देवर की मोहब्बत में पड़ी भाभी ने किया ऐसा कांड, अब पूरे क्षेत्र में हो रही चर्चा, पूरे गांव में मशहूर थी दोनों की आशिकी की कहानी
जब कोई शख्स प्रेम में पड़कर रिश्तों की मर्यादा लांघ जाए तो उसे अंदाजा भी नहीं रहता कि स आशिकी का क्या अंजाम होगा। जब ये अवैध रिश्ता अंजाम तक पहुंचता है तो सब कुछ खत्म हो गया होता और फिर हाथ मलने के सिवाए और कोई रास्ता नहीं बचता। ऐसा ही एक मामला बिहार से सामने आया है, जहां निर्दयी महिला ने अपने देवर की मोहब्बत पड़कर मासूम बेटी को झाड़ियों में फेंक दिया। झाड़ियों में लावारिश बच्ची मिलने की जैसे ही खबर मिली पूरे गांव में हड़कंप मच गया। वहीं, मौके पर पहुंची चाइल्ड लाइन की टीम ने बच्ची को पु लिस को सौंप दी है।
मिली जानकारी के अनुसार मामला रतनपुरा थाना क्षेत्र के भगवानपुर पंचायत समदा वार्ड 12 का है। बताया जा रहा है कि एक महिला खेत में काम कर रही थी। इस दौरान उसे बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। महिला ने देखा कि मासूम बच्ची झाड़ियों में पड़ी रो रही है। तुरंत ही उसने गांव वालों को इस घटना के बारे में बताया गया। ग्रामीणों ने बच्ची की पहचान गांव के ही धीरेंद्र सादा की बेटी के तौर पर की।
ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि धीरेंद्र सादा अन्य राज्य में मजदूरी करता है और उनकी पत्नी सुनीता देवी का प्रेम प्रसंग उसके देवर सुभाष सादा के साथ चल रहा है। देवर के प्रेम में उसने अपनी 4 महीने की मासूम बच्ची को नहर के पास झाड़ियों फेंक दिया। ग्रामीण वीणा देवी ने बताया बच्ची बरसात के पानी में पूरी तरह भीग गई थी। उसके शरीर पर चींटी और कीड़े-मकोड़े चल रहे थे। बच्ची को उठाकर गांव लाया गया। उसकी साफ सफाई के बाद बच्ची को दूध पिलाया गया।
बाल कल्याण समिति सुपौल के अधिकारी ने बताया कि बच्ची को मेडिकल जांच के बाद बाल कल्याण समिति में भेज दिया गया है। संस्था में शून्य से 6 साल तक के बच्चों का देखभाल की जाती है। अखबारों में विज्ञापन निकाला जाएगा। कोई दावा करेगा तो जांच के बाद उसे सौंप दिया जाएगा। अगर 90 दिनों तक दावा नहीं किया जाता है तो बच्ची को कानूनी तौर पर स्वतंत्र किया जाएगा, जो ऑनलाइन आवेदन करेगा, उन्हें बच्ची को गोद में दे दिया जाएगा।