November 23, 2024

‘लद्दाख के लोगों की जमीन छीनकर अडानी को देना चाहती है भाजपा, हम मोहब्बत की दुकान खोल रहे..’, कारगिल में राहुल गांधी

कारगिल: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज शुक्रवार (25 अगस्त) को भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा, उद्योगपति गौतम अडानी के लिए लद्दाख के लोगों की जमीन छीनना चाहती है। उन्होंने लद्दाख में चीनी सेना के अतिक्रमण के बारे में कथित तौर पर “झूठ” बोलने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की भी आलोचना की। राहुल गांधी लद्दाख में जनसंपर्क यात्रा पर हैं और मोटरसाइकिल से केंद्र शासित प्रदेश का दौरा कर रहे हैं।कारगिल में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की विचारधारा लद्दाख के लोगों के DNA में है। राहुल ने कहा कि, ‘मैंने इस बार पूरे लद्दाख का दौरा किया और मैंने विभिन्न राज्यों के श्रमिकों को विभिन्न बुनियादी ढांचे और निर्माण परियोजनाओं पर मजदूर के रूप में काम करते देखा। मैंने उनमें से कई से पूछा कि क्या उन्हें लद्दाख के स्थानीय लोग सहायक लगते हैं। उन सभी ने कहा ‘यह घर से दूर एक घर है’, आप (लद्दाख के लोग) कांग्रेस की विचारधारा की तरह सद्भाव में रहते हैं।’ राहुल गांधी ने कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस की मांगों को सूचीबद्ध किया, उन्होंने कहा कि यह स्थानीय लोगों द्वारा रखी गई थी। राहुल बोले कि, ‘आपकी पहली शिकायत यह है कि लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद आपको पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। दूसरे, हर युवा कहता है कि लद्दाख बेरोजगारी का केंद्र है। तीसरा, कनेक्टिविटी बेहद खराब है और आप एक हवाई अड्डा चाहते हैं।’ उन्होंने इन मांगों को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा जानती है कि यदि आपका पर्याप्त प्रतिनिधित्व है, तो वे आपकी जमीनें हड़प नहीं पाएंगे। भाजपा केवल आपकी जमीनें छीनकर [गौतम] अडानी को देना चाहती है ताकि वह बड़ी-बड़ी फ़ैक्टरियाँ खड़ी कर सके।”

राहुल ने कथित चीनी घुसपैठ को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, ‘लद्दाख का हर व्यक्ति जानता है कि चीनियों ने हमारे क्षेत्र पर आक्रमण किया है। मगर, पीएम मोदी ने स्पष्ट रूप से झूठ बोला और कहा कि चीनियों ने हमारी भूमि पर अतिक्रमण नहीं किया है। कारगिल एक रणनीतिक क्षेत्र है और चीनी आक्रामकता के हर उदाहरण में यहां के लोगों का योगदान है।’  राहुल गांधी ने आगे कहा कि, ‘कुछ महीने पहले हम कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल चले थे, इसे ‘भारत जोड़ो यात्रा’ कहा गया था। इसका उद्देश्य देश में भाजपा-RSS द्वारा फैलाई गई नफरत और हिंसा के खिलाफ खड़ा होना था, जो संदेश आया यात्रा से आया था, वो ये था-‘नफ़रत के बाज़ार में हम मोहब्बत की दुकान खोलने निकले हैं’। पिछले कुछ दिनों में मुझे खुद यह देखने को मिला। यात्रा के समय, सर्दियों में बर्फबारी के कारण मैं लद्दाख नहीं जा सका। लद्दाख में यात्रा का संचालन करना मेरे दिल में था और मैंने इस बार मोटरसाइकिल पर इसे आगे बढ़ाया।” बता दें कि, राहुल गांधी 30 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में भाजपा के खिलाफ बनाए गए 26 विपक्षी दलों के गठबंधन की बैठक में भाग लेंगे।