May 20, 2024

हर रोज 10-20 रुपये किलो बढ़ रहे टमाटर के दाम, जानें- दिल्ली से लेकर कोलकाता तक क्या हैं टमाटर के रेट?

देश के प्रमुख शहरों में टमाटर की खुदरा कीमतें 155-160 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं. उत्पादक क्षेत्रों में बारिश के कारण सप्लाई में बाधा आने से टमाटर की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है. सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है.

महानगरों में, टमाटर की खुदरा कीमतें 58-148 रुपये प्रति किलोग्राम के दायरे में थीं. कोलकाता में टमाटर की कीमत सबसे अधिक यानी 148 रुपये प्रति किलो तथा मुंबई में सबसे कम यानी 58 रुपये प्रति किलो थी.

दिल्ली और चेन्नई में कीमतें क्रमशः 110 रुपये प्रति किलो और 117 रुपये प्रति किलो थीं. यह कल के रेट थे. लेकिन आज के ताजा रेट 160 रुपये किलो पर पहुंच गए हैं.

लोगों का कहना है कि टमाटर के बढ़ते दाम की वजह से हमने टमाटर खरीदना बंद कर दिया है. इससे हम सबको काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

वहीं, उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में टमाटर के रेट 150 रुपये प्रति किलो बोले जा रहे हैं. ग्राहकों का कहना है कि सब्जियों के दामों में बेतहासा बढ़ोतरी देखी जा रही है. यहां पर टमाटर के रेट 150 रुपये किलो पर हैं. हम मजबूरी में टमाटर जरूरत से काफी कम मात्रा में खरीद रहे हैं.

उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, औसत अखिल भारतीय खुदरा मूल्य 83.29 रुपये प्रति किलो था. जिसका मॉडल मूल्य 100 रुपये प्रति किलो था.

आंकड़ों से पता चलता है कि आज टमाटर की सबसे अधिक कीमत 160 रुपये प्रति किलो दिल्ली में बोली जा रही है. कल के रेट पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में सबसे अधिक 155 रुपये प्रति किलो थे.

मगंलवार को राष्ट्रीय राजधानी में लोकल सब्जी विक्रेता क्वॉलिटी और इलाके के आधार पर 120-140 रुपये प्रति किलो के हिसाब से टमाटर बेच रहे थे.

पश्चिम विहार के स्थानीय विक्रेता ज्योतिष कुमार झा ने मंगलवार को बताया कि हमने आजादपुर थोक बाजार से सबसे अच्छी क्वॉलिटी वाला टमाटर 120 रुपये प्रति किलोग्राम पर खरीदा है और खुदरा में 140 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेच रहे हैं.

बता दें, पिछले दो सप्ताह में उत्पादक राज्यों से आपूर्ति बाधित हुई है, जहां टमाटर की तोड़ाई और इसका परिवहन प्रभावित हुआ है.

गौरतलब है कि सरकार का कहना है कि टमाटर की कीमतों में मौजूदा बढ़ोतरी एक मौसमी मामला है और इस समय कीमतें आम तौर पर ऊंची रहती हैं. अगले 15 दिनों में कीमतें नरम होने और एक महीने में सामान्य होने की उम्मीद है.