जगद्गुरु रामानंदाचार्य श्री स्वामी नरेंद्राचार्य जी महाराज, दक्षिण भारत पीठ के पीठाधीश्वर है।उनका शुभागमन छत्तीसगढ़ की पावन धरा पर आगमन बुधवार 5 फरवरी 2025 को सेक्टर 7 बी एस पी सीनियर सेकेंडरी स्कूल मैदान,मुख्य रोड भिलाई में हो रहा है।
हमारे सनातन हिन्दू धर्म में दो मुख्य पंथ है, शैव पंथ और वैष्णव पंथ। जो शंकर भगवान के उपासक होते हैं उनके मुख्य गुरु आद्य जगद्गुरु शंकाराचार्य जी होते है। वैसे ही जो भगवान विष्णु, राम और कृष्ण के उपासक होते है। वे वैष्णव कहलाते हैं। उनके मुख्य गुरु आद्य जगदगुरू रामानंदाचार्य जी होते है।भारत में चारों दिशा में चार जगदगुरू रामानंदाचार्य जी और चार जगदगुरू शंकाराचार्य जी विराजमान है।
इसमें दक्षिण भारत पीठ के पीठाधीश्वर अनंत श्री विभूषित जगतगुरू रामानंदाचार्य श्री स्वामी नरेंद्राचार्यजी जी महाराज का आगमन सुबह 9 बजे होगा। स्वागत गीतके बाद स्वामीजी का प्रवचन होगा तत्पश्चात समस्या मार्गदर्शन का मुख्य कार्यक्रम होगा। इसमें जगद्गुरुश्री स्वयं भक्तजनों से सीधे बात करके उनके समस्या पर मार्गदर्शन करेंगे। समस्या के लिए सुबह 7 से 8 बजे निशुल्क टोकन मिलेगा। करीब 17 वर्षों के बाद जगद्गुरुश्री का व्यस्ततम समय मै से समय मिला है। इसीलिए सभी भिलाई के भाविक जनों से अपील है कि वे इसका पुण्य लाभ ले।
जगद्गुरु नरेन्द्राचार्य जी एक आत्म साक्षात्कारी सदगुरु है। उनके दृष्टि में, वाणी में, स्पर्श में सामर्थ्य है। आप सभी दर्शन लाभ लेने सादर आमंत्रित है।
स्वामीजी का मानना है कि सिर्फ मानव जन्म मै ही हम समाज ऋण चुका सकते हैं। इसीलिए स्वामीजी की मुख्य घोषणा है “तुम जिओ दूसरों को जीने में सहायता करो”।इसके लिए जगद्गुरु नरेंद्राचार्य जी महाराज संस्थान के तरफ से विभिन्न सामाजिक उपक्रम चलाए जाते है। जिसमें सभी भक्तों एवं शिष्यों की सहभागिता होती है। इस वर्ष एक ही दिन में 136720 यूनिट रक्त दान कराया गया। अभी तक 80 देहदान और 10 अंगदान कराया गया है। महाराष्ट्र के राजमार्गों में 53 एम्बुलेंस सेवा चल रही है। जिससे अब तक 18000 से अधिक लोगों की जान बचाई गई।नर्सरी से जूनियर कॉलेज तक गरीब विद्यार्थियों को निःशुल्क शिक्षा दी जा रही है। निशुल्क वेद पाठशाला, निशुल्क ड्राइविंग स्कूल, निशुल्क ब्लड इन नीड जैसे महान कार्य स्वामीजी की प्रेरणा से चल रहे है।