March 28, 2025

लेखक अभिषेक अग्रवाल की 8 साल की मेहनत रंग लाई

भिलाई/ मास्टर ब्लास्ट भारत रत्न सचिन तेंदुलकर के आत्मीय प्रशंसक और इस्पात नगरी भिलाई के जाने माने लेखक अभिषेक अग्रवाल की 8 साल की मेहनत रंग लाई है। क्रिकेटर सचित तेंदुलकर के लिए जुनून की हद तक प्रशंसा का भाव रखने वाले अभिषेक विगत 8 वर्ष से लगातार एक लक्ष्य को लेकर सक्रिय थे और अंतत: अब जाकर उन्हें सफलता मिली है। सचिन तेंदुलकर न सिर्फ अभिषेक से मिले बल्कि उनसे आत्मीय चर्चा भी की और अभिषेक के दिए उपहार को खुशी-खुशी स्वीकार भी किया। सचिन ने अभिषेक की कोशिशों की सराहना करते हुए अपने शुभकामना संदेश में लिखा कि-
सचिन से यादगार मुलाकात के बाद अभिषेक का कहना है कि उनके लिए यह एक सपने के सच होने की तरह है और इस पल को वह कभी नहीं भूल पाएंगे।
उल्लेखनीय है कि आम्रपाली वनांचल सिटी निवासी अभिषेक अग्रवाल पेशे से अंग्रेजी के लेखक हैं और उनकी लिखीं किताबें बेस्ट सेलर का दर्जा रखती हैं। अभिषेक अग्रवाल की सचिन तेंदुलकर के प्रति दीवानगी बचपन से ही थी लेकिन उनसे मिलने का प्रयास 8 वर्ष पहले शुरू किया। अभिषेक बताते हैं कि 2016 में टीवी पर क्रिकेट मैच देखते हुए मन में इच्छा हुई कि अपने ‘हीरो’ सचिन से कुछ अनूठे तरीके से मिलना चाहिए। अभिषेक कहते हैं- आमतौर पर फैन अगर अपने किसी चहेते किरदार से मिलते हैं तो फोटो खिंचवाते और ऑटोग्राफ लेकर अलग हो जाते हैं लेकिन वह चाहते थे कि सचिन तेंदुलकर से वह कुछ अलग और अनूठे ढंग से मिले। हालांकि जब अभिषेक ने इसके लिए प्रयास शुरू किया तो पता चला कि सचिन तो ऐसे किसी से मिलते नहीं है। फिर भी अभिषेक अपने लक्ष्य को पाने के लिए जुटे रहे।

भेंट किया सचिन को समर्पित खास एलबम

अभिषेक बताते हैं कि उन्होंने सचिन को समर्पित एक खास एलबम बनाने का इरादा किया। जिसमें लगातार तैयारी के साथ सचिन के जन्म से लेकर क्रिकेट के करियर तक के तमाम घटनाक्रम को पिरोते हुए उन्होंने आकर्षक ढंग से एलबम तैयार किया। इसके लिए अभिषेक ने सचिन की 100 सेंचुरी को आधार बनाया और जिन तिथियां में सचिन ने सेंचुरी बनाई उन तिथियां से जुड़े नंबर के आधार पर करेंसी नोट इकट्ठा किए। इसके पीछे वजह यह थी कि सचिन की जर्सी नंबर 10 है और सचिन का लकी नंबर 10 है। इसलिए अभिषेक ने 10 रुपए के नए नोट इकट्ठा करना शुरू किया और इस तरह 100 नोट इकट्ठे कर उन्हें एलबम का हिस्सा बनाया। अभिषेक ने एलबम में ऐसा इसलिए भी किया क्योंकि सचिन ऐसे इकलौते खिलाड़ी हैं, जिनके सम्मान में बीसीसीआई ने जर्सी नंबर 10 को ही संरक्षित घोषित कर दिया है और अब आगे कभी भी किसी भी खिलाड़ी को जर्सी नंबर 10 नहीं दी जाएगी। इसके अलावा अभिषेक ने अपने इस एलबम में सचिन के जीवन से जुड़े कई दुर्लभ तथ्य भी शामिल किए हैं। जैसे उनके कोच रमाकांत आचरेकर द्वारा दिए गए 13 सिक्कों का उल्लेख है। वहीं सचिन को जीवन का पहला बल्ला उनकी बहन स्वाति तेंदुलकर द्वारा भेंट किया गया था। अभिषेक ने अपने इस एलबम में सचिन की खानपान से लेकर कपड़ों तक की पसंद को भी शामिल किया है। राजधानी रायपुर में जब अभिषेक से सचिन ने मुलाकात की तो अभिषेक ने एलबम भेंट करते हुए यह सब कुछ उन्हें दिखाया। इस पर सचिव ने अभिषेक को खूब सराहा और पूरा एलबम तसल्ली से देखा।

पत्र लिखना शुरू किया, फिर करते रहे इंतजार

अभिषेक अग्रवाल ने सचिन तेंदुलकर से मिलने 8 साल पहले पत्र लिखना शुरू किया था। जिसमें वह नियम से हर हफ्ते एक पत्र सचिन तेंदुलकर के पते पर पोस्ट कर रहे थे। अब तक वह 400 से ज्यादा पत्र नियमित तौर पर डाक से भेज चुके हैं। वहीं ई-मेल पर भी उन्हें पत्र भेज रहे थे। इसके साथ ही अभिषेक को लंबा इंतजार करना पड़ा। अभिषेक बताते हैं कि इन 8 वर्षों में दो बार उन्हें जवाब मिला। जिसमें एक बार गुड़ी पाड़वा की बधाई थी और एक पत्र में सचिन ने आभार जताया था। इसके बावजूद अभिषेक ने धैर्य के साथ सचिन को पत्र लिखना जारी रखा।

अंतत: सफलता मिली 15 मार्च को

अंतत: इन तमाम प्रयासों को उस वक्त सफलता मिली जब पिछले हफ्ते 15 मार्च को राजधानी रायपुर के शहीद वीरनारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में सचिन तेंदुलकर उनसे मिले। अभिषेक बताते हैं कि यह उनके जीवन का सबसे अविस्मरणीय क्षण था। सचिन ने उनके तैयार किए एलबम को बेहद दिलचस्पी के साथ देखा और अभिषेक की पूरी बात सुनी। अभिषेक इस दौरान अपना पूरा परिवार साथ लेकर गए थे। सचिन ने सबसे मुलाकात की और फोटो खिंचवाई। अभिषेक अग्रवाल ने सचिन की इस प्यार भरी पहल पर हार्दिक प्रसन्नता जाहिर करते हुए आभार जताया है।*अभिषेक अग्रवाल
पिता का नाम अशोक अग्रवाल,दिनेश लोहिया
अजय अग्रवाल बड़े चाचा,विनय अग्रवाल चाचा उपस्थित रहे

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