पदक विजेता नाराज : मैं हाईकोर्ट जाऊंगा, लिखित जवाब चाहूंगा कि मुझे खेल रत्न पुरस्कार क्यों नहीं मिल रहा
दो बार के पैरालंपिक पदक विजेता योगेश कथुनिया ने कहा कि वह खेल मंत्रालय से लिखित जवाब मांगने के लिए हाईकोर्ट जाएंगे कि प्रतिष्ठित सम्मान के लिए मानदंड पूरा करने के बावजूद उन्हें खेल रत्न पुरस्कार के लिए पात्र क्यों नहीं बनाया गया। टोक्यो और पेरिस पैरालंपिक में रजत पदक जीतने वाले पैरा डिस्कस थ्रोअर खेल रत्न पुरस्कार के लिए नामांकित न किए जाने से निराश हैं। कथुनिया ने शनिवार को आईएएनएस को बताया, “यह खेल मंत्रालय के साथ मामला है, लेकिन उन्होंने अभी तक मुझसे संपर्क नहीं किया है। यह स्पष्ट पक्षपात है, जिन खिलाड़ियों का पीआर अच्छा है, उन्हें पुरस्कार मिल रहा है। वे हमारे जैसे खिलाड़ियों की अनदेखी करते हैं। इस तरह का व्यवहार एक ऐसे एथलीट के लिए निराशाजनक है, जिसने अपने जीवन के आठ साल देश को दिए हैं। भले ही मैं अपने लिए खेल रहा हूं, लेकिन मैं भारत का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं। अगर मैं हारता हूं, तो भारत हारेगा और अगर मैं जीतता हूं, तो भारत जीतेगा। “