बीएमएस ने की अपने 51 सदस्यीय कार्यकारिणी की घोषणा
राधेश्याम अध्यक्ष, रविशंकर कार्यकारी अध्यक्ष तो चन्ना केशवलू बने महामंत्री
बीएमएस कर्मचारियों की हित व सेवा के लिए हमेषा खडी है-चन्ना केषवल्लू
भिलाई। भिलाई इस्पात मजदूर संघ की नई कार्यकारिणी की घोषणा आज कर दी गई। 51 सदस्यीय कार्यकारिणी में जहां राधेष्याम जायसवाल को अध्यक्ष जबकि कार्यकारी अध्यक्ष रविषंकर सिंह को बनाया गया है, वहीं महासचिव की जिम्मेदारी चन्ना केषवल्लू को मिली है।
उक्त बातें आज एक पत्रकारवार्ता में बीएमएस के कार्यकारी अध्यक्ष रविषंकर सिंह एवं महासचिव चन्ना केषवल्लू ने दी। श्री चन्ना और श्री सिंह ने आगे कहा कि गत 10 अक्टूबर को भिलाई इस्पात मजदूर संघ यूनियन सम्बद्ध भारतीय मजदूर संघ की नई कार्यकारिणी का चुनाव तीन वर्ष के लिये प्रदेश भारतीय मजदूर संघ के निर्देश एवं मार्गदर्शन में प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती शोभा सिंह देव की उपस्थिति में भिलाई इस्पात मजदूर संघ कार्यालय सेक्टर-6 में सम्पन्न हुआ। जिसमें राष्ट्रीय सचिव भारतीय मजदूर संघ एवं उद्योग प्रभारी राधेश्याम जायसवाल अध्यक्ष एवं रविशंकर सिंह कार्यकारी अध्यक्ष तथा चन्ना केशवलू महामंत्री निर्वाचित हुए।
इसी प्रकार अन्य पदों में 9 उपाध्यक्ष, 10 संयुक्त महामंत्री, 1 कोषाध्यक्ष, 1 उप कोषाध्यक्ष एवं 26 सचिव निर्वाचित हुए जिनमें उपाध्यक्ष- इन्द्रमणी मिश्रा, दिनेश पांडेय, सन्नी ईप्पन, शारदा गुप्ता, विनोद उपाध्याय, कैलाश सिंह, सुरेन्द्र चौहान, डिल्ली राव, मृगेन्द्र कुमार, संयुक्त महामंत्री- वशिष्ट वर्मा, हरिशंकर चतुर्वेदी, प्रदीप कुमार पाल, उमेश मिश्रा, संजय प्रताप सिंह, जोगेन्द्र कुमार, अनिल गजभिए, राजनारायण सिंह, भूपेन्द्र बंजारे, गौरव कुमार ष्षामिल है।
वहीं कोषाध्यक्ष रवि चौधरी, उपकोषाध्यक्ष- प्रकाश अग्रवाल, सचिव गंगाराम चौबे, दीनानाथ जैसवार, संतोष सिंह, जॉन आर्थर, अमित कुमार सिंह, सुदीप सेन गुप्ता, पूरनलाल साहू, मिलाप साहू, नवनीत हरदेल, नागराजू, अरविन्द सिंह, राजेन्द्र सिंह ठाकुर, संजय कुमार साकुरे, अखिलेश उपाध्याय, अशोक कुमार, प्रकाश सोनी, ए. वेंकट रमैय्या, दीपक मिश्रा, काकुली दत्ता, ग्रीटल बी. पॉल, होत्री प्रभाकर वर्मा, सुबोदीप सरदार, प्रशांत कुमार, आर. के. सोनी है ।
इस दौरान कार्यरी अध्यक्ष रविषंकर सिंह और चन्ना केषवल्लू ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि महारत्न कंपनी भिलाई इस्पात संयंत्र में कर्मचारी अपनी पूरी मेहनत से उत्पादन और उत्पादकता पर अपना खून पसीना बहाकर बीएसपी और सेल को भारी लाभ अर्जित करवा रहे है, लेकिन जो बोनस बीएसपी व सेल के अन्य कंपनियों को दिया गया है उससे बीएमएस नाखुष हैै। बीएसपी प्रबंधन ने बिना एनजेसीसीए की बैठक मे निर्णय के अपना तुगलकी फरमान जारी कर कर्मचारियों के खाते में मात्र 23-23 हजार रूपये डाल रही है, हम इसका कडे षब्दों में निंदा करते हैं उन्होंने आगे कहा कि प्रबंधन की हिटलर षाही को बीएमएस एवं संयंत्रकर्मी बर्दाष्त नही करेंगे। लगातार हम कर्मचारियों व ठेका श्रमिकों के हितो के लिए कार्य कर रहे हैं, और आगे भी करते रहेंगे, अभी हमारा कार्यकाल एक वर्ष और बचा हुआ है। छोटे मकानों को ठेका श्रमिकों को लायसेंस में आबंटित करने बीएसपी प्रबंधन से कहा गया है चूंकि कर्मचारी निरंतर सेवानिव्रत हो रह है। उनमें अवैध कब्जा ना हो, और बीएसपी प्रबंधन को राजस्व का नुकसान ना हो, इन सभी चीजों को देखते हुए प्रबंधन से आग्रह है कि बीएसपी कर्मियों व पूर्व बीएसपी कर्मियां सहित ठेका श्रमिकों को आवास पूर्व में जैसे कम राषि जमा कराकर मकान लायसेंस में दिया गया था उसी प्रकार से इन ठेका श्रमिकों को भी मकान आबंटित किया जाये क्योंकि ठेका श्रमिक लाखों रूपये बीएसपी में जमा करके आवास लायसेंस पर नही ले सकता है।
इन्होंने अपने संघ की उपलब्धियों को बताते हुए कहा कि हमारे प्रयास से नये भर्ती युवाओं को भी एनक्यू4 टाईप मकान बीएमएस के सहयोग से ही आबंटित हो रहा है। पहले एक सिंगल कमरे का मकान आबंटित होता था जिसमें रहने में मुष्किल होता था। छोटे से लेकर 4 सौ स्क्वायर फीट के मकानों को 5 लाख रूपये जमा करने के बाद जो मकान लायसेंस में मिलता था हमारे अथक प्रयास से 2 सौ स्कवायर फीट के मकानों को मात्र ढाई लाख रूपये में आबंटित अब किया जा रहा है। 55 साल बाद सभी के प्रयास से बीएमएस को बीएसपी में मान्यता मिली है। हमने जो घोषणा पत्र जारी किये थे, उसमें काफी वादे पूरे हो चुके हैं। षेष जो बचे है, उसे भी जल्द पूरा करेंगे। कर्मचारियों के हित व सेवा के लिए बीएमएस हमेषा खडा है। बीएसपी प्रबंधन अपना अडियल रवैया अपनाना बंद करें। वहीं बीएसपी प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों के गेट से प्रवेष के लिए क्यूआर कोड अनिवार्य रूप से लागू किया गया था जिसके कारण कई निजी जानकारी अगले को मिलने का खतरा था इसलिए हमने प्रबंधन पर दबाव डालकर उस क्यूआर कोड को बंद कराया।
एक प्रष्न का उत्तर देते हुए इन बीएमएस के दोनो नेताओं ने कहा कि बीएमएस में कोई दो फाड नही है, यह अनुषासित संस्था है। जिन लोगों ने भ्रष्टाचार व अनियमितता की है हमने उनकी सदस्यता समाप्त कर दी है। जो बीएसपी के टाउनषिप के सेक्टर क्षेत्र में मकान डैमेज है, उन्हें अनफिट घोषित किया जाये और बारिष में छतो से टपकने वाले पानी से बचाव के लिए तारफेल्टिंग के लिए चारों दिषाओं के लिए अलग अलग ठेकेदारों की नियुक्ति कराकर वर्षों से पेंडिग पडी षिकायतों का त्वरित निराकरण करना भी बीएमएस की देन है। हमारी जीत का अर्थ है कि बीएमएस लगातार श्रमिकों के हित में कार्य कर रही है।
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