केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री के समक्ष भिलाई इस्पात मजदूर संघ के पदाधिकारियों ने रखे कर्मचारियों के ज्वलंत मुद्दे
केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री के समक्ष भिलाई इस्पात मजदूर संघ के पदाधिकारियों ने रखे कर्मचारियों के ज्वलंत मुद्दे
केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री माननीय फग्गन सिंह कुलस्ते भिलाई आगमन की जानकारी मिलते ही भिलाई इस्पात मजदूर संघ के पदाधिकारियों ने भिलाई निवास में उनसे जाकर मुलाकात की तथा उन्हें बताया की सभी जानते हैं कि केंद्र में बीएमएस विचारधारा की सरकार है इस कारण लोगों में अपेक्षाएं भी हमसे ज्यादा है संयंत्र में चुनाव जीतने के बाद अपने किए हुए वादों के संदर्भ में मंत्री महोदय से चर्चा करते हुए महामंत्री रविशंकर सिंह ने बताया की चुनाव हुए 8 महीने बीत चुके हैं प्रबंधन के समक्ष हमने अपनी बातों को कई पत्रों के माध्यम से मीटिंग के माध्यम से कर्मचारियों की रुकी हुए समस्याओं से अवगत कराया है पर भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई है इससे भिलाई के कर्मचारियों में निराशा व्याप्त है।
इसी विषय को आगे बढ़ाते हुए
उपाध्यक्ष शारदा गुप्ता ने 39 महीने के एरियर्स को जल्दी से जल्दी दिए जाने की मांग की उन्होंने कहा की प्रबंधन के पास अन्य मदों में खर्च करने के लिए बजट रहता है पर कर्मचारियों के हितों की बात आती है तो फंड और बजट का रोना रोया जाता है।
अध्यक्ष आई पी मिश्रा ने वेज रिवीजन के आंदोलन के दौरान ट्रांसफर हुए कर्मियों रामकेश मीणा एवं पवन देशवाल को वापस भिलाई मैं लाने की मांग की है।
संयुक्त महामंत्री एवं मीडिया प्रभारी अशोक माहौर ने डिप्लोमा इंजीनियर तथा आईटीआई होल्डर कर्मियों को पब्लिक सेक्टर की तरह सम्मानजनक पदनाम देने की अपनी मांग दोहराई।
संयुक्त महामंत्री प्रदीप पाल ने सभी बीएसपी कर्मियों को मोबाइल सिम दिए जाने की मांग की उन्होंने कहा की वर्तमान में कर्मचारियों की संख्या कम हो गई है तथा उनके ऊपर कार्य की जिम्मेदारी बढ़ गई है उन्हें सिम देकर उनका हौसला बढ़ाया जा सकता है।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष देवेंद्र कौशिक ने नॉनटेक्निकल कर्मी जो कार्मिक,अग्निशमन, शिक्षा विभाग तथा अनुकंपा में भर्ती हुए हैं उनका ट्रेनिंग पीरियड सेवाकाल में नहीं जोड़ा गया है यूनियन मांग करती है की टेक्निकल कर्मियों की तरह इनका भी ट्रेनिंग पीरियड सेवाकाल में जोड़कर उन्हें भी प्रमोशन का लाभ दिया जाए।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरि शंकर चतुर्वेदी ने बताया कि भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मियों से क्वार्टर लाइसेंस फीस अन्य संयंत्र की अपेक्षा ज्यादा ली जा रही है उसमें कमी करते हुए दुर्गापुर की तरह छोटे क्वार्टर के लिए 1.5 लाख तथा बड़े क्वार्टर के लिए 4 लाख करने की मांग की।
संयुक्त महामंत्री प्रवीण मारडिकर ने मांग की है कि 650 वर्ग फिट तक का क्वार्टर लाइसेंस पर दिया जाए क्योंकि इस प्रकार की व्यवस्था सेल के अन्य संयंत्रों में लागू है।मेडिकल विभाग के सयुंक्त महामंत्री
सनी ईप्पन तथा उपाध्यक्ष एबीशन वर्गीस ने संयंत्र के हॉस्पिटल में नियमित कर्मियों की भर्ती करने तथा हॉस्पिटल स्टाफ की उम्र सीमा 65 वर्ष करने की अपनी मांग रखी जिसे मंत्री महोदय ने सैद्धांतिक रूप से स्वीकार किया है।
माननीय केन्द्रीय स्टील राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने सभी पदाधिकारियों का परिचय लिया इसके बाद दिए गए ज्ञापन पर चर्चा की इस दौरान डायरेक्टर इंचार्ज अनिर्वाण दासगुप्ता भी थे उन्होंने स्थानीय स्तर की जितनी भी मांगे हैं उस पर प्रबंधन से जल्द कार्रवाई करने के लिए कहा तथा केंद्र स्तर पर मांगों के संदर्भ में उन्होंने सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया।
प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष आई पी मिश्रा, महामंत्री रवि शंकर सिंह देवेंद्र कौशिक हरिशंकर चतुर्वेदी शारदा गुप्ता अशोक माहौर प्रदीप पाल प्रवीण मारडिकर धर्मेंद्र धामू एबीशन वर्गीस सनी ईप्पन संजय प्रताप सिंह कैलाश सिंह रवि चौधरी श्रीनिवास मिश्रा भूपेन्द्र बंजारे अनिल गजभिए अनिल सिंह आर डी पांडेय, अवधेश पांडे, दीनानाथ जैसवार बेचैन लाल वर्मा सुदीप सेन गुप्ता राजेंद्र ठाकुर, ईश्वर प्रसाद, अशोक कुमार रजनीश सिंह, प्रकाश सोनी वीर सिंह राजपूत सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता गण उपस्थित थे