November 23, 2024

सेल को मिला पटना मेट्रो प्रोजेक्ट का कांट्रेक्टः बीएसपी करेगा आर-260 ग्रेड रेल की आपूर्ति

स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड को पटना मेट्रो परियोजना के लिए रेल की आपूर्ति हेतु दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) से एक कांट्रेक्ट मिला है। इस कांट्रेक्ट के तहत भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा 1200 टन आर-260 ग्रेड रेल की आपूर्ति की जाएगी।
इस कांट्रेक्ट के दायरे में सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा 13 मीटर लंबाई में 1200 टन आर-260 रेल की आपूर्ति करना शामिल है। संयंत्र के रेल एंड स्ट्रक्चरल मिल में उत्पादित इन रेल्स का उपयोग पटना मेट्रो परियोजना के अंतर्गत बनने वाले नए आईएसबीटी डिपो के भीतर ट्रैक स्थापना हेतु किया जाएगा।
विष्व के सबसे बड़े रेल उत्पादक व आपूर्तिकर्ताओं में से एक सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र गुणवत्ता, ग्रेड, प्रोफाइल और लंबाई के विनिर्देशों के अनुसार भारतीय रेलवे को विश्व स्तरीय रेल की आपूर्ति करता आ रहा है। भारतीय रेलवे स्वयं को आधुनिक और उन्नत करने हेतु द्रुत-गति रेल परिवहन के लिए, सेल से हाई एक्सल लोड के साथ माइक्रो-अलॉय रेल स्टील का उत्पादन करने की मांग की थी। इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए, सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा विकसित नए 60 ई-1 प्रोफाइल के साथ आर-260 ग्रेड रेल की यूनिवर्सल रेल मिल और रेल एंड स्ट्रक्चरल मिल से रोलिंग कर, भारतीय रेलवे को आपूर्ति की जा रही है। यूरोपीय स्पेसीफिकेषन से भी अधिक विशिष्टताओं से युक्त रेल का यह नया ग्रेड हाई स्पीड ट्रेन और हाई एक्सल लोड वहन करने में सक्षम है।
पटना मेट्रो, पटना शहर में एक निर्माणाधीन एमआरटीएस लाइन है, जिसे 5 चरणों में पूरा किया जाएगा। इस परियोजना का स्वामित्व और संचालन का अधिकार पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के अंतर्गत है। 30.91 किमी लंबी पटना मेट्रो परियोजना फे़ज-1 के लिए नए आईएसबीटी डिपो का निर्माण कार्य चल रहा है। इस सुविधा का उपयोग पटना मेट्रो की लाइन-1 (दानापुर छावनी-खेमनीचक) और लाइन-2 (पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन-न्यू आईएसबीटी) पर चलने वाली ट्रेनों के लिए मेंटेनेंस और स्टेबलिंग प्वाइंट के रूप में किया जाएगा।
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दिनांक 06.01.2024
सिंटर प्लांट-3 ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर बनाया नया रिकॉर्ड
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के सिंटर प्लांट-3 ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए उत्पादन में नई ऊंचाई दर्ज की। सिंटर प्लांट-3 ने 5 जनवरी 2024 को अब तक का सर्वश्रेष्ठ दैनिक उत्पादन और तीनों शिफ्टों में सर्वश्रेष्ठ उत्पादन रिकाॅर्ड दर्ज किया।
सिंटर प्लांट-3 ने ए शिफ्ट में अब तक का सर्वश्रेष्ठ 6610 टन सिंटर उत्पादन का रिकाॅर्ड दर्ज करते हुए पिछले सर्वश्रेष्ठ 6350 टन को पार किया। बी शिफ्ट में अब तक का सर्वश्रेष्ठ 6770 टन सिंटर उत्पादन दर्ज कर, पिछले सर्वश्रेष्ठ 6510 टन को पार किया। इसी प्रकार सी शिफ्ट में भी अब तक का सर्वश्रेष्ठ उत्पादन 6580 टन दर्ज करते हुए पिछले सर्वश्रेष्ठ 6470 टन को पार कर नया रिकाॅर्ड बनाया।
सिंटर प्लांट-3 ने 25 दिसम्बर 2023 को दर्ज पिछले सर्वश्रेष्ठ 19,039 टन की तुलना में 20,053 टन का अब तक का सर्वश्रेष्ठ दैनिक उत्पादन रिकाॅर्ड दर्ज किया। इसमें मशीन-2 से उत्पादित 10,430 टन का सर्वश्रेष्ठ दैनिक उत्पादन भी शामिल है, जो 2015 में दर्ज किए गए पिछले सर्वश्रेष्ठ 10,369 टन से अधिक है।
5 जनवरी 2024 को सिंटर प्लांट 2 और 3 ने मिलकर कुल 27,971 टन का अब तक का सर्वश्रेष्ठ दैनिक उत्पादन दर्ज कर 25 दिसंबर 2023 को हासिल पिछले सर्वश्रेष्ठ 27,287 टन को पीछे छोड़ा।
भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता और संयंत्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए सिंटर प्लांट बिरादरी को बधाई दी। मुख्य महाप्रबंधक (सिंटर प्लाट्स) श्री ए के दत्ता ने भी सिंटर प्लांट बिरादरी को बधाई दी तथा सभी सहयोगी विभागों को एसपी-3 को प्रदर्शन के उच्चतम स्तर तक पहुंचाने में सहयोग हेतु धन्यवाद दिया।
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दिनाँक 06.01.2024
मेंटेनेंस के लिए टाउनशिप में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी
भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवाएँ विभाग के अन्तर्गत टाउन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा वार्षिक रखरखाव योजना 2023-2024 के तहत टाउनशिप में विद्युतीय मेंटेनेंस एवं अनुरक्षण कार्य संपादित किये जा रहे हैं। ब्रेकडाउन को कम करने और सिस्टम की दक्षता बढ़ाने के लिए विद्युत सिस्टम के यथोचित रखरखाव पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
दिसंबर 2023 से मार्च 2024 के दौरान एचटी सिस्टम के निवारक रखरखाव के लिए टाउनशिप के विभिन्न स्थानों में योजनाबद्ध शटडाउन किया जाएगा। इस वार्षिक रखरखाव योजना के अंतर्गत सबस्टेशन, टैपिंग, डीपी और मेंटेनेंस, ओवरहालिंग, ओवर हेड लाइनों का मेंटेनेंस, जम्पर कसना, क्षतिग्रस्त पिन को बदलना, डिस्क इंसुलेटर और लाइटनिंग अरेस्टर, ट्रांसफार्मर का मेंटेनेंस आदि कार्य किये जायेंगे। यह कार्य प्रतिदिन योजनानुसार पूर्ण किये जाते हैं। इस कार्य के तहत टाउनशिप में 08 जनवरी 2024 से 13 जनवरी 2024 के मध्य विभिन्न स्थानों में विद्युत आपूर्ति प्रभावित रहंेगी।
तिथि अनुसार प्रभावित होने वाले क्षेत्र हैंः- 08 जनवरी 2024 को बत्तीस बंगला व सेक्टर-7 के कुछ हिस्से, 09 जनवरी 2024 को सेक्टर-7 के कुछ हिस्से व सेक्टर-8, 10 जनवरी 2024 को सेक्टर-05 व इंदिरा प्लेस (सिविक सेंटर), 11 जनवरी 2024 को सेक्टर-6 व रसियन काॅम्पलेक्स के कुछ हिस्से, 12 जनवरी 2024 को रिसाली सेक्टर तथा 13 जनवरी 2024 को जेएलएन हाॅस्पिटल।
उपरोक्त क्षेत्रांे में उल्लेखित दिनांकों को प्रातः 10.00 बजे से 1.30 बजे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। अतः भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवाएँ विभाग के अंतर्गत टाउन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग ने संबंधित क्षेत्र के निवासियों से सहयोग की अपील की है।
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दिनांक: 06.01.2024
बीएसपी खदानों के आसपास आदिवासी क्षेत्रों के 78 सरकारी स्कूलों में 3410 स्कूली बच्चे गिफ्टमिल्क योजना से हो रहे हैं लाभान्वित
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के रावघाट, दुल्की और महामाया खदानों के आसपास के 51 बफर जोन गांवों के कुल 78 प्राथमिक और माध्यमिक सरकारी स्कूलों में एनरोल्ड, कुल 3410 स्कूली बच्चे गिफ्ट मिल्क योजना से लाभान्वित हो रहे हैं। इन स्कूली बच्चों को प्रत्येक स्कूल कार्य दिवस पर, भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा, फोर्टिफाइड दूध उपलब्ध कराया जा रहा है। विटामिन ए और डी से भरपूर 200 मिलीलीटर फ्लेवर्ड दूध की आपूर्ति और वितरण के लिए सेल-बीएसपी और एनडीडीबी फाउंडेशन फॉर न्यूट्रिशन (एनएफएन) के बीच, मार्च 2023 में एक एमओयू साइन किया गया था।
गिफ्ट मिल्क योजना का लाभ उठाने वाले कुल विद्यार्थियों में लगभग 52% विद्यार्थी लड़कियां हैं। स्कूलों में एनरोल्ड विद्यार्थियों में, लगभग 83% विद्यार्थी अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अनुसूचित जाति (एसटी) समुदाय से हैं। स्कूलों में एनरोल्ड 3410 विद्यार्थियों में से, 2764 विद्यार्थी एसटी समुदाय से और 71 विद्यार्थी एससी समुदाय से हैं। वर्तमान में स्कूलों में वितरित किये जाने वाले दूध की औसत दैनिक आपूर्ति, 3353 यूनिट प्रतिदिन है। अप्रैल 2023 को इस योजना के उद्घाटन के बाद से, गिफ्ट मिल्क की 3,23,000 से भी अधिक यूनिट की आपूर्ति की जा चुकी है।
एमओयू के अनुसार, इस योजना हेतु सेल-बीएसपी, एनएफएन को वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है। छत्तीसगढ़ के कांकेर, नारायणपुर, मोहला-मानपुर अम्बागढ़ चौकी, बालोद जिलों के रावघाट माइंस के आदिवासी क्षेत्र के आसपास के बफर जोन के गांवों के अलावा, दुल्की के आसपास के गांवों में 15 स्कूल, महामाया के आसपास के गांवों में 12 स्कूल शामिल है, जहां दूध वितरित किया जा रहा है। सेल-बीएसपी द्वारा, निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) पहल के अंतर्गत गिफ्ट मिल्क योजना द्वारा, स्कूलों में कुपोषण की समस्या का समाधान किया जा रहा है।
सेल-बीएसपी द्वारा गिफ्ट मिल्क परियोजना के लाभार्थी स्कूलों के सम्बन्ध में निर्णय एवं आवश्यक जानकारी/ विवरण प्राप्त करने हेतु जिला शिक्षा अधिकारियों की अनुशंसा से किया जा रहा है।
विद्यार्थियों, प्रधानाध्यापकों और आदिवासी समुदाय से प्राप्त प्रतिक्रिया के अनुसार क्षेत्रों में कार्यक्रम का सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। विद्यार्थी फ्लेवर्ड दूध का आनंद लेते हैं और प्रतिदिन इसका बेसब्री से इंतजार करते हैं। कार्यक्रम के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए, प्रत्येक गाँव में जहाँ दूध वितरित किया जा रहा है, सूचनात्मक और शिक्षाप्रद बैनर वितरित किए गए हैं।
एमओयू में निर्धारित शर्तों के अनुसार, सेल-बीएसपी 96,00,000/- रुपये तक की राशि प्रदान करने पर सहमत हुआ। जबकि एनएफएन की भूमिका गुणवत्ता वाले दूध की आपूर्ति करना और चयनित स्कूलों में स्कूली बच्चों के बीच गुणवत्ता वाले ‘गिफ्टमिल्क’ का सुचारू वितरण सुनिश्चित करना और उसका रिकॉर्ड रखना है। स्कूल के प्रधानाध्यापकों के माध्यम से दूध के दैनिक वितरण और उसके कुल उपभोग की व्यवस्था की गई है। इसके लिए एक पर्यवेक्षक भी नियुक्त किया गया है, जो नियमित अंतराल पर स्कूलों का दौरा करता है और स्कूलों में आपूर्ति किए गए दूध का डेटा/रिकॉर्ड रखता है।
नारायणपुर जिले के जिन स्कूलों में गिफ्टमिल्क के तहत दूध वितरित किया जा रहा है, उनमें बिंजली में कन्या आश्रम शाला, बिंजली में कन्या माध्यमिक शाला, पालकी, चेचनपारा, खड़कागांव, केरलापाल, घोटुलपारा, तेलसी, गोबरपारा और खैराभाट, गुरिया, खोडगांव, हुच्चाकोट, टेमरूगांव, भरांडा, परलभाट में प्राथमिक शाला, खड़कागांव में मिडिल स्कूल, कनेरा में ज्ञान ज्योति स्कूल, खैराभाट, भरांडा, बिंजली और खोडगांव में उच्च प्राथमिक स्कूल शामिल हैं।
अंतागढ़ जिले के जिन स्कूलों में गिफ्ट मिल्क के तहत दूध वितरित किया जा रहा है, उनमें भैयासालेभाट, सरगीपाल, फुलपाड़, भैसगांव, आतुरबेड़ा, घोटिया, पदरगांव, मंगतासालेभाट, मांझीपारा, कालेंद्र नगर, कुम्हारी, तालाबेड़ा, कोलार, देहरीपारा कोलार के प्राथमिक विद्यालय, भैयासालेभाट के माध्यमिक विद्यालय, मंगतासालेभाट, भैसगांव, तालाबेड़ा, देहरीपारा कोलार और कोलार एवं बालक छात्रावास, भैयासालेभाट शामिल हैं।
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