संकल्प शक्ति हमारी अमूल्य शक्ति है,इन्हें व्यर्थ न गंवाए… ब्रह्माकुमारी सीमा दीदी पुना

23 अप्रैल,25,भिलाई,छ.ग:- इस बेहद सृष्टि रूपी नाटक में हम खुद भी एक्ट कर रहे हैं और दूसरों को भी एक्ट करते देख रहे है,लेकिन परमात्मा के साथ साक्षी होकर देखेंगे तो इस बेहद सृष्टि नाटक का आनंद आएगा।
यह बातें पुना से आई वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी सीमा दीदी ने सेक्टर 7 स्थित पीस ऑडिटोरियम में व्यक्त की।
आपने बताया कि संकल्प शक्ति हमारी बहुत अमूल्य प्रॉपर्टी है, श्रेष्ठ संकल्पों से ही नई सृष्टि का निर्माण होगा।
श्रेष्ठ संकल्पों का अभ्यास कर पानी पीए, पेड़ पौधों को भी पानी दे,क्योंकि प्रकृति और जल हमारे श्रेष्ठ संकल्पों को जल्दी ग्रहण करते है। इसलिए मन बुद्धि को श्रेष्ठ संकल्पों में लगाए।
जिस प्रकार प्रसाद का एक कण भी व्यर्थ न जाए और सबको प्रसाद की प्राप्ति हो इसका विशेष ध्यान रहता है वैसे ही हमारा एक भी संकल्प व्यर्थ न जाए तब सभी को सुख शांति की अनुभूति करा सकते है।
विधि का विधान है कि हर कार्य विधि पूर्वक मर्यादा में रहकर करो।मन बुद्धि को मर्यादा की लगाम से बांधे।
कर्म करते परमात्मा की याद न भूले और परमात्मा को याद करते कर्म न भूले ये है राजयोग मेडिटेशन की बैलेंस लाईफ।
ब्रह्माकुमारी आशा दीदी जी ने पुना से आई ब्रह्माकुमारी सीमा दीदी,श्यामल दीदी और अपूर्वा दीदी का आत्मिक तिलक और पुष्पगुच्छ देकर स्वागत कर उनके प्रथम आगमन पर धन्यवाद प्रेषित किया।
प्रेषक
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय
सेक्टर 7, राजयोग भवन
भिलाई छत्तीसगढ़ भारत