नाम का नहीं काम का जिला चाहिए : छुईखदान
विधानसभा खैरागढ़ उपचुनाव में घोषित किए गए खैरागढ़ छुईखदान गंडई नवीन संयुक्त जिला अस्तित्व में आने के डेढ़ साल बाद भी नगर छुईखदान गंडई में जिला स्तरीय शासकीय विभागों के बटवारें की स्थिति अभी तक शासन प्रशासन स्पष्ट नहीं कर पाया है। जिससे नए जिले और विधान सभा के इस सबसे बड़े जनाधार वाले ब्लॉक के आम जनों सहित सभी वर्गो में रोष और बढ़ता जा रहा ।
अतीत के कड़वाहट के विषय रियासत का टकराव से लेकर १९५३ में छुईखदान में सरकारी ट्रेजरी ले जाने को लेकर हुए गोली कांड , नगर पालिका होने का गौरव छीना जाना, पूर्ण अनुविभाग का न मिलना आदि की कड़वाहट को मिटने की उम्मीद इस नए संयुक्त जिले में तीनो नगरो के समानांतर विस्तार और विकास से बंधी थी । पर बीते वर्षों में जिन जिन शासन प्रशासन सत्तासीन प्रभारी मंत्री , खनिज निगम अध्यक्ष गिरीश देवांगन , विधायक , को ये जिम्मेदारी सौंपी गई वो सही दिशा में इस नए संयुक्त जिले के विस्तार को संतुलित रूप देने में सफल नहीं हो रहे है ।
गिरीश देवांगन के आगमन पर हुआ प्रदर्शन
छुईखदान ब्लॉक में इस बढ़ते आक्रोश को आज छुईखदान ब्लॉक के नागरिकों , युवाओं ने जय स्तंभ में एकत्रित हो उग्र प्रदर्शन कर व्यक्त किया । आज खनिज निगम अध्यक्ष गिरीश देवांगन ,विधायक यशोदा वर्मा नगर पंचायत के लोकार्पण भूमि पूजन कार्यक्रम में पहुंचे थे जहां सैकड़ों की संख्या में छुईखदान नगर वा ब्लाक के लोग और युवा हाथों में तख्तियां जिसमे
“सिर्फ नाम का नहीं काम का जिला छुईखदान चाहिए”
“दो हमे जिला पंचायत जिला अस्पताल नही तो होगी ये सरकार हलाल” ,
“सुनो विधायक बहना अभी भी सम्हल जाओ जिले में छुईखदान गंडई को उसका हक दिलाओ “,
छुईखदान छेत्र ने किया वादा पूरा , अब कका की है बारी ,कका बताओ क्या है ? जिले में छुईखदान की हिस्सेदारी ??
ऐसे लिखित संदेशों के माध्यम से छुईखदान जिंदाबाद का आकाशभेदी नारो से अपनी मंशा मांग और आक्रोश को व्यक्त किया।
और आक्रोश भड़का कर चले गए देवांगन
मुख्यमंत्री के प्रमुख रूप से अपने करीबी गिरीश देवांगन को नए के सी जी जिले में तीनो नगरों में संतुलन बैठाने की जिम्मेदारी सौंपी है लेकिन कल उनके कार्यक्रम से महज १०मीटर की दूरी पर छुईखदान ब्लॉक के लोग वा युवा सैकड़ों संख्या में २.३०घंटे से चिलचिलाती धूप तपती जमीन में बैठ कर प्रदर्शन कर रहे थे पर नैतिकता के नाते भी देवांगन प्रदर्शनकारी जनता से मिलने नहीं गए विधायक को भेज दिया जिससे पूरे छुईखदान छेत्र के लोगो में उनके इस रवैए को लेकर और आक्रोश बढ़ गया …आम जनता प्रतिक्रिया व्यक्त की की आज जिस नेता के पास छुईखदान ब्लॉक के आम लोगो की बात सुनने का समय नहीं दो माह बाद चुनावों में छुईखदान मतदाताओ के पास उनकी बात सुनने का समय नहीं होगा ।
प्रदेश व विधानसभा कप्तानों की भूमिका संदिग्ध :
नए जिला विस्तार में जिला स्तरीय शासकीय विभागों के बटवारें को लेकर विशेषकर छुईखदान गंडई छेत्र की जनता में शासन प्रशासन के सक्रिय लोगो द्वारा भ्रम और असंतुलन के जो संदेश जा रहे है और यहां की आम जनता ,उससे प्रदेश के कप्तान सर और विधानसभा के कप्तान मैडम की भूमिका छुईखदान गंडई छेत्र की आमजनों में संदिग्ध बनती जा रही है ।और कप्तान के करीबी सीपेसलार का अव्यवहारिक रवईया जिसे इस नए संयुक्त जिले में संतुलन बनाने का दायित्व सौंपा गया था वो भी अपनी भूमिका में अब तक असफल साबित होते नजर आ रहें है
तब होगी जन गण मन की जय
शासन प्रशासन में बैठे तमाम लोगो को ये समझना होगा की नए संयुक्त जिलों का विस्तार दिए नाम के अनुरूप संतुलित तरीके से बराबरी से धरातल पर करना ही होगा । तभी यह जन गण मन की जय होगी और भविष्य में सकारात्मक विकास विस्तार के साथ जन जुड़ाव वाला जिला साबित होगा ।
प्रदर्शनकारियों में प्रमुख रूप से गिरिराज किशोर , नवनीत जैन , प्रेमनारायण चंद्राकर ,प्रदीप श्रीवास्तव , सैलेश , नवीन , विक्रांत ,रोशन , किशन , वैभव , ललित , नयन, मुकेश वर्मा , बंटी , भूपेंद्र , सुभाष , अर्जुन , देवेश सहित बड़ी संख्या में नगरी वा ब्लॉक के लोग शामिल हुए ।