‘डमरू’ डिजाइन, बेलपत्र पैटर्न में त्रिशूल जैसी फ्लड लाइट्स; ये हैं वाराणसी के क्रिकेट स्टेडियम की खासियतें
देश को एक और इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम मिलने जा रहा है, जो उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बनेगा और जिसका आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिलान्यास करने जा रहे हैं। यह प्रदेश का तीसरा स्टेडियम होगा। इससे पहले लखनऊ और कानपुर में भी स्टेडियम हैं, लेकिन यह स्टेडियम उनसे काफी अलग है।
सबसे खास बात यह है कि वाराणसी में बनने जा रहा स्टेडियम दुनिया का पहला स्टेडियम होगा, जो भगवान भोलेनाथ को समर्पित होगा, क्योंकि इसका डिजाइन शिव के डमरू जैसा है, जिसमें बेलपत्र के पैटर्न में त्रिशूल के जैसी फ्लड लाइट्स लगी होंगी। आइए हम आपको इस स्टेडियम के बारे में वह सब बताते हैं, जो आप जानना चाहते हैं…
- वाराणसी के राजातालाब इलाके में गंजारी गांव में रिंग रोड पर करीब 30 एकड़ में स्टेडियम बनेगा।
- स्टेडियम के बनाने में उत्तर प्रदेश सरकार 120 करोड़ और BCCI 330 करोड़ खर्च करेगा।
- करीब 450 एकड़ में बनने वाले इस स्टेडियम का डिजाइन भगवान भोलेनाथ से प्रेरित है।
- डिजाइन डमरू जैसा, छत अर्धचंद्राकार, त्रिशूल जैसी फ्लड लाइट्स, जिनका पैटर्न बेलपत्र जैसा होगा।
- स्टेडियम में करीब 30 हजार लोगों के बैठने की क्षमता है, वहीं सीढ़ियां घाट की सीढ़ियों जैसी होंगी।
- दिसंबर 2025 तक स्टेडियम को पूरा करने का टारगेट है और इसमें 7 क्रिकेट पिच बनाई जाएंगी।