किसे चुनेगी जनता? किसकी होगी जीत
रायपुर: 2023 चुनाव में भाजपा किस चेहरे पर चुनाव लड़ेगी ये सवाल बार-बार उठा, प्रदेश में भाजपा मुद्दाविहीन है ये आरोप भी बार-बार लगाया गया। जवाब में बीजेपी साफ चुकी है कि यहां भूपेश के सामने भाजपा का फेस होंगे PM मोदी, भूपेश के भरोसे के सामने हैं मोदी की गारंटी। गुरूवार को कांकेर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी सभा के मंच से सबसे बड़ा और सीधा वार भी प्रदेश सरकार के मुखिया भूपेश बघेल पर ही किया। PM ने बीजेपी सरकार बनने पर मेडिकल-इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में कराने का बड़ा वादा किया साथ ही मुख्यमंत्री पर करप्शन, अधूरे PM आवास को लेकर भी निशाना साधा। कांग्रेस ने भी पलटवार में यही कहा है कि यहां भरोसा है तो सिर्फ कका पर।
इस बार के चुनाव में छत्तीसगढ़ की जनता किस फेस पर भरोसा करेगी, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। क्योंकि अब मुद्दों के बहाने सीधे फोकस फेस पर शिफ्ट किया जा रहा है। पहले फेज की 20 सीटों में बस्तर की 12 सीटें शामिल हैं। 7 नवंबर को वोटिंग से पहले उत्तर बस्तर में कांकेर पहुंचे पीएम मोदी ने वादे और दावे तो किए लेकिन उनका सबसे बड़ा निशाना रहा सीएम भूपेश बघेल पर, भूपेश है तो भरोसा है के सामने भाजपा अब मोदी है तो गारंटी है को पेश कर चुनावी रण जीतना चाहती है।
कांकेर की सभा में धान पर सरकार के झूठ बोलने, मेडिकल-इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में कराने और सरकार बनते ही तेजी से पीएम आवास बनाने के ऐलान पर कांग्रेस ने करारा पलटवार करते हुए कहा कि मोदी की गारंटी का हाल देश ने पहले ही देख लिया है चाहे जो दांव खेलें, छत्तीसगढ़ में तो भूपेश है तो भरोसा है ही चलेगा।
प्रदेश के चुनाव आसान किसी भी पक्ष के लिए नहीं है। बीजेपी के सामने चुनौती है धान के दाम, किसान कर्जमाफी और मजबूत छत्तीसगढ़िया इमेज से लड़ने की, तो कांग्रेस के सामने चुनौती है बीजेपी की फेवरिट पिच धर्मांतरण, तुष्टिकरण और केंद्र की अधूरी योजनाओं के आरोपों से लड़ने की और इस लड़ाई में दोनों खेमों का पूरा दारोमदार है CM भूपेश और PM मोदी पर। सवाल वही है मोदी की गारंटी या भूपेश का भरोसा? किसे चुनेगी जनता?