मुंगेली लोरमी मवेशी चरागन को लेकर आधा दर्जन गांव वालो ने अनुभागीय अधिकारी को सौपे ज्ञपान
लोरमी अखरार कंशरी वन भूमि अतिक्रमण मामला अब तुल पकडते दिखाई देने लगे हैअखरार के ग्रामीणों ने मवेशी नही जाने देने एंव खुडिया वन परिक्षेत्र के अन्तर्गत सैकड़ों एकड जमीन को कंशरी ,दरवाजा,,कनसरा, बोकरा कछार बांकल, सांभर धसान ,संहित आधा दर्जन ग्रामों के उपर अतिक्रमण करने के आरोप लगाते हुंऐ अनुभागीय अधिकारी लोरमी को तीन दिवस मे कार्यवाही नही होने पर चक्का जाम करने के चेतावनी दिये थे। जिसे आनन फानन मे खुडिया वन परिक्षेत्र के स्टाप के द्वारा कुछ अतिक्रमण को हटाया गया। वंही अखरार के लोगों ने लगे धान के फसल को मवेशियों से चरवा दिया गया जिसे लेकर आज बेवास्थापन से आये गांव सहित आधा दर्जन गांवों के ग्रामीणों ने भी लोरमी अनुभागीय अधिकारी को ज्ञपान सौपा गया जिसमे आरोप लगाया गया है की पांच किलो मिटर दुर अखरार से मवेशी लाकर फसल को चराते है जिसका बिरोध करने पर अतिक़मण करने का आरोप लगाते हुंऐ शिकायत किया गया है। और वन प्रशासन के मौजूदगी मे अतिक़मण के सांथ बेवास्थापन के दौरान सरकार के द्वारा दिये गये पट्टे के जमीन मे लगे धान फसल को भी मवेसी से चराये गये है जिनके चलते काफी परेशानियां होने की बात ग़ामिणो ने कही वंही इसमे तत्काल जा़च कर उचित कार्यवाही करने की मांग किये है। वंही लोरमी अनुभागीय अधिकारी पार्वती पटेल ने बताया की पूर्व मे मवेशियों की जंगल जाने वाले रासता रोकने की शिकायत अखरार ग़ामिणो ने किया था जिसे मुक्त कराया गया है और आज कंशरा,कंसरी के लोगो ने अपने गांवों मे दुसरे गांवों के मवेशि नही लाने के आवेदन दिये है जंहा जांच कर उचित कार्यवाही करने की बात कही
बाहर हाल आगे देखने वाली बात होगी की इस समस्या का समाधान प़शासन किस तरह करती है जिसमे हुकमीचंद जायसवाल, लखन सिंह बैगा,सिक्कू दुबे,धनी राम यादव, ग्रामीण सहित भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।