छत्तीसगढ़ के कोरिया के जंगलों में खुखड़ी-पुटू की बहार आई है
रायपुर बारिश शुरू होते हीछत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में पुटू, खुखड़ी (एक प्रकार का मशरूम) की बहार आ गई है .ये चिकन और मटन का बेहतर विकल्प बन गया है। सुदूर वनांचलों से नगरों तक आ रहे खुखडी और पुटू के लिए बस जेब ढीली करनी होगी। यहां सोनहत रामगढ़ से आने वाले पुटू, खुखड़ी की मांग रायपुर बिलासपुर से लेकर झारखंड, बिहार में भी ज्यादा है। फिलहाल ये 400 से 600 रुपये प्रति किलो खूब बिक रहा है।बारिश के साथ ही कोरिया जिले के ग्रामीण इलाकों में तरह-तरह के खुखड़ी उगने लगे हैं । ग्रामीणों के साथ साथ अब शहरी क्षेत्र के लोग प्रमुख सब्जी के रूप में उपयोग करते हैं। ग्रामीणों के लिए सब्जी के साथ ही यह अतिरिक्त आमदनी का जरिया बन जाता है। बरसात के मौसम में बिजली कड़कने से धरती फटती है और इसी समय धरती के अंदर से सफेद रंग की खुखड़ी निकलती है। पहली पहली बारिश में निकलने वाली इस खुखड़ी का जीवन सिर्फ कुछ दिनों का रहता है और इसका सीजन भी, शुरूआती बारिश के बाद 20 से 30 दिन ही। इसके बाद अगले वर्ष तक इंतजार करना पड़ता है। खुखड़ी मशरूम की तरह दिखता है। खुखड़ी में भी कई किस्म हैं। ग्रामीणों की मानें तो खुखडी की किस्मों को ग्रामीण अलग अलग नाम से बुलाते है। पतेरी खुखड़ी के अलावा सबसे ज्यादा बालू, भंडू और टंकस खुखड़ी को लोग ज्यादा खाते हैं।