November 26, 2024

अग्निपथ’ पर चलते युवा: भारतीय नौसेना के लिए तैयार हुआ ‘अग्निवीरों’ का दूसरा बैच, योजना की लॉन्चिंग पर जमकर हुआ था विरोध

नई दिल्ली: अग्निपथ योजना के तहत भर्ती किए गए अग्निवीरों के दूसरे बैच की पासिंग आउट परेड (POP) मंगलवार (26 सितंबर) को ओडिशा में भारतीय नौसेना जहाज (INS) चिल्का में आयोजित की गई। अग्निवीरों के पहले बैच ने 28 मार्च को INS चिल्का में अपनी पासिंग आउट परेड मनाई। बता दें कि, जब यह योजना लॉन्च की गई थी, उस समय इसका जमकर विरोध हुआ था, युवाओं को भड़काकर सड़कों पर उतार दिया गया था, जिसके परिणामस्वरूप करोड़ों रुपयों की सरकारी संपत्ति जलकर ख़ाक हो गई थी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने तो इस ‘अग्निवीर योजना’ को भरी संसद में RSS की योजना बता दिया था। राहुल से पहले भारत को 2047 तक इस्लामी राष्ट्र बनाने के मिशन पर काम कर रहा प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) भी इसे RSS की योजना कह चुका था। हालाँकि, युवाओं की गलतफहमी दूर हो चुकी है और वे देशसेवा के लिए बढ़-चढ़कर अग्निपथ पर चल रहे हैं और अग्निवीर बन रहे हैं।   

वाइस एडमिरल मकरंद अरविंद हम्पीहोली ने 452 महिला अग्निवीरों सहित लगभग 2200 अग्निवीरों के POP की समीक्षा की। दक्षिणी नौसेना कमान ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा कि, ‘वाइस एडमिरल मकरंद अरविंद हम्पीहोली ने हाल ही में एक समारोह देखा जहां 452 महिला अग्निवीरों सहित लगभग 2200 अग्निवीरों ने अपना प्रशिक्षण पूरा किया। यह समारोह उनके 16 सप्ताह के कठिन प्रशिक्षण के अंत और भारतीय नौसेना में उनकी यात्रा की शुरुआत का प्रतीक था। यह 26 सितंबर, 2023 को INS_Chilka में आयोजित किया गया था।’

एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, “सफल प्रशिक्षुओं को जलयात्रा और पेशेवर प्रशिक्षण पूरा होने के बाद उनके समुद्री प्रशिक्षण के लिए अग्रिम पंक्ति के युद्धपोतों पर तैनात किया जाएगा।” बता दें कि पिछले महीने, भारतीय सेना के असम रेजिमेंटल सेंटर ने मेघालय के शिलांग में अग्निवीरों के पहले बैच के लिए पासिंग आउट परेड (POP) का आयोजन किया था। राज्य की राजधानी के पार्सन्स परेड ग्राउंड में आयोजित एक शानदार समारोह में कुल मिलाकर 44 अग्निवीरों को भारतीय सेना में शामिल किया गया था।

परेड की समीक्षा असम रेजिमेंटल सेंटर के कमांडेंट ब्रिगेडियर दिनेश चंद्र सिंह कन्याल ने की थी। औपचारिक पासिंग आउट परेड ने अग्निवीरों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के पूरा होने का प्रतीक बनाया। उल्लेखनीय है कि, 14 जून 2022 को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भारतीय सशस्त्र बलों के तीनों सेवा प्रमुखों ने अग्निपथ योजना की घोषणा की थी। नवंबर की शुरुआत में, भारतीय नौसेना ने देश भर से अग्निवीरों की भर्ती शुरू की थी, अब तक हज़ारों अग्निवीर सेनाओं में शामिल हो चुके हैं। इसमें महिला अग्निवीरों की भर्ती का भी प्रयास किया गया।

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