मणिपुर की घटना पर सियासत कितना जायज?
रायपुर । मणिपुर की महिला हिंसा की तस्वीर। जिसने देशवासियों का सिर शर्म से झुका दिया है और ऐसे सवाल खड़े किए हैं।जिनके जवाब आसान नहीं हैं। घटना 4 मई की बताई जा रही है लेकिन अब जब वीडियो वायरल हुआ है। तो इस पर सियासत भी खूब हो रही है। PM मोदी ने इस घटना को लेकर अपने बयान में छत्तीसगढ़ और राजस्थान की कानून व्यवस्था का भी जिक्र किया। जिस पर प्रदेश में सियासत गरमा गई है।
मणिपुर की तस्वीरों ने पूरे देश को शर्मसार किया। हैवानियत औऱ दरिंदगी जैसे शब्द भी इस घटना के लिए कम हैं। पीड़ितों ने जो भोगा । उनके दर्द के लिए हर शब्द कम हैं। इस घटना ने कई सवाल खड़े किए। तो सियासत को भी गरमा दिया। महिलाओं से बर्बरता पर पीएम मोदी ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि मणिपुर की घटना से पूरा देश शर्मसार है। उन्होंने छत्तीसगढ़ का जिक्र किया। जिस पर अब सियासत तेज हो गई है।
कांग्रेस नेताओं की आपत्ति यही है कि पीएम मोदी ने इतने संवेदनशील मुद्दे के साथ छत्तीसगढ़ का जिक्र क्यों किया। कांग्रेस घटना के राजनीतिकरण का आरोप बीजेपी पर लगा रही है। जबकि बीजेपी नेताओं का तर्क है कि नग्न प्रदर्शन से देश का नाम खराब हुआ।इसलिए छत्तीसगढ़ का जिक्र आया।
मणिपुर की तस्वीरों में दो महिलाएं..बेबस..लाचार..मजबूर…और सामने हजारों का हुजूम। उस पीड़ा उस दर्द को सोचकर भी रूह कांप जाती है और उस पर सियासी जुबानों के बोल देश और प्रदेश की राजनीति में फंसे हैं। क्या ये सियासत उस तस्वीर को बदल पाएगी। क्या अपराधियों को मुकम्मल सजा दिला पाएंगे… क्या ऐसा कुछ हो पाएगा। कि ऐसी पीड़ा से किसी स्त्री को गुजरना न पड़े।