ग्रामीणों के साथ बिजली विभाग का गेट बन्द कर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी के विधानसभा प्रभारी मनीष त्रिपाठी ने किया विरोध सौंपा ज्ञापन
लोरमी विधानसभा के अधिकांस गाँव आज आये बरसात में अंधेरे में अपना जीवन यापन कर रहे है, लगातार महीनों से बिजली विभाग में शिकायत दर्ज कराया जा रहा है कि अनेकों ग्राम में ट्रांसफार्मर जलने के कारण वहां के लोग अंधेरे अपना जीवन यापन कर बहोत ही परेशानियो का सामना कर रहे है, किंतु कुम्भकर्ण के नींद में सोई हुई यह बिजली विभाग अभी तक नींद से नही जागे है, अगर 3 दिन के भीतर इन समस्याओं का निराकरण नही हुआ तो जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी के समस्त कार्यताओ एवं ग्रामीणों द्वारा बिजली ऑफिस का घेराव कर उग्र आंदोलन किया जाएगा.
बिजली विभाग की लापरवाही सिर्फ इलाके में नहीं बल्कि पूरे मुंगेली जिले के लगे सैकड़ों गांव में भी देखने को मिल रही है।जिस प्रकार चुनाव नजदीक आने पर राजनैतिक दल जमीनी स्तर पर कार्य करते हैं उसी प्रकार बरसात के दिनों में बिजली की किल्लत ना हो इसलिए बिजली विभाग द्वारा पहले से व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली जाती है। तार का मेंटिनेंस पैट्रोलिंग पैनल इत्यादि संसाधनों की मरम्मत कर ली जाती है. ताकि बरसात में लोगों को बिजली की समस्या ना हो ऐसा ही कुछ बिजली विभाग लाखो करोड़ों खर्च करता है। पर जमीनी हकीकत में पदस्थ लाइन मैंन, छाव, ष्ठश्व घर बैठे लीपा पोती कार्य करने से बारिश के मौसम में अक्सर विद्युत खंभों में जाली केबल, लूज तार, पर पेड़ की डाल गिर जाते हैं, इसकी वजह से फॉल्ट होता है और विभाग के कर्मचारियों को फॉल्ट खोजने में ही कई दिन लग जाते है। ऐसे में बिजली उपभोक्ताओं को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए बिजली विभाग द्वारा भी बरसात से पूर्व व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली जाती है, लेकिन मुंगेली जिले के लोरमी के कबरा टोला अंतर्गत सब स्टेशन लोरमी एवं खाम्ही में विद्युत विभाग की मनमानी सर चढ़कर बोल रही है. विभाग की लापरवाही का नतीजा यह है कि ग्रामीण क्षेत्र के लोग आदि काल में पहुंच गए है। छत्तीसगढ में राजनैतिक दल घरेलु विद्युत 24 घंटे देने की योजन जनता के बीच सबसे बड़ा कार्य भाषण का विषय हमेशा दिया जाता है पर जमीनी स्तर पर हकीकत और ही बया करती है पूरे दिन रात गायब रहती है बिजली
सैकड़ों से ज्यादा गांव हैं इन गांव में जिसका नतीजा यह है कि लोग अपने बोरवेल चालू नहीं कर पा रहे हैं और उनके फसलों को हो रही क्षति, जो किसानों के ऊपर सीधे असर पड़ रहा है. पिछले 15 दिनों से बिजली की यह स्थिति है कि लोग आदिकाल में पहुंच चुके हैं।अधिकारियों से हर दिन विवाद की स्थिति बनी रहती है. कई अधिकारी ऐसे हैं जो अपना मोबाइल बंद कर ड्यूटी से नदारद भी पाए जाते हैं। इस बीच मुख्य रूप से उपस्थित विधानसभा प्रभारी मनीष त्रिपाठी, नरोत्तम कश्यप, नोहर चतुर्वेदी,राजा त्रिपाठी , रामप्रसाद पटेल, देवेंद्र पालेकर, कैलाश श्रीवास, विकाश सेन, अजय गिरी,सुभम, टोनी, देवा कुर्रे,किशन भास्कर, विनय पाठक, सोहन साहू, इत्यादि कार्यकर्ता और ग्रामीण उपस्थित रहे।