लहलहाने लगी खरीफ फसल दशहरा पर्व बाद कटेगी फसल
–निर्मल पटेल
डाही /खरीफ फसल की बुआई करने वाले किसानों की मेहनत अब रंग लाने लगी है । धान के पौधे तेजी से बढ़ रहे हैं । तैयार हो चुके धान के पौधों में निकल आई बलियां पकने लगी है । किसानों का कहना है कि तैयार हो रही फसल की कटाई जल्द शुरू हो जाएगी । सिंचाई सुविधा संपन्न किसनों की फसल दशहरा पर्व के भीतर कटनी शुरू हो जाएगी । ग्रामीण क्षेत्रों में जिन किसानों ने सिंचाई साधन के सहारे खरीफ फसल रोपाई बहुत पहले कर दी थी उनकी फसल लगभग पक गई है । अधिकांश किसानों ने धान के तेजी से बढ़ाने वाली प्रजाति आईआर 64 , 1001 , सांभा की बुआई की है । अधिकांश खेतों में इन्हीं किस्म के धान की रोपाई की हुई है । सैकड़ों खेतों में धान के पौधे लहलहा रहे हैं । छाती , सेमरा , सेनचुवा , बिजनापुरी , बोड़रा , कसही , हंकारा , अंगारा , खम्हरिया , जुनवानी , डोमा , गुजरा , रींवागहन , दरगहन , रांवा , कोर्रा , हंचलपुर , रामपुर , कोपेडीही , भखारा , देमार , तरसीवां , अर्जनी सहित अन्य गांवों में सिंचाई सुविधा संपन्न किसनों की फसल तैयार हो रही है । ग्राम दरगहन के केशव साहू ने कहां कि हाल के दिनों में हुई बारिश से तैयार हो रही धान फसल में पत्ती मोड़क , बंकी , तनाछेदक , ब्लास्ट का प्रकोप हो गया है । मौसम खुलने के बाद धान के पौधों को बढ़ाने का अनुकूल माहौल मिल रहा है। ग्राम देमार के गजानंद पटेल ने बताया कि कट व्याधियों से धान को फसल को बचाने के लिए अंतिम प्रयास किया जा रहा है । यदि मौसम इसी तरह खुला रहा तो नवरात्रि पर्व के भीतर फसल की कटाई शुरू हो जाएगी । ग्राम सेमरा के किसान चंद्राकर का कहना है कि कीट व्याधियों से फसल को नुकसान हो रहा है । इसका असर धान के रेट पर भी फर्क पड़ेगा । दवा की कीमत 10 से 15 प्रतिशत तक बढ़ी -जिन किसानों ने धान की रोपाई बुआई देर से की थी । वे इन दिनों फसल बचाने कीटनाशकों का छिड़काव कर रहे हैं । फसल को बचाने कीटनाशक दवा नुवान , कंनफीडोर की मांग बढ़ गई है । मौसम खुलने के बाद कीटनाशक दवा विक्रेता के पास से किसान तनाछेदक के लिए जादू , 505 तथा माहों के लिए अपलाज , एसीफेट , पावर दवा खरीदकर किसान ले जा रहे हैं । पिछले साल की तुलना में कृषि दवा की कीमतों में 10 से 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।