कवांर नवरात्रि पंचमी में हुआ मां का विशेष श्रृंगार
डाही / क्वांर नवरात्रि के पांचवें तिथि 7 अक्टूबर सोमवार को माता का विशेष श्रृंगार करने का विधान है । इसी क्रम में आज माता का संपूर्ण श्रृंगार किया गया । देवी के पांचवें स्वरूप स्कंद माता स्वरूप की पूजा की जा रही है । पौराणिक मान्यताओं के अनुसार देवी भगवती के इस स्वरूप में नारी शक्ति और मातृशक्ति का वर्णन है । स्कंद कुमार की माता होने के कारण माता का नाम स्कंद माता पड़ा । वह गणेश जी की भी माता है । गणेश जी की मानस पुत्र है और कार्तिकेय जी गर्भ से उत्पन्न पुत्र । पौराणिक कथाओं के अनुसार तारकासुर नामक राक्षस के यह वरदान प्राप्त था कि वह शंकर जी से उत्पन्न पुत्र के द्वारा ही मृत्यु को प्राप्त हो सकता है । इसी कारण देवी पार्वती का शंकर जी से मंगल परिणय होता है और कार्तिकेय जन्म लेते हैं । शंकर जी से उत्पन्न होने के कारण कार्तिकेय महाप्रराक्रमी होते हैं और अत्याचारी तारकासुर का वध करते हैं । पंचमी तिथि के अवसर पर डाही क्षेत्र के दुर्गा पंडालों में विराजित दुर्गा , देवी मंदिरों , महामाया माता , शीतला माता , दुर्गा मंदिर , काली मंदिर सहित क्षेत्र के कई शक्ति मंदिरों में विशेष श्रृंगार किया गया । मान्यता है कि जो भक्त सच्ची श्रद्धा और भक्ति से माता को श्रृंगार अर्पण करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है । पंचमी के अवसर पर आज माता को नींबू की माला पहनाई गई ।