November 21, 2024

महिला टीचर को अपनी ही स्टूडेंट से हुआ प्यार, लड़की के लिए बन गई लड़का और कर ली शादी

‘शुरू से ही मेरे अंदर लड़कों जैसी फीलिंग आती थी। हम चार बहनें हैं। कोई भाई नहीं है। ऐसे में मन में एक वो टीस भी थी। इसलिए लड़कों की तरह रहने की कोशिश करता और वैसे ही कपड़े पहनता था। मैंने सोच रखा था कि अपना जेंडर चेंज कराना ही है।’ये शब्द 2021 में फाइनल सर्जरी कराकर लड़की से लड़का बने राजस्थान के PT टीचर आरव (पहले मीरा) के हैं। 4 नवंबर 2022 को 30 वर्षीय आरव ने अपनी ही स्टूडेंट 21 साल की कल्पना से हिन्दू रीति-रिवाजों के मुताबिक शादी कर ली। भारत में अलग-अलग धर्मों में शादी के लिए अलग-अलग कानून है। अगर शादी करने वाले दोनों शख्स हिन्दू हैं तो उनकी शादी हिन्दू विवाह कानून 1955 के तहत होगी। इस कानून के तहत शादी केवल पुरुष और महिला के बीच ही हो सकती है। शादी के वक्त महिला की उम्र 18 साल और पुरुष की 21 साल होनी चाहिए।कानून में इसका कोई जिक्र नहीं कि शादी से पहले शादी करने वाले दोनों बालिग शख्स अपना जेंडर बदलवाकर पुरुष या महिला बने हैं। ऐसे में मीरा से आरव बने राजस्थान के टीचर की उसकी स्टूडेंट कल्पना से शादी हिन्दू मैरिज एक्ट के तहत कानूनी मानी जाएगी। महिला से पुरुष बनने के बाद शादी करने का मामला महाभारत में शिखंडी के रूप में देखने को मिलता है। शिखंडी का जन्म पंचाल नरेश द्रुपद के घर लड़की के रूप में हुआ था।मान्यता है कि उसके जन्म के समय एक आकाशवाणी हुई थी। इसमें कहा गया कि शिखंडी का पालन-पोषण लड़की नहीं बल्कि एक लड़के के रूप में हो। इसलिए शिखंडी को लड़के की तरह पाला गया। उसे युद्धकला का प्रशिक्षण दिया गया। बाद में उसका विवाह भी किया गया।लेकिन विवाह के बाद पहली रात को जब उसकी पत्नी को पता चला कि वह तो जन्म से लड़की है तो उसने शिखंडी को अपमानित किया। इससे आहत शिखंडी के मन में आत्महत्या का विचार आता है और वह पंचाल से भाग जाती है।इस दौरान उसे एक यक्ष बचाते हैं और अपना सेक्स चेंज कर अपना पुरुषत्व शिखंडी को दे देते हैं। इस प्रकार शिखंडी एक पुरुष बनकर पंचाल वापस लौटता है और अपनी पत्नी और बच्चों के साथ सुखी वैवाहिक जीवन बिताता है।