हरेली त्यौहार की खुशियों के साथ हुई छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरुआत
विधानसभा उपाध्यक्ष संतराम नेताम ने शंकरपुर में आयोजित जिलास्तरीय कार्यक्रम में किया शुभारंभ
गेड़ी और गिल्ली डंडा में आजमाया हाथ
कोंडागांव छत्तीसगढ़ के पहले पर्व हरेली की खुशियों के साथ छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरुआत हुई। कोंडागांव जिले फरसगांव विकासखंड के शंकरपुर में जिलास्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहां गायता, पुजारी और पटेल द्वारा पारंपरिक रूप से कृषि उपकरणों की पूजा की गई। इसके साथ ही यहां पंचायत स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल की शुरुआत भी हुई। शुभारंभ के अवसर पर विधानसभा उपाध्यक्ष संतराम नेताम सहित उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने गेड़ी और गिल्ली डंडा में हाथ आजमाया।इस अवसर पर नेताम ने सभी ग्रामीणों के जीवन में उमंग और खुशहाली की कामना करते हुए हरेली त्यौहार की बधाई दी। उन्होंने हरेली पर्व के साथ छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों के आयोजन के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जताते हुए कहा कि इससे हम अपने पारंपरिक कृषि औजारों की पूजा अर्चना के साथ ही अपने पारंपरिक खेलों का भी आनंद ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि अनेक पारंपरिक खेल विलुप्त होने की कगार पर थे, जो हमारे तन मन को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी थे। मुख्यमंत्री ने इन खेलों के महत्व को ध्यान में रखकर इन्हें पुनर्जीवित करने का कार्य किया। वे ग्रामीण परिवेश के होने के कारण इन खेलों और परंपराओं से भली भांति परिचित हैं और यही कारण है कि आज किसानों की तरह परंपरागत रूप से अपने निवास पर हरेली की पूजा कर रहे हैं। छत्तीसगढ़िया परंपराओं को जीवित रखने के लिए ही हरेली पर्व के अवसर पर अवकाश की व्यवस्था भी की गई।
नेताम ने कहा कि मुख्यमंत्री किसानों के उत्थान के लिए सदैव चिंतित रहते हैं। वर्तमान में हो रही कम वर्षा के कारण किसानों को होने वाली परेशानी को दूर करने के लिए भी सतत प्रयासरत हैं। जिले के कलेक्टर सोनी भी लगातार किसानों के साथ चर्चा करते हुए उनकी समस्याओं की जानकारी ले रहे हैं । इसके साथ ही राजस्व और कृषि विभाग के मैदानी आधिकारी कर्मचारियों को भी लगातार किसानों से संपर्क बनाए रखने को कहा गया है। मुख्यमंत्री ग्रामीणों के उत्थान के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। इसलिए भूमिहीन कृषि मजदूर, पुजारी, गायता, आठ पहारिया, बाजा मोहरिया आदि वर्गों भी मानदेय दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सबसे अधिक वन अधिकार पत्र कोंडागांव जिले में दिए गए हैं, जिसके लिए जिला प्रशासन बधाई का पात्र है। इसके साथ ही समर्थन मूल्य पर खरीदी किए जाने वाले वनोपजों की संख्या भी 7 बढ़ाकर 65 कर दी गई है। ग्रामीण औद्योगिक पार्क और मल्टी एक्टिविटी सेंटर में आजीविका मूलक कार्यों के लिए लघु उद्योग स्थापित किए जा रहे हैं। शासन की इन्हीं नीतियों के कारण लोगों की से बढ़ी है, जिससे लोग ट्रेक्टर, मोटर साईकिल खरीद रहे है और नलकूप खनन करवा रहे हैं। शासन की किसान और ग्रामीण हित की नीतियों के कारण चारों ओर खुशहाली है। किसानों को धन बेचने की सुविधा देने के लिए धन खरीदी केंद्रों की स्थापना करने के साथ ही आसानी से खाद बीज भी उपलब्ध कराया जा रहा है। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम ने कहा कि हरेली प्रदेश का पहला पर्व है और धान का कटोरा होने के कारण यह पर्व अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिसके लिए शासन द्वारा अवकाश की व्यवस्था भी की गई। उन्होंने कहा कि आज कृषि औजारों की पूजा के साथ ही पशुओं को जंगली जड़ी बूटी भी खिलाई जाती है, जो पशुओं को स्वस्थ रखने के लिए है। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने पशुओं को स्वस्थ रखने का ज्ञान अपने अनुभवों से प्राप्त किया था, जिसे नई पीढ़ी को भी सीखने की अवश्यकता है। उन्होंने इन वन्य जड़ी बूटियों को संरक्षित करने के लिए वनों को बचाने की अपील भी की।
कलेक्टर दीपक सोनी ने इस अवसर पर कहा कि यह उत्साह और उमंग का दिन है, जहां सभी अपने घरों देवगुढ़ी और गौठानों में हरेली की पूजा कर रहे हैं। उन्होंने इसे किसानों की समृद्धि का पर्व बताते हुए कहा कि शासन द्वारा किसानों को सुविधा पहुंचाने के लिए अनेक कार्य किए जा रहे हैं, जिनमें नरवा, गरुआ, घुरवा और बाड़ी कार्यक्रम प्रमुख है।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष हुई कम वर्षा को देखते हुए प्रशासन द्वारा लगातार किसानों की समस्या का जायजा लिया जा रहा है। रोपाई का कार्य पिछड़ने की स्थिति में बोआई पद्धति से खेती करने, अल्प अवधि के धान बीज उपलब्ध कराने और रागी उड़द आदि लघु धान्य फसल, दलहन तिलहन की खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन किसानों की हर संभव सहायता करेगी। इसके लिए राजस्व और कृषि विभाग के मैदानी अधिकारी कर्मचारी लगातार किसानों के साथ संपर्क में हैं। उन्होंने शंकरपुर में गौठान निर्माण के लिए भूमि के चिन्हांकन में सहयोग की अपील स्थानीय पंचायत से की । कलेक्टर ने ग्रामीण औद्योगिक पार्क और मल्टी एक्टिविटी सेंटर के माध्यम से उपलब्ध कराए जा रहे रोजगार के अवसरों के संबंध में जानकारी देते हुए इनका लाभ उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार स्थापना में सहयोग के लिए इनक्यूबेशन सेंटर की स्थापना भी जिले में की जा रही है। उन्होंने बताया कि अब बच्चों को घर पहुंच जाति प्रमाण पत्र की सुविधा प्रदान की जाएगी। इसके लिए उन्हें प्राचार्य के माध्यम से आवेदन करने की अपील की।इस अवसर पर जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शीश कुमारी चनाप ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रेम प्रकाश शर्मा, संयुक्त कलेक्टर दिनेश नाग, अनुविभागीय दंडाधिकारी श्रीमती सीमा ठाकुर, परियोजना प्रशासक संकल्प साहू, वरिष्ठ खेल एवं युवा कल्याण अधिकारी सुश्री सुधा कुमार सहित जनप्रतिनिधिगण, बड़ी संख्या में ग्रामीण, खिलाड़ी एवं राजीव युवा मितान क्लब के सदस्य उपस्थित थे।