November 22, 2024

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों रक्त मित्र सुरज साहू का सम्मान राजिम में हुआ

raipur

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों रक्त मित्र सुरज साहू का सम्मान राजिम में हुआ ।

रक्त मित्र सुरज साहू का सम्मान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राजिम जयंती में राजिम भक्तीन माता 2023 सम्मान से सम्मानित किया राजिम माता जयंती समारोह में समाज के गौरव और प्रतिभावनों का सम्मान किया गया रक्त दान के क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवा कार्य के लिए सुरज साहू को रक्तदान के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रशस्त्रि पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

राजिम भक्तिन माता जयंती समारोह का आयोजन किया गया। इस आयोजन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने महोत्सव स्थल पर भगवान श्री राम जी की भव्य एवं विशाल मूर्ति का अनावरण किया। मुख्यमंत्री ने समाज के पदाधिकारी एवं प्रतिनिधियों के साथ श्री राजीव लोचन भगवान एवं मंदिर परिसर में विराजित राजिम भक्तिन माता की महाआरती व पूजा अर्चना कर राज्य और समाज की खुशहाली की कामना की। समारोह में समाज के गौरव और प्रतिभावानों का सम्मान किया गया। रक्तदान के क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवा कार्य के लिए रक्त मित्र सुरज साहू का, राजिम भक्तिन माता सम्मान-2023 से सम्मान मिला।

मुख्यमंत्री ने महोत्सव स्थल पर राजिम भक्तिन माता जयंती समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि साहू समाज एक प्रगतिशील समाज है, हम सबको राजिम भक्तिन माता एवं माता कर्मा के बताए संदेशों का अनुसरण करना होगा। उन्होंने प्रदेशवासियों को राजिम माता भक्ति जयंती की बधाई दी और कहा कि राजिम माता ने जिस साहू समाज को अपनी मेहनत और त्याग से संगठित किया, आज वह समाज शिक्षा, कृषि व व्यवसाय सहित सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है और दूसरे समाज भी उनका अनुसरण कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसा प्रयागराज का महत्त्व है, उसी तरह छत्तीसगढ़ के लिए राजिम का भी महत्व है।

टहल सिंह साहू प्रदेश अध्यक्ष साहू संघ छत्तीसगढ़ रक्तदान शिविर में पहुंचे कर रक्तदान करने वाले रक्त मित्रो को सम्मानित किए और सभी युवा प्रकोष्ठ को रक्तदान से जुड़कर सेवा कार्य करने के लिए बधाई भी दिए रक्तदान को लेकर बडे पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाए जाने की योजनाओं पर चर्चा भी किया गया। रक्तदान को लेकर लोगो में भय है। रक्तदान से हम बीमार मरीज की जान बचा सकते है। रक्तदान करना चाहिए। इससे समाज मे समरसता को बढावा मिलने के अलावा किसी की जिंदगी भी बचाई जा सकती है।

संदीप साहू राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय तैलिक युवा साहू महासभा राज्य मंत्री छत्तीसगढ़ शासन ने कहा कि रक्तदान को लेकर लोगो मे काफी भ्रांतियां है जिसको दूर करने के लिए लोगो को जागरूकता करने की जरूरत है। और रक्त की जरूरत कब किस इंसान को पड़ जाए कहा नही जा सकता। क्या पता आपके खून की कुछ बूंदे किसी जरूरतमंद की सांसो को थमने से रोक दे। प्रचार-प्रसार के बावजूद आज भी बहुत से लोगो के दिलोदिमाग में रक्तदान को लेकर कुछ गलत धारणाए विद्यमान है। यही वजह है कि बहुत प्रयास के बावजूद बमुश्किल कम रक्त उपलब्ध हो पाता है आमजन को रक्तदान के लिए प्रेरित करने और उसके फायदे समझाने के लिए व्यापक स्तर पर जन-जागरण अभियान चलाया जायेंगे। और रक्तदान करने वालो को हर जगह मान-सम्मान मिलना चाहिए, ताकि अन्य लोग भी प्रेरित हो। मेरे ख्याल से लोगो को रक्तदान के लिए बढ़ावा देने और रक्तदाता का आभार जताने के लिए सभी समाज को आगे आने की जरूरत है समाज के युवाओं को रक्तदान सेवा कार्य से जोड़ कर रखने के लिए उन सभी को समय समय पर ऐसे सामाजिक कार्यक्रम में सम्मान करना चाहिए है। जिससे युवा समाज से जुड़कर ऐसे अनेकों सेवा कार्य कर मानव जीवन में लोगो की मदद करेंगे और समाज में बढ़ रहे कुरूतियो का समापन होगा

इस अवसर पर गृह, जेल एवं लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू, सांसद चुन्नी लाल साहू, संसदीय सचिव सुश्री शंकुतला साहू, विधायक धनेंद्र साहू, अमितेश शुक्ल, तेलघानी बोर्ड के अध्यक्ष संदीप साहू, साहू, साहू समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयदत्त क्षीरसागर, प्रदेशाध्यक्ष टहल राम साहू सहित अनेक जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

राजिम विधायक अमितेश शुक्ल, पूर्व सासंद चंदू लाल साहू, एवं साहू समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयदत्त क्षीरसागर, दीपक ताराचंद साहू पूर्व राज्यमंत्री छत्तीसगढ़, समारोह में गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महंत राम सुंदर दास, तेलघानी बोर्ड के अध्यक्ष संदीप साहू, पूर्व सांसद चंदू लाल साहू, प्रदेश साहू संघ के उपाध्यक्ष मोहन कुमारी साहू एवं भुनेश्वर साहू, समाज के सलाहकार राजेंद्र साहू, रमेश साहू, तुलसी साहू, खिलावन साहू , आनंद साहू संयोजक युवा प्रकोष्ठ प्रेम किशन साहू महामंत्री युवा प्रकोष्ठ मेत साहू समाज के पदाधिकारी, सहित साहू समाज के पदाधिकारी, प्रतिनिधि, सदस्य और बड़ी संख्या में स्वजातीय बन्धु मौजूद थे।