November 16, 2024

भागवत कथा के द्वितीय दिवस पर परम पूज्य देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज

द्वारा कथा का दूसरा अध्याय का प्रारंभ करते हुए बताया कि माता पार्वती भी कथा का श्रवण करते करते निद्रा में लीन हो गई जिसके कारण सुखदेव जी ने पूरा अमृत्व भागवत कथा को श्रवण किया अंत में भगवान शंकर ने माता पार्वती से पूछा की पूरा कथा श्रवण किए या नहीं तो माता पार्वती ने बताया कि मुझे निद्रा आ गई थी इस हेतु अमृत्व भागवत कथा का पूर्ण श्रवण नहीं कर पाई ,जिसका कारण बताते हुए महाराज जी बताया कि यह पाप दोष के कारण होता है ,इसी प्रकार महाराज जी ने आगे बताया कि धृतराष्ट्र को भी जीव हत्या के कारण अपने कर्मो का फल भोगना पड़ा जिससे सभी पुत्र मारे गए यह भी पूर्व जन्म के दोष के कारण हुआ , महाराज जी ने जोर देकर गौ सेवा में पूर्ण अपनी सह भागीयता प्रदान करने को कहा जिससे मानव जीवन का उद्धार हो एवम् जीवन सुखमय हो , अंत में सनातन धर्म पर अपना पक्ष रखते हुए महाराज जी ने कहा कि सनातन धर्म किसी का अपमान नहीं करता बल्कि सभी का समान करता है लेकिन कोई अन्य सनातन धर्म का अनादर करे तो सहन करने का इजाजत भी नहीं देता ,युवा वर्ग को समझाते हुए कहा की अपने माता पिता एवम् अपने राष्ट्र ,धर्म का आदर एवम सम्मान करे तभी प्रगति के पथ पर आगे बढ़ेंगे जिससे युवाओं का कल्याण होगा ।भिलाई ,छत्तीसगढ़ वासियों को भागवत कथा सुनने का अवसर मिल रहा है यह सुंदर व्यवस्थित आयोजन के साथ सह परिवार आकर भागवत कथा का श्रवण करे और अपना एवम् अपने परिवार का कल्याण करे।
कथा में आज भी हजारों की संख्या में पहुंच कर अपना जीवन धन्य किए सभी भक्त गणों को दिव्य ज्योति सेवा समिति द्वारा प्रसादी वितरण किया गया ।

You may have missed