November 18, 2024

विश्व गठिया दिवस आज…जानें महत्व और इतिहास

हर साल 12 अक्टूबर को विश्व गठिया दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों में अर्थराइटिस के प्रति जागरूकता फैलाना है।अर्थराइटिस एक प्रकार की ऑटोइम्यून डिजीज है, जिसके मरीजों को अक्सर घुटनों में दर्द और सूजन की समस्या रहती है।

ग्लोबल रयूमेटॉयड अर्थराइटिस नेटवर्क 2021 द्वारा जारी किए गए एक आंकड़े की मानें तो दुनियाभर में करीब 35 करोड़ से भी ज्यादा लोग गठिया के शिकार हैं। हर साल 12 अक्टूबर को विश्व गठिया दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों में इसके प्रति जागरूकता फैलाना और मरीजों का हौंसला बढ़ाना है।

विश्व गठिया दिवस का इतिहास —
विश्व गठिया दिवस का सिलसिला साल 1996 से शुरू हुआ था। दरअसल, इस साल 12 अक्टूबर को आर्थराइटिस एंड रूमेटिज्म इंटरनेशनल (ARI) द्वारा इस दिन की स्थापना की गई थी। इसके बाद से ही दुनियाभर में गठिया से जूझ रहे मरीजों के लिए यह दिवस मनाया जाता है। अर्थराइटिस का पता पहली बार 4500 बीसी में चला था।

गठिया दिवस का महत्व

गठिया के मामले आज-कल लोगों में तेजी से बढ़ रहे हैं। इस दिवस को मनाए जाने के पीछे का मकसद इस विषय पर लोगों को जागरुक करना है। कई बार लोग घुटनों में सूजन या फिर दर्द को आम समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। जो आगे चलकर गठिया का रूप ले सकता है।

इस दिन हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स और हेल्थ से जुड़ी संस्थाएं जगह-जगह पर कैंप लगाने के साथ सेमिनार आयोजित कर लोगों को गठिया से बचने और इसे मैनेज करने के तरीकों के बारे में बताते हैं। साथ ही इस समस्या से जूझ रहे मरीजों का हौंसला भी अफ़ज़ाई करते हैं।
बाइट –डॉ अमित चौरसिया, प्रोफेसर ऑर्थोपेडिक डिपार्मेंट श्याम शाह मेडिकल कॉलेज रीवा