सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं बिलासपुर संभाग की सीटें
बिलासपुर, 16 नवंबर (भाषा) छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में शुक्रवार को जिन 70 सीटों पर मतदान होगा उनमें बिलासपुर संभाग की वे 25 सीटें भी शामिल हैं जो राज्य विधानसभा में लगभग एक तिहाई विधायक भेजती हैं। इन सीटों पर जीत के लिए कांग्रेस और भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है।
राज्य के पांच संभागों में से एक मध्य क्षेत्र में स्थित बिलासपुर संभाग में सबसे अधिक 25 विधानसभा क्षेत्र हैं जो राज्य में यह फैसला करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं कि सत्ता की चाबी किसके हाथ लगेगी।
बिलासपुर संभाग एक ऐसा क्षेत्र है जहां से कांग्रेस को 2018 के चुनाव में अन्य जगहों के मुकाबले कम सीटें मिली थीं।
2018 में संभाग में 24 सीटें थीं, जिनमें से कांग्रेस ने 12 जबकि भाजपा ने सात सीटें जीती थी। वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को दो और तत्कालीन अजीत जोगी के नेतृत्व वाली जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) को तीन सीटें मिली थी।
राज्य में सारंगढ़-बिलाईगढ़ के नाम से नए जिले के निर्माण के बाद, बिलाईगढ़ सीट, जो पहले रायपुर संभाग में थी, बिलासपुर संभाग में शामिल कर दी गई। 2018 में बिलाईगढ़ सीट कांग्रेस ने जीती थी।
2018 में इस क्षेत्र की दो सीटों पर जीत हासिल करने वाली बसपा ने इस बार गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) के साथ गठबंधन किया है। राज्य में आम आदमी पार्टी भी मैदान में है।