November 20, 2024

पीएम मोदी की ‘तारीफ’ करना टीएस सिंहदेव को पड़ा भारी, कांग्रेस हाईकमान हुआ नाराज़, खड़गे ने दी कड़ी नसीहत

रायपुर: कांग्रेस हाईकमान, छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव द्वारा केंद्र की मोदी सरकार की प्रशंसा करने से नाराज दिखाई दे रहा है। दरअसल, सिंहदेव ने 14 सितंबर को रायगढ़  में एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा करते हुए केंद्र सरकार की जमकर तारीफ की थी। सिंहदेव ने कहा था कि, ‘आज आप (पीएम मोदी) यहाँ कुछ देने आये हैं। आपने छत्तीसगढ़ को बहुत कुछ दिया है और मुझे विश्वास है कि भविष्य में भी आप हमें और भी बहुत कुछ देते रहेंगे।’

डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा था कि, ‘हमने हमेशा केंद्र सरकार के मार्गदर्शन में काम किया है और मैं यह कहने से नहीं चूकना चाहता कि, मेरे अनुभव में, मुझे राज्य में कभी कोई पक्षपात महसूस नहीं हुआ, जब हमने कुछ मांगा, केंद्र सरकार ने कभी मदद से इनकार नहीं किया। और मेरा मानना है कि आगे चलकर राज्य और केंद्र हमारे देश और राज्य को आगे ले जाने के लिए सभी क्षेत्रों में मिलकर काम करेंगे।’
इसके बाद पीएम मोदी ने हाथ जोड़कर सिर झुकाकर आभार व्यक्त किया था और बाद में उनसे हाथ भी मिलाया था। उसी की एक क्लिपिंग एक्स, (पूर्व में ट्विटर) पर वायरल हो गई।

भाजपा नेताओं ने भी केंद्र पर कथित तौर पर राज्य में योजनाओं को लागू नहीं करने का आरोप लगाने के लिए सीएम भूपेश बघेल की आलोचना करते हुए इसे साझा किया, जबकि उनके डिप्टी ने कुछ और ही दावा किया। बता दें कि, चुनाव नजदीक आते ही छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भाजपा के खिलाफ अपना दांव तेज कर दिया है. वह अक्सर राज्य में धन आवंटित नहीं करने या योजनाएं लागू नहीं करने के लिए केंद्र पर आरोप लगाते हैं। वहीं, कांग्रेस कार्य समिति (CWC) कथित तौर पर छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पहले अपने वरिष्ठ नेता (टीएस सिंहदेव) द्वारा प्रधान मंत्री की प्रशंसा से नाराज़ थी।

कार्यक्रम में अपने बयान पर सफाई देते हुए टीएस सिंहदेव ने मीडिया से कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री की गरिमा को ध्यान में रखते हुए ऐसे शब्द कहे हैं। उन्होंने कहा कि, ‘हमारे राज्य में आतिथ्य सत्कार की परंपरा है। सरकारी मंच पर प्रधानमंत्री की गरिमा को ध्यान में रखते हुए बातें कही गईं। मैं मंच पर आरोप-प्रत्यारोप में नहीं पड़ना चाहता था। मेरा बयान केवल मेरे विभाग की मांगों से संबंधित था।’ वहीं, कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने कथित तौर पर कहा कि सिंहदेव केवल पीएम की कुर्सी का सम्मान कर रहे थे। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मीडिया सेल प्रभारी सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि, ‘सिंह देव जी पीएम के साथ मंच साझा कर रहे थे और इसलिए वह कूटनीतिक व्यवहार कर रहे थे।’

मल्लिकार्जुन खड़गे टीएस सिंहदेव से नाराज ?

हालाँकि, CWC मीटिंग में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने निराशा व्यक्त करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता की खिंचाई की। डिप्टी सीएम को पीएम की प्रशंसा के लिए माफी मांगने के लिए कहा गया। ऐसा तब हुआ जब टीएस सिंहदेव ने कथित तौर पर छत्तीसगढ़ की कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा से पहले ही माफी मांग ली थी, जब उन्होंने उन्हें गलती बताई थी। बैठक में मौजूद एक नेता ने कथित तौर पर कहा कि, ‘उन्होंने (खड़गे ने) सिंह देव से कहा कि उनकी माफी से गलती ठीक नहीं होगी। उन्होंने सिंह देव और अन्य सभी CWC सदस्यों से सावधान रहने और अनावश्यक रूप से पीएम मोदी की प्रशंसा न करने के लिए भी कहा।

नेता ने कथित तौर पर कहा कि, ‘कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तब उनसे कहा कि खेद होने के बावजूद, नुकसान हो चुका है। एक उपमुख्यमंत्री और एक वरिष्ठ सदस्य के रूप में, लोग उनकी बातों को गंभीरता से लेंगे।’ कांग्रेस ने दूसरे नेताओं को सावधान करने के लिए सिंगदेव का उदाहरण भी दिया। इसके अलावा, छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम ने अगले दिन सार्वजनिक माफी जारी करते हुए एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट किया कि, ‘हमारे राज्य और पूरे देश में हमेशा से आतिथ्य सत्कार की परंपरा रही है। एक आधिकारिक मंच पर प्रधानमंत्री की गरिमा को ध्यान में रखते हुए कुछ बातें कही गईं।  मैं मंच के माध्यम से आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति में नहीं पड़ना चाहता था।  और, मेरा बयान केवल मेरे विभाग की मांगों से संबंधित था।’

हालाँकि, कांग्रेस पहले ही डैमेज कंट्रोल मोड में आ चुकी थी।  वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी.चिदंबरम ने कहा कि सिंहदेव केवल “प्रोटोकॉल” का पालन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम ने कोई विभाजनकारी मुद्दा नहीं उठाया या कोई राजनीतिक बयान नहीं दिया। जयराम रमेश ने कहा कि सिंहदेव का आचरण “प्रधानमंत्री के विपरीत था, जिन्होंने हर सरकारी समारोह में कांग्रेस को गाली दी थी।’ बता दें कि, जून में टीएस सिंहदेव को बघेल सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद यह बात सामने आई है, ताकि दोनों नेताओं को राज्य के चुनावों में तेजी से आने से रोका जा सके।