हाफ बिजली बिल मामले में बीएसपी प्रबंधन व राज्य सरकार का तेलमेल नही होने का खामियाजा भुगत नही है टाउनशिप की जनता-जैन
भिलाई। भिलाई स्टील सिटी चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के अध्यक्ष ज्ञानचंद जैन ने कहा है कि छत्तीसगढ़ शासन की हाफ बिजली बिल योजना का लाभ राज्य सरकार और भिलाई इस्पात प्रबंधन के मध्य आपसी तालमेल नहीं होने का एक बड़ा प्रमाण है। राज्य सरकार के आदेश के बाद भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन की लापरवाही भी उजागर हुई है जिसके खामियाजा शहर के आवासीय विद्युत उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ा है ज्ञान चंद जैन ने सितंबर पेड अक्टूबर हाफ बिजली बिल योजना का लाभ आगामी माह के दोनों बिलों में संयुक्त रूप से भिलाई प्रबंधन को देने का निवेदन किया है। राज्य सरकार के विद्युत विभाग के अधिकारियों की सजग नहीं होने का परिणाम बताते हुए कहा है कि जब राज्य की सरकार ने आदेश जारी किया तो राज्य विद्युत मंडल ने इस पर संज्ञान क्यों नहीं लिया और लिया तो बीएसपी प्रबंधन ने लापरवाही क्यों बरती
स्टील सिटी चैंबरअध्यक्ष ज्ञानचंद जैन ने कहा है कि राज्य सरकार ने 6 माह तक बिजली बिल का भुगतान नहीं करने वाले आवासीय उपभोक्ताओं को इस छठ का लाभ दिए जाने की घोषणा की है जबकि वास्तविकता यह है की भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन विद्युत बिल के भुगतान नहीं करने पर प्रतिमाह जो सरचार्ज की राशि वसूलता है उसमें किसी तरह की छूट देने को तैयार नहीं है जिसका खामियाजा 100/ 200/ 300 रुपए की छूट के लाभ के चक्कर में 200/400 /600 रूपये ब्याज के रूप में भुगतान करना होगा कुल मिलाकर इस योजना का कोई लाभ शहर वासियों को नहीं मिलेगा इसका लाभ विद्युत उपभोक्ताओं को यदि लेना है तो हर महीने बिजली बिल का भुगतान करना होगा।
ज्ञानचंद जैन ने बीएसपी प्रबंधन से कहां है कि भिलाई प्रबंधन राज्य सरकार की इस योजना का लाभ किस तरह से शहर के आवासीय उपभोक्ताओं को देना चाहती है इसका एक नोटिफिकेशन किया जाना चाहिए ताकि शहर वासी किसी तरह की दुविधा में ना रहे। समय पर बिजली बिल का भुगतान करने से आवासीय उपभोक्ताओं को मिलेगा छुट का लाभ अन्यथा बीएसपी वसूलेगा सरचार्ज राशि। सितंबर पेड अक्टूबर का लाभ नहीं मिलने पर जैन ने कहा नवंबर के बिल में मिलना चाहिए दो माह क ा राज्य शासन की योजना 6 माह बिजली बिल नहीं पटाने पर छूट का लाभ नहीं मिलेगा।
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स्टील सिटी चैंबर ऑफ कॉमर्स भिलाई अध्यक्ष ज्ञानचंद ने मुख्य सचिव को लिखा पत्र
कहा जनप्रतिनिधियों की लापरवाही का परिणाम है कि किसी भी चौक चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल नहीं
भिलाई। स्टील सिटी चैंबर ऑफ कॉमर्स भिलाई के अध्यक्ष ज्ञानचंद जैन ने मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन को लिखे पत्र मे भिलाई टाउनशिप क्षेत्र के सभी प्रमुख चौराहो पर यातायात सिग्नल लगाएं जाने की मांग की है ज्ञानचंद जैन ने पत्र की प्रति जिलाधीश दुर्ग एवं. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दुर्ग को भेजते हुए कहा है कि. जनप्रतिनिधियों की लापरवाही का परिणाम है कि अब तक भिलाई शहर के किसी भी चौक चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल नहीं लगाई गए हैं , दुर्घटनाओं को हम स्वयं जन्म दे रहे हैं । विभिन्न कार्यों में राज्य सरकार या केंद्र सरकार की राशि का भरपूर दुरुपयोग हो रहा है लेकिन जनहित कार्य इस कार्य के लियै अब तक किसी जनप्रतिनिधि के द्वारा संज्ञान में नहीं लिया जाना, अत्यंत दुखद विषय है । देश के प्रमुख नगरों में भिलाई का अपना स्थान है तेजी से शहर में बढ़ते हुए वाहनों की संख्या और अस्त व्यस्त होती शहर की यातायात व्यवस्था अनेक दुर्घटनाओं को समय-समय पर जन्म देती है शासन प्रशासन के द्वारा संज्ञान में अब तक ना लेना एक दुखद विषय है सभ्रांत कहे जाने वाले वाहन धारक भी अनियंत्रित गति से चलने वाले वाहनों के शिकार हो रहे हैं और दिन-ब-दिन मृत्यु दर शहर में बढ़ रही है ।
सेंट्रल एवेन्यू , फॉरेस्ट एवेन्यू मार्ग पर यातायात की व्यवस्था बहुत तेजी से बड़ी है त्योहार के समय बहुत विकट स्थिति रहती है चौड़े मार्ग होने के बाद भी चौक चौराहा पर अनियंत्रित गति से चलने वाली गाडिय़ों के कारण दुर्घटनाओं कै शिकार हो रहै है । ज्ञानचंद जैन ने पत्र की प्रति भिलाई इस्पात संयंत्र को भेजते हुए कहा है आप भी राज्य शासन के उच्चाधिकारियो कै संज्ञान मै लायै ताकि हर स्तर पर प्रयास कर शहर मै, ट्रैफिक सिग्नल शीघ्र अतिशीघ्र लगाया जा सके । और शहर को दुर्घटना मुक्त क्षेत्र के रूप में स्थापित किया जा सके।
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स्टील सिटी चेम्बर्स ऑफ कामर्स के भिलाई अध्यक्ष जैन ने भूपेश बघेल को बताया कांग्रेस के हार का जिम्मेदार
भिलाई। जिला कांग्रेस कमेटी दुर्ग ग्रामीण के प्रवक्ता एवं महामंत्री ज्ञानचंद जैन बृहस्पति सिंह के द्वारा छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रभारी सुश्री शैलजा के खिलाफ सार्वजनिक रूप से की गई आलोचना को अनुशासनहीनता के दायरे में लेकर तत्काल प्रभाव से कार्यवाही करने की मांग प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष को लिखें पत्र में की है।
ज्ञानचंद जैन अपने पत्र में कहा है की जो जानकारियां छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्यमंत्री, जिला कांग्रेस कमेटी एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी ने सुश्री शैलजा के समक्ष रखी गई टिकट वितरण का वही आधार बना, वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की उपेक्षा, शासन के मंत्रियों की आम जनता से कटाव एव शाही जीवन व्यतीत करना और टिकट वितरण में हुई अनेक गडबडिया हार का प्रमुख कारण है। कांग्रेस नेता ज्ञानचंद जैन ने छत्तीसगढ़ प्रदेश में कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष को लेना चाहिए क्योंकि इन दोनो जिम्मेदार नेताओं ने पार्टी आदेश का उल्लंघन करते हुए प्रत्याशियों का चयन किया ऐसे कारण है जिसमें मुख्यमंत्री ने अपने विशेषाधिकार का उपयोग कर अपने रिश्तेदारों को और अपने करीबी ऐसे लोगों को जिनके चुनाव जीतने की दूर-दूर तक संभावना नहीं थी उनको उनके गृह क्षेत्र से दूर भेज कर चुनाव लड़वाया जिसके कारण क्षेत्र के कार्यकर्ताओं में असंतोष का वातावरण भी हार का एक प्रमुख कारण है?। ज्ञानचंद जैन ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को भी पत्र की प्रति भेजते हुए कहा है कि पार्टी की आंतरिक रिपोर्ट में अनेक मंत्रियो के हारे जाने कि संभावना व्यक्त की गई थी लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंत्री होने के कारण स्वार्थ गत कारणो से उनके टिकट नहीं काटे गए जो हार के प्रमुख कारणो में एक है।
ज्ञान चंद जैन ने कहा है कि पार्टी के दिशा निर्देश के अनुसार संगठन के जिला अध्यक्षों को निर्देश दिए गए थे की यदि उन्हें चुनाव लडऩा है तो उन्हें जिला अध्यक्ष का पद त्याग देना चाहिए लेकिन जिला अध्यक्षों ने पद से न तो त्यागपत्र दिया लेकिन ,उन्हे भूपेश बघेल के दबाव में संगठन ने पार्टी प्रत्याशी घोषितकर दिया जिससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में असंतोष का वातावरण यह भी हार का एक प्रमुख कारण है। जैन ने अभी कहा है कि चुनाव के दौरान अनेक प्रत्याशियों ने अनेक वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की उपेक्षा एवं एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत को दरकिनार करना कांग्रेस के लिए नुकसान देह रहा ।
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सेल की बैठक में लिये गये एक पक्षीय निर्णय का स्टील सिटी चेम्बर विरोध करता है-ज्ञानचंद जैन
व्यापारियों के लीज अनुबंध की शर्तों के अनुरूप नवीनीकरण की प्रक्रिया को किया जाना चाहिए पूरा
स्टील सिटी चैंबर ने भिलाई इस्पात संयंत्र को स्पष्ट कर दिया है कि भारतीय इस्पात प्राधिकरण की संपन्न बैठक 2008 में लिए गए एक पक्षीय निर्णय का स्टील सिटी चैंबर पुरजोर विरोध करता है और अपेक्षा करता है कि व्यापारियों के लीज अनुबंध की शर्तों के अनुरूप नवीनीकरण की प्रक्रिया को पूरा किया जाना चाहिए उपरोक्त संदर्भ में स्टील सिटी चैंबर ऑफ कॉमर्स भिलाई के अध्यक्ष ज्ञानचंद जैन ने अधिशासी निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन के निर्देश पश्चात् मुख्य महाप्रबंधक नगर सेवाएं के कक्ष में विभागीय अधिकारियों एवं चैंबर के पदाधिकारी के साथ संयुक्त बैठक में हुई चर्चा के बाद व्यापारियों की बैठक में लिए गए निर्णय की जानकारी से प्रबंधन को पत्र लिखकर अवगत करा दिया है। चेंबर पदाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि जीस भूमि का बाजार मूल्य भिलाई इस्पात प्रबंधन ने लीज प्रक्रिया में भूमि के आवंटन के वक्त वसूल कर लिया है वह राशि किसी भी स्थिति पर पुन:दिया जाना संभव नहीं है। चेंबर ने कहा है कि भिलाई इस्पात संयंत्र को हर स्तर पर राज्य शासन के नियमों का पालन करना होगा।
स्टील सिटी चैंबर के पत्र में यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि टाउनशिप के दुकानों और उनके आवास पर प्रतिमाह पैनल रेंट के नाम पर वसूली जाने वाली राशि को तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए एव पूर्व में जारी सिस्टम जिसके तहत वन टाइम पेनाल्टी लेकर नियमित किये जाने की योजना थी उसे पुन: लागू करने की मांग की है चेंबर पदाधिकारीयों ने उपरोक्त संदर्भ में भिलाई इस्पात संयंत्र को दिसंबर 2023 में ही निर्णय लेने का अनुरोध किया है ताकि इस समस्या का समाधान हो जाए। समस्या का निदान नहीं होने की स्थिति में जनवरी माह में व्यापारियों की बैठक आहुत कर फरवरी माह से बिजली बिल को छोड़कर सभी राजस्व के भुगतान पर रोक लगाने का निर्णय लिए जाने की जानकारी से भी अवगत कराया है।
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