संयंत्र ने अप्रैल से दिसंबर अवधि में उत्पादन के सभी प्रमुख मापदंडों में दर्ज किया सर्वश्रेष्ठ उत्पादन रिकॉर्ड
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने वर्तमान वित्त वर्ष 2023-24 की तीन तिमाही, अप्रैल से दिसंबर की अवधि में उत्पादन के लगभग सभी क्षेत्रों में रिकॉर्ड प्रदर्शन दर्ज किया है।
संयंत्र के कोक ओवन एवं कोल केमिकल विभाग ने अप्रैल से दिसंबर 2023 की अवधि में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रति दिन 774 ओवन की पुशिंग दर दर्ज करते हुए वर्ष 2010-11 की इसी अवधि में दर्ज प्रतिदिन 768 ओवन पुशिंग दर को पार किया। इसके साथ ही अब तक का सर्वश्रेष्ठ ड्राई ब्लास्ट फर्नेस कोक प्रोडक्षन 2.37 मिलियन टन दर्ज कर, वर्ष 2010-11 की इसी अवधि में दर्ज पिछले सर्वश्रेष्ठ 2.35 मिलियन टन को पार किया। सिंटर प्लांट-3 ने अप्रैल से दिसंबर की अवधि में अब तक का सर्वश्रेष्ठ 4.35 मिलियन टन सिंटर उत्पादन दर्ज करते हुए वर्ष 2022-23 की इसी अवधि में दर्ज 3.91 मिलियन टन सिंटर उत्पादन को पीछे छोड़ा।
संयंत्र ने वर्ष 2010-11 की अप्रैल से दिसंबर अवधि में दर्ज 4.27 मिलियन टन हाॅट मेटल उत्पादन की तुलना में 4.37 मिलियन टन का अब तक का सर्वश्रेष्ठ हॉट मेटल उत्पादन दर्ज किया। पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में संयंत्र द्वारा कुल हॉट मेटल उत्पादन में 13.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। संयंत्र की माॅडेक्स यूनिट, ब्लास्ट फर्नेस-8 ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ 1.98 मिलियन टन उत्पादन दर्ज कर, वर्ष 2021-22 की इसी अवधि में दर्ज 1.90 मिलियन टन उत्पादन रिकाॅर्ड को पार किया।
संयंत्र ने वर्ष 2010-11 की अप्रैल से दिसंबर अवधि में दर्ज 3.98 मिलियन टन की तुलना में 4.14 मिलियन टन का सर्वश्रेष्ठ क्रूड स्टील उत्पादन भी दर्ज किया। इसके तहत संयंत्र की माॅडेक्स यूनिट, स्टील मेल्टिंग शॉप-3 (एसएमएस 3) द्वारा अप्रैल से दिसंबर 2023 की अवधि में उत्पादित सर्वश्रेष्ठ 2.51 मिलियन टन कास्ट स्टील उत्पादन भी शामिल है, जो कि वर्ष 2022-23 की इसी अवधि में दर्ज पिछले सर्वश्रेष्ठ 2.18 मिलियन टन कास्ट स्टील उत्पादन से अधिक है।
संयंत्र ने अप्रैल से दिसंबर 2023 की अवधि में अब तक का सर्वश्रेष्ठ 3.51 मिलियन टन फिनिश्ड स्टील उत्पादन दर्ज कर, वित्त वर्ष 2022-23 की इसी अवधि में दर्ज 3.21 मिलियन टन फिनिश्ड स्टील उत्पादन को पीछे छोड़ा। संयंत्र ने फिनिश्ड स्टील उत्पादन में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 9.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। संयंत्र ने अप्रैल से दिसंबर 2023 की अवधि में अब तक का सर्वश्रेष्ठ 3.87 मिलियन टन सेलेबल स्टील उत्पादन दर्ज करते हुए वित्त वर्ष 2022-23 की इसी अवधि में दर्ज पिछले सर्वश्रेष्ठ 3.42 मिलियन टन सेलेबल स्टील उत्पादन को पार किया। संयंत्र ने सेलेबल स्टील उत्पादन में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 13 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है।
भिलाई इस्पात संयंत्र ने अप्रैल से दिसंबर 2023 अवधि के दौरान सर्वश्रेष्ठ 3.85 मिलियन टन सेलेबल स्टील लोडिंग कर, वर्ष 2021-22 की इसी अवधि में दर्ज पिछले सर्वश्रेष्ठ 3.46 मिलियन टन सेलेबल स्टील लोडिंग को पीछे छोड़ा। इसके तहत अप्रैल से दिसंबर 2023 अवधि के दौरान डायरेक्ट डिस्पैच के लिए 2.06 मिलियन टन सर्वश्रेष्ठ सेलेबल स्टील लोडिंग भी शामिल है, जो कि वर्ष 2022-23 की इसी अवधि में 1.87 मिलियन टन सेलेबल स्टील लोडिंग से कहीं अधिक है।
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दिनांक: 10.01.2024
सेल स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में 24 जरवरी को 5 किमी पैदल चाल/दौड़ का आयोजन
सेल स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में दिनांक 24 जनवरी 2024 को प्रातः 8:00 बजे से जयंती स्टेडियम, इंदिरा प्लेस में 5 किमी पैदल चाल/दौड़ का आयोजन किया गया है। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रतियोगियों का पंजीकरण दिनांक 12 जनवरी से 22 जनवरी 2024 तक प्रतिदिन कार्यालयीन दिवसों में प्रातः 10:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक एवं संध्या 4:00 से 6:00 बजे तक जयंती स्टेडियम में किया जाएगा।
इस प्रतियोगिता हेतु, सेल निगमित कार्यालय, नई दिल्ली द्वारा तय मापदंड के आधार पर श्रेणियां निर्धारित की गई है। इस प्रतियोगिता में महिला एवं पुरुष वर्ग के श्रेणी अ में, कक्षा छठवीं तक के बच्चे, श्रेणी ब में कक्षा सातवीं से बारहवीं तक के बच्चे, श्रेणी स में बारहवीं से ऊपर 45 वर्ष तक के, श्रेणी द में 46 वर्ष से 60 वर्ष तक तथा श्रेणी उ में भूतपूर्व कर्मचारी (सेवानिवृत्त) भाग ले सकते हैं।
इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए सभी श्रेणियों के प्रतिभागियों को 24 जनवरी 2024 को प्रातः 7:00 बजे जयंती स्टेडियम, इंदिरा प्लेस में दौड़ के लिए एकत्रित होना है। दौड़ प्रातः 8:00 बजे से प्रारंभ की जाएगी। प्रतियोगिता से संबंधित अन्य जानकारी भी प्रतियोगिता स्थल पर प्रदान की जाएगी। सभी सेल इकाइयों में सर्वश्रेष्ठ समय देने वाले एक धावक और धाविका को 5000 रूपये नगद पुरस्कार तथा सभी सेल इकाइयों में सर्वश्रेष्ठ समय देने वाले 6वीं कक्षा तक के छात्र एवं छात्रा को 3000 रूपये नगद पुरस्कार दिया जाएगा।
संयंत्र कार्मिकों को पंजीकरण हेतु अपना परिचय पत्र लेकर आना होगा। इसके साथ ही सभी छात्र-छात्राओं को पंजीयन हेतु अपने स्कूल प्रमुख से कक्षा एवं शाला प्रमाणित कराना आवश्यक है। इसके अलावा सभी विद्यालय प्रमुख यदि चाहें तो छात्र/छात्राओं का पंजीयन कक्षा अनुसार सूची (छात्र/छात्राओं के लिए अलग-अलग सूची) भेजकर पंजीयन करा सकते हैं। इसमें शाला प्रमुख का हस्ताक्षर अनिवार्य होगा।
इस प्रतियोगिता में सेल कर्मचारी एवं उनके परिवार के सदस्य तथा सेल द्वारा संचालित शिक्षण संस्थाएं भाग ले सकती हैं। सभी इच्छुक छात्र-छात्राएं, पुरुष, महिलाएं, कर्मचारी एवं भूतपूर्व कर्मचारी, 24 जनवरी 2024 को सेल स्थापना दिवस पर आयोजित इस प्रतियोगिता में भाग लेकर आकर्षक पुरस्कार जीत सकते हैं। प्रतियोगिता से संबंधित अधिक जानकारी के लिए प्रशिक्षक (एथलेटिक्स) श्री अनिरूद्ध से मो. नं. 9926116160 पर संपर्क कर सकते हैं।
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दिनांक: 10.01.2024
सेल ने अपने सभी संयंत्रों और इकाइयों के लिए एबीएमएस प्रमाणन हासिल कर लिया है
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) अपने सभी संयंत्रों और इकाइयों में रिश्वत विरोधी प्रबंधन प्रणाली (एबीएमएस) लागू करने वाली पहली सार्वजनिक क्षेत्र की महारत्न इकाई बन गई है। एबीएमएस एक प्रबंधन प्रणाली है, जिसे आईएसओ 37001:2016 के अनुरूप डिज़ाइन किया गया है, ताकि किसी संगठन को रिश्वतखोरी की घटनाओं को रोकने, पता लगाने और प्रतिक्रिया देने में मदद मिल सके।
आज 10 जनवरी 2024 को भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने, सेल अध्यक्ष श्री अमरेंदु प्रकाश, सेल सीवीओ श्री एसएन गुप्ता, डॉ. आर के त्यागी, डीडीजीसी, बीआईएस, श्री आशीष त्रिपाठी, सीवीओ, बीआईएस और सेल के अन्य वरिष्ठ अधिकारीयों की गरिमामय उपस्थिति में सेल को आईएस/आईएसओ 37001:2016 के अनुसार एबीएमएस प्रमाणपत्र प्रदान किया।
इस अवसर पर बोलते हुए, सेल अध्यक्ष ने कहा, “यह प्रमाणन पारदर्शिता को बढ़ावा देने और सेल के साथ काम करने में सभी हितधारकों के विश्वास को बढ़ाने में सेल की प्रतिबद्धता का प्रमाण है”।
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दिनांक- 10.01.2024
भिलाई इस्पात संयंत्र में विश्व हिंदी दिवस समारोह का गरिमामय आयोजन
सेल- भिलाई इस्पात संयंत्र, राजभाषा विभाग द्वारा दिनांक 10 जनवरी 2024 को विश्व हिंदी दिवस समारोह का आयोजन किया गया। कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) सभागार में आयोजित इस गरिमामय समारोह की मुख्य अतिथि के रूप में संयंत्र की कार्यकारी कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन), सुश्री निशा सोनी उपस्थित रहीं। इस आयोजन में ऑनलाइन माध्यम से संयंत्र के समस्त कार्यपालक निदेशकगण, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारीगण, मुख्य महाप्रबंधकगण, समस्त विभाग प्रमुख, उच्चाधिकारीगण एवं विभागीय हिंदी समन्वय अधिकारीगण सहित हिदी प्रेमी एवं हिंदी सेवी कर्मचारी व अधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि सुश्री निशा सोनी ने अपने उद्बोधन में कहा कि, आज हमारा भारत समूचे विश्व की पाँचवीं अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित होने कि दिशा में अग्रसर है। चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुँचने वाला पहला देश बन चुका है हमारा भारत। कई देशों में उच्च पदों पर आज भारतवंशी प्रतिष्ठित हैं। आज का भारत संपूर्ण विश्व में अपनी साख बना चुका है। हमारी प्रिय हिंदी भाषा भी आज सारे संसार में एक सर्वाधिक प्रचलित भाषा के रूप में प्रतिष्ठित हो चुकी है। विश्व हिंदी दिवस के आयोजन के माध्यम से तथा अन्य रचनात्मक प्रयासों से हमें हिंदी का और भी अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करना है। हम सभी भाषायी आधार पर चिह्नित ‘क’ क्षेत्र के निवासी हैं। अतः हमारा यह राष्ट्रीय कर्तव्य है कि, शत-प्रतिशत पत्राचार एवं समस्त कार्यालयीन कामकाज हिंदी में ही संपादित करें। उन्होंने समस्त जनों का आह्वान किया कि, आप सभी हिंदी के उन्नायक बनें, हिंदी में समस्त कार्य संपादित करें और हिंदी को वैश्विक स्तर पर सर्वोच्च स्थान पर प्रतिष्ठित करने में अपना योगदान दें, विश्व हिंदी दिवस मनाने का हमारा उद्देश्य तभी सार्थक होगा।
सर्वप्रथम मुख्य अतिथि, कार्यकारी कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन), भिलाई इस्पात संयंत्र सुश्री निशा सोनी ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। तत्पश्चात कार्यक्रम के संयोजक श्री सौमिक डे, उप महाप्रबंधक (संपर्क व प्रशासन एवं प्रभारी राजभाषा) ने किताब भेंटकर मुख्य अतिथि का स्वागत किया। उप महाप्रबंधक (संपर्क व प्रशासन) एवं प्रभारी राजभाषा श्री सौमिक डे ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया|
कार्यक्रम में हिंदी भाषा पर काव्य पाठ का आयोजन किया गया| जिसमें आमंत्रित संयंत्रकर्मी कविगण, उप महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन – क्रय) श्री कौशल किशोर शर्मा, सहायक महाप्रबंधक (वित्त एवं लेखा) सुश्री स्मिता जैन तथा सहायक महाप्रबंधक (नगर सेवाएँ) श्री यशवंत कुमार साहू उपस्थित रहे| आमंत्रित कविगण ने हिंदी भाषा की वैश्विक स्तर पर व्यापकता, प्रासंगिकता एवं हृदय को छू लेने की विशिष्ट क्षमता पर केन्द्रित स्वरचित कविताओं से समस्त दर्शकों एवं श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया। कविगण ने अपनी स्वरचित कविताओं से खूब तालियाँ बटोरीं। उल्लेखनीय है कि, आमंत्रित तीनों ही कविगण अपने–अपने विभागों के विभागीय हिंदी समन्वय अधिकारी हैं। मुख्य अतिथि, कार्यकारी कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) सुश्री निशा सोनी ने इस अवसर पर हिंदी पर केन्द्रित एक पोस्टर का विमोचन किया।
कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन उप प्रबंधक (संपर्क व प्रशासन – राजभाषा) श्री जितेन्द्र दास मानिकपुरी ने किया।
विदित हो कि ‘विश्व भर में हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिये जागरूकता पैदा करना तथा हिन्दी को अन्तरराष्ट्रीय भाषा के रूप में पेश करना है। सभी सरकारी कार्यालयों में विभिन्न विषयों पर हिन्दी में व्याख्यान आयोजित किये जाते हैं। विश्व में हिन्दी का विकास करने और इसे प्रचारित-प्रसारित करने के उद्देश्य से विश्व हिन्दी सम्मेलनों की शुरुआत की गई और प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन 10 जनवरी 1974 को नागपुर में आयोजित हुआ| तब से ही इस दिन को ‘विश्व हिन्दी दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।’
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