त्योहारी सीजन के दौरान हवाई यात्रा के किराये में अप्रत्याशित बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। यह वृद्धि यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गई है, क्योंकि त्योहारी मौसम में घर जाने की चाहत रखने वाले लोग अब अधिक खर्च का सामना कर रहे हैं।
इस बढ़ोतरी के कई कारण हो सकते हैं:
- उच्च मांग: त्योहारी सीजन में यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी होती है, जिससे एयरलाइंस को अधिक मांग का सामना करना पड़ता है। इसका परिणाम किराए में वृद्धि के रूप में होता है।
- ईंधन की लागत: हवाई जहाजों के लिए ईंधन की लागत में वृद्धि भी किराए को प्रभावित कर सकती है। वैश्विक ईंधन की कीमतों में उतार-चढ़ाव के कारण एयरलाइंस को लागत की भरपाई के लिए किराया बढ़ाना पड़ सकता है।
- सीट की कमी: जब त्योहारी सीजन में यात्रा की बुकिंग बढ़ जाती है, तो सीटों की कमी भी किराए को बढ़ाने का एक कारण बनती है।
- वेतन और अन्य लागतें: एयरलाइंस की संचालन लागत, जैसे पायलटों और क्रू के वेतन, रखरखाव की लागत, और अन्य खर्चे भी किराए में वृद्धि का कारण बन सकते हैं।
इन बढ़े हुए किरायों से बचने के लिए यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी यात्रा की योजना पहले से बना लें और समय रहते बुकिंग करें। इसके अलावा, एयरलाइंस द्वारा पेश किए गए ऑफर और डिस्काउंट का लाभ उठाना भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है।