वैशाली नगर में भीतरघात की संभावना
टिकट के दावेदारों को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दी बुलाया और दी समझाइश वैशाली नगर में कांग्रेस का परचम लहराने मुख्यमंत्री बघेल गंभीर प्रदेश में कांग्रेस से सबसे अधिक दावेदारों को लेकर चर्चे में रही यह सीट भिलाई । वैशाली नगर विधानसभा में कांग्रेस का परचम लहराने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गंभीर है। इस बात का अंदाजा उनके द्वारा यहां से कांग्रेस टिकट के सभी दावेदारों को अपने रायपुर निवास पर बुलाकर समझाइश देने से लगाया जा सकता है। वैशाली नगर में एक उप चुनाव को छोड़ बाकी के तीन चुनाव में भाजपा को जीत मिली है। इस बार प्रदेश में कांग्रेस से सबसे अधिक दावेदारों को लेकर यह सीट खासा चर्चे में रही है। वैशाली नगर विधानसभा से कांग्रेस ने शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। हालांकि अब तक मुकेश को प्रत्याशी बनाए जाने का विरोध सामने नहीं आया है। लेकिन जिस तरीके से यहां कांग्रेस प्रत्याशी बनने दावेदारों की होड़ मची हुई थी, उससे अधिकृत प्रत्याशी मुकेश चन्द्राकर के साथ भीतरघात होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा है। संभवत: इस बात की आशंका कांग्रेस के प्रदेश संगठन को भी है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा वैशाली नगर विधानसभा से टिकट चाहने वाले सभी दावेदारों को अपने रायपुर निवास पर बुलाकर समझाइश देने की खबर ने इस बात का साफ तौर पर अहसास करा दिया है। इससे यह भी पता चलता है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वैशाली नगर में कांग्रेस का परचम लहराने बेहद गंभीर हैं। गौरतलब रहे कि वैशाली नगर विधानसभा अपने अस्तित्व में आने के साथ के ही कांग्रेस के लिए परेशानियों का सबब रही है। वर्ष 2008 के पहले चुनाव में यहां से भाजपा की सरोज पाण्डेय विधायक चुनी गई। लेकिन छह महीने बाद उनके सांसद निर्वाचित होने पर खाली हुई वैशाली नगर सीट पर उपचुनाव हुआ तो कांग्रेस के भजन सिंह निरंकारी विधायक बने। बस कांग्रेस की यही एक जीत वैशाली नगर से रही है। इसके बाद हुए दोनों चुनाव में भाजपा के विद्यारतन भसीन विधायक बनने रहे। भसीन ने पहले भजन सिंह निरंकारी और दूसरे चुनाव में बदरुद्दीन कुरैशी को पराजित किया। इस बार पूरे प्रदेश से सर्वाधिक 67 कांग्रेस नेताओं के द्वारा यहां से टिकट की दावेदारी की गई थीए परंतु कांग्रेस हाई कमान ने इस सीट पर भिलाई शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश चन्द्राकर को प्रत्याशी घोषित कर दिया है। मुकेश चन्द्राकर को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद सभी 67 दावेदारों के मान मनौवल का दौर शुरू हो गया है। इस कार्य को अंजाम स्वयं मुख्यमंत्री के द्वारा ही दिया जा रहा है। टिकट से वंचित सभी दावेदारों को साधने के लिए सीएम हाउस रायपुर से बुलावा भेजा गया था। बताते हैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने टिकट से वंचित सभी दावेदारों को पार्टी हित में एकजुट होकर मुकेश चन्द्राकर के पक्ष में काम करने की समझाइश दी। उन्होंने कहा कि सभी दावेदार समर्पित होकर कांग्रेस पार्टी की रीति-नीति और राज्य सरकार के विकास व जनकल्याणकारी योजनाओं को मतदाताओं तक पहुंचाने में सफल होंगे तो वैशाली नगर विधानसभा से भाजपा को पराजित करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। महापौर नीरज को मिली थी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री के द्वारा बुलावे के साथ सभी 67 दावेदारों को सीएम हाउस तक लाने की जिम्मेदारी भिलाई नगर निगम के महापौर नीरज पाल को सौंपी गई थी। महापौर नीरज पाल संदेश मिलते ही सक्रिय हो गए थे। उन्होंने वैशाली नगर विधानसभा से दावेदार रहे सभी नेता और नेत्रियों की सूची सामने रख फोन से संपर्क किया। लेकिन कुछ दावेदार जानकारी मिलने के बावजूद मुख्यमंत्री निवास नहीं गए। सीएम के आदेश का परिपालन करने में नीरज पाल सफल भी हुए परंतु कुछ दावेदार को वे नहीं मना सके हैं। पूरे 67 दावेदारों में कुछ मुख्यमंत्री के बुलावे पर रायपुर नहीं गए । फिलहाल रायपुर पहुंचे दावेदारों को मुख्यमंत्री ने मनमुटाव को छोड़ कांग्रेस के पक्ष में काम करने को कहा है।