चुनावी फंड एकत्रित करने में जुटे वन विभाग के अधिकारी
भानुप्रतापपुर। विधानसभा चुनाव अब गिनते के कुछ दिन ही शेष रह गए है। नेताओ के मौखिक आदेश पर वन विभाग अधिकारी भी चुनावी खर्च के लिए फंड एकत्रित करने में लग गए है। फंड एकत्रित करने के उद्देश्य से कुछ दिवस पूर्व 04 सितम्बर को कांकेर वनवृत कार्यालय में बड़े साहब ने परिक्षेत्र अधिकारियों की बैठक ली एवं राशि एकत्रित करने का मौखिक निर्देशित किया गया।
नाम नही छापने के एवज में कुछ परिक्षेत्र अधिकारियों ने बताया कि बैठक के दौरान प्रत्येक छोटे रेंज में कम से कम 10 लाख वही बड़े रेंजों में यह राशि बढ़कर 25 लाख तक जमा किये जाने की बात सामने आ रही है। फंड एकत्रित करने का सिलसिला प्रदेश स्तरीय किया जा रहा है। बता दे कि छत्तीसगढ़ में 32 वनमंडल है प्रत्येक वनमंडल में 4 से 5 रेंज है, एकत्रित राशि की बात करें तो करोड़ो में होगी।
वन विभाग में योजना एवं अन्य कार्यो के लिए प्रत्येक वर्ष राशि करोड़ो आती है लेकिन वास्तविकता धरातल पर कम अधिकांश कार्य फाइलों में पूर्ण किये जाते है, कांकेर वन वृत की बात करे तो केशकाल, कोंडागांव, कांकेर वनमंडलो में फर्जी व्हाउचर बनाकर लाखो के घोटाले किये जाने की बात सामने आई है।
कुछ रेंज अफसरों का कहना है कि बड़े साहब के आदेश का पालन करना हमारी मजबूरी है, बड़े अफसर का या भी कहना है कि अगर फंड एकत्र नहीं करते हो तो अपनी बोरिया बिस्तर बांध लो पर इतनी बड़ी रकम जुटा पाना भी मुमकिन है,उनका कहना था कि चुनाव में फंड एकत्रित किया जाना है, राशि भी रेंज अनुसार एवं बजट के अनुसार 10 से 25 लाख राशि तक देने की बात साहब द्वारा की गई है। योजना व कार्य के नाम से आये राशियों में से ही चुनाव के लिए राशि दिए जाना है, स्वाभाविक बात है कार्य मे प्रभाव पड़ेंगे। बहरहाल आरटीआई के तहत केशकाल एवं कांकेर वनमंडल के अंतर्गत निकाले गए दस्तावेजो में कई फर्जीवाड़ा सामने आई है, निश्चित रूप से चुनावी फंड के लिए राशि एकत्रित किये जाने से कार्य को विभाग फाइलों में पूरे किए जाएंगे।