के रूप में धर्मजीत सिंह राजपूत के द्वारा पेन देकर उत्साह वर्धन किया गया। रामधुन समिति को संस्कृति को जीवंत बनाएं रखने के लिए लोमश सिंह राजपूत द्वारा प्रोत्साहन राशि दिया गया। इस अवसर पर चिरंजीव सिंह, लोमश, धर्मजीत,रामायण, कैलाश निषाद, प्रीति राजपूत, मीरा राजपूत,सरस्वती, निर्मला, रामफल, दिवाकर, परदेशी, विमल, जयलाल, पुष्कर,रितेश आदि उपस्थित रहे।