आरोग्यम सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल दुर्ग में किडनी ट्रांसप्लांट यूनिट का उद्घाटन…
भिलाई। किडनी मानव शरीर का अत्यंत ही महत्वपूर्ण अंग होता है| आरोग्यम सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल के यूरोलाजिस्ट डॉ. नविन दारुका ने बताया की सामान्यत: मनुष्यों में दो किडनी पाई जाती है| इसके प्रमुख कार्य है, रक्त में मौजूद हानिकारक एवं विषैले पदार्थो को मूत्र के रूप में बाहर निकालना, शरीर में पानी,तरल पदार्थ तथा खनिज पदार्थो (सोडियम,पोटेशियम,इलेक्ट्रोलाइट) का संतुलन रखना, लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में सहयोग,तथा रक्तचाप पर नियंत्रण करना होता है| किडनी में खराबी डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट का कारण बन सकती है|
नेफ्रोलॉजिस्टडॉ. आर के साहू एवंडॉ.दारुका ने बताया की किडनी की संरचना बड़ी ही जटिल होती है| यह एक फ़िल्टर मशीन की तरह कार्य करती है,किडनी की सबसे महत्वपूर्ण इकाई नेफ्रोन होती है,जो एक छन्नी के समान कार्य करती है,सामान्यत: प्रत्येक किडनी में लगभग 12 लाख नेफ्रोन होते है प्रत्येक नेफ्रोन के दो हिस्से होते है,पहला ग्लोमेरुलस दूसरा ट्यूबयूल्स जिनके माध्यम से रक्त साफ होता है,और गंदगी मूत्र के रूप में शरीर से बाहर हो जाती है|
डॉ.दारुका ने बताया की किडनी में होने वाली बीमारियों के मुख्य कारणों में से किडनी या मूत्र मार्ग में पथरी,प्रोस्टेट ग्रंथि का बड़ना, संक्रमण, कैंसर,जन्मजात रुकावट तथा उच्च रक्तचाप एवं शुगर (मधुमेह) का बढना या नियंत्रित का नही रहना आदि है |
जिसके कारण किडनी की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है,जिसका सही समय में उपचार ना किया जाय तो ऑपरेशन या डायलिसिस की नौबत आ जाती है|
किडनी में होने वाली बीमारियों के प्रमुख लक्ष्ण में जैसे कमर या पीठ में एक तरफ दर्द ,पेशाब का कम आना, रक्त या मवाद आना ,पेशाब में जलन दर्द, लगातार बुखार, उल्टी आना,जी मचलना, शरीर में सूजन एवं हाथ पैरों, चेहरे में सुजन आना इत्यादि होते है| यह लक्ष्ण होने से हमे तुरंत ही यूरोलाजिस्ट या नेफ्रोलाजिस्ट डॉक्टर से संपर्क करना होता है,जो इस विभाग के स्पेशलिस्ट होते है| जिससे की समय पर इन बीमारियों पर नियंत्रण करके किडनी को बचाया जा सकता है|
हमारे देश में जानकारी के आभाव में ऐसे कई मरीज आते है,जिनकी किडनी पूरी तरह से ख़राब हो चुकी है|जीवनशैली में कुछ परिवर्तन करके किडनी में होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है, प्रतिदिन 3 से 4 ltr. पानी पीना ,अत्यधिक तेल,मसलायुक्त भोजन का सेवन कम करना,उच्च रक्तचाप .शुगर तथा मोटापे में नियंत्रण ,प्रतिदिन व्यायाम तथा समय-समय पर किडनी से सबंधित रक्त की जांचे जिससे किडनी की बीमारियों का उचित समय पर उपचार किया जा सके|
पहले हमारे अंचल के मरीज किडनी की बीमारी या पथरी के उपचार के लिए अन्य राज्यों में जाते थे| साथ ही डायलिसिस के लिए समस्या होती थी कराने से लोग डरते थे
इन्ही बातो को ध्यान में रखते हुये डॉ. दारुका ने ट्विनसिटी (भिलाई,दुर्ग) में आरोग्यम यूरोलाजी एवं लिथोट्रिप्सी सेंटर की स्थापना की सन् 2015 में की थी |
किडनी की समस्या (क्रोनिक किडनी रोग) वाले मरीज भारत में लगभग 10 % लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं
अतः इन समस्याओं को देखते हुए आरोग्यम सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कादंबरी नगर दुर्ग के डायरेक्टर डॉ.नवीन राम दारूका एवं डॉ. आर के साहू ने मिलकर हमारे शहर दुर्ग भिलाई में किडनी ट्रांसप्लांट यूनिट खोलने का निर्णय लिया जिसका उद्घाटन आज दिनांक 4.10.2023 को हो रहा हैं
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमान अरुण वोरा जी ,श्रीमान धीरज बाकलीवाल, श्रीमान देवेंद्र यादव एवं उनकी धर्मपत्नी श्रुतिका यादव जी के कर कमल द्वारा संपन्न होने जा रहा है